आगरा: जम्मू कश्मीर के राजौरी में बुधवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो अफसर और दो जवान शहीद हो गए. इसमें आगरा के डीजीसी क्राइम बसंत कुमार गुप्ता का बेटा कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल है. सेना की ओर से जब डीसीजी क्राइम (District Government Counsel Criminal) बसंत कुमार गुप्ता को सूचना दी गई तो घर में कोहराम मच गया. सेना के अधिकारी भी शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के ताजनगरी स्थित घर पर पहुंचे हैं. इसके बाद से ही डीसीजी क्राइम बसंत गुप्ता के घर पर पड़ोसी, परिचित और रिश्तेदारों का तांता लग गया है.
बता दें कि ताजनगरी निवासी बसंत गुप्ता डीसीजी क्राइम है. उनके बेटा कैप्टन शुभम गुप्ता का चयन 2015 में आर्मी में हुआ था. कैप्टन शुभम गुप्ता को 2018 में कमीशन मिला. उनकी पोस्टिंग कैप्टन पद पर नाइन पैरा में हुई थी. सेना के अधिकारियों के मुताबिक, बुधवार को जम्मू कश्मीर के धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिस पर सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया. सर्च ऑपरेशन के दौरान ही जंगल में छिपे आतंकियों ने पुलिस और सेना की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. आंतकी हमले में सेना के दो अफसर और सैनिक शहीद हो गए. जिसमें ही कैप्टन शुभम गुप्ता शामिल हैं.
गौरतलब है, जम्मू-कश्मीर में राजौरी के बाजी मॉल वन क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ में दो अधिकारी (कैप्टन) सहित चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए हैं. पुलिस ने बताया कि दिन की शुरुआत में राजौरी के कालाकोटे इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी फंस गए थे. 16 कोर के सूत्रों की माने तो क्षेत्र में आतंकवादियों के एक समूह की आवाजाही के बारे में इनपुट मिले थे. जिसके बाद विशेष बलों सहित सैनिकों को क्षेत्र में तैनात किया गया था.
सेना से मिली जानकारी के अनुसार शहीद हुए जवानों की पहचान कैप्टन एमवी प्रांजल (63 आरआर/सिग्नल), कैप्टन शुभम- 9 पैरा (एसएफ) और हवलदार माजिद- 9 पैरा (एसएफ) के तौर पर हुई है. इसके अलावा मेजर मेहरा- 9 पैरा (एसएफ) घायल हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
रक्षा सूत्रों ने बताया कि राजौरी के बाजी माल जंगलों में मुठभेड़ के दौरान शुरुआती गोलीबारी में सेना के एक कैप्टन की जान चली गई और तीन अन्य पैरा कमांडो गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसमें बाद में दो जवानों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया और एक अन्य घायल जवान की हालत स्थिर है. पुलिस ने कहा कि घेराबंदी और तलाशी अभियान के बाद धर्मसाल के बाजीमल इलाके में आतंकवादियों और सेना व जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई.
गोलीबारी में कई सैनिक भी घायल हो गए. वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना के विशेष बलों और पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई. जम्मू-कश्मीर में पीर पंजाल के जंगल पिछले कुछ वर्षों में कई मुठभेड़ों के बाद सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती साबित हुए हैं. आतंकवादी भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाकर अपनी स्थिति को छुपाने के लिए घने जंगलों का उपयोग करते हैं.
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