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यूपी-राजस्थान बॉर्डर पर कांग्रेस और यूपी सरकार की बसों की राजनीति बेनतीजा...वापस लौटीं बसें

यूपी-राजस्थान बॉर्डर पर कांग्रेस और यूपी सरकार की बसों पर की गई राजनीति बेनतीजा रही. मजदूरों की बेबसी पर बसों की राजनीति का घमासान 48 घंटे तक चला. यूपी-राजस्थान बॉर्डर से मंगलवार शाम पांच बजे के बाद कांग्रेस अपनी सभी बसों को वापस ले गई.

वापस लौटीं बसें
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Published : May 20, 2020, 11:36 PM IST

Updated : May 21, 2020, 12:12 AM IST

आगरा: यूपी-राजस्थान बॉर्डर से मंगलवार शाम पांच बजे के बाद कांग्रेस अपनी सभी बसों को वापस ले गई. प्रियंका गांधी की प्रेस वार्ता के बाद ही स्पष्ट हो गया था कि यदि यूपी सरकार ने आगरा की सीमा में बसों के प्रवेश की अनुमति नहीं दी तो कांग्रेस अपनी 500 से ज्यादा बसें वापस ले जाएगी. कांग्रेस के तमाम नेता और राजस्थान सरकार के चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग भी दिनभर मौके पर डटे रहे, लेकिन बाद में उन्हें भी वापस लौटना पड़ा.

देखें रिपोर्ट.
प्रियंका गांधी के यूपी में प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसों के चलाए जाने की अनुमति योगी सरकार से मिलने के बाद सोमवार सुबह कांग्रेस की ओर से राजस्थान से बसों को एकत्रित करके भरतपुर लाया गया. यहां से फिर यूपी राजस्थान बॉर्डर पर गांव ऊंचा नगला के पास कतार में खड़ा कर दिया गया, क्योंकि आगरा जिला प्रशासन और पुलिस ने इन बसों को आगरा की सीमा में प्रवेश होने की अनुमति नहीं दी.

आगरा जिला प्रशासन का कहना था कि नई गाइडलाइन के अनुसार अंतर राज्यीय बस परिवहन के लिए पास जारी होना जरूरी है, लेकिन ऐसा करने के लिए कांग्रेस को सभी बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस और अन्य तमाम दस्तावेज देने होंगे. इसके बाद इन्हें पास जारी होने पर आगरा की सीमा से प्रवेश दिया जाएगा.

ये भी पढें- यूपी में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने वाले होमगार्ड्स को मिलेगा ड्यूटी भत्ता

कांग्रेस की इन बसों को यूपी में प्रवेश कराने की जिद थी और राजस्थान सरकार के चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के साथ ही तमाम अन्य नेता भी मौके पर अड़े रहें. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेसी नेता विजय विवेक बंसल भी यहां पहुंचे. सोमवार को इन सभी नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया. आगरा पुलिस ने अजय कुमार लल्लू और विवेक बंसल के साथ अन्य लोगों के खिलाफ फतेहपुर सीकरी थाना में लॉकडाउन उल्लंघन, महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व विवेक बंसल को गिरफ्तार किया गया. मंगलवार सुबह राजस्थान के कांग्रेस के तमाम नेता और राजस्थान सरकार के मंत्री और विधायक यूपी राजस्थान बॉर्डर पर पहुंचे, लेकिन माहौल को देखते हुए आगरा पुलिस ने मौके पर पुलिस फोर्स बढ़ा दिया. शाम 4 बजे के बाद फिर राजस्थान सरकार के मंत्री और कांग्रेस के नेताओं के तेवर ढीले होते चले गए, क्योंकि सरकार ने बसों को आगरा में एंट्री के लिए अनुमति नहीं दी.

यही वजह रही कि प्रियंका गांधी ने कहा था कि 4 बजे के बाद यदि सरकार से अनुमति नहीं मिलती है तो बसें वापस हो जाएंगी. फिर यही हुआ कि सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद कांग्रेस को अपनी बसों को वापस ले जाना पड़ा. भरतपुर सिटी के सीओ हवा सिंह ने बताया कि दो दिन से राजस्थान पुलिस भी यूपी राजस्थान बॉर्डर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर तैनात थी. ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रहे. अब जब बसें वापस जा रही हैं, तो राजस्थान पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालने का काम भी कर रही है.

आगरा के एसपी ग्रामीण (पश्चिम) रवि कुमार ने बताया कांग्रेस की ओर से नई गाइडलाइन के अनुसार कोई भी दस्तावेज बसों के उपलब्ध नहीं कराए गए, क्योंकि अंतर राज्य बस परिवहन के लिए लॉकडाउन 4.0 में भी बसों के परिवहन का पास जारी होना जरूरी है. इस वजह से अब यह बसें वापस जा रही हैं.

आगरा: यूपी-राजस्थान बॉर्डर से मंगलवार शाम पांच बजे के बाद कांग्रेस अपनी सभी बसों को वापस ले गई. प्रियंका गांधी की प्रेस वार्ता के बाद ही स्पष्ट हो गया था कि यदि यूपी सरकार ने आगरा की सीमा में बसों के प्रवेश की अनुमति नहीं दी तो कांग्रेस अपनी 500 से ज्यादा बसें वापस ले जाएगी. कांग्रेस के तमाम नेता और राजस्थान सरकार के चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग भी दिनभर मौके पर डटे रहे, लेकिन बाद में उन्हें भी वापस लौटना पड़ा.

देखें रिपोर्ट.
प्रियंका गांधी के यूपी में प्रवासी मजदूरों के लिए 1000 बसों के चलाए जाने की अनुमति योगी सरकार से मिलने के बाद सोमवार सुबह कांग्रेस की ओर से राजस्थान से बसों को एकत्रित करके भरतपुर लाया गया. यहां से फिर यूपी राजस्थान बॉर्डर पर गांव ऊंचा नगला के पास कतार में खड़ा कर दिया गया, क्योंकि आगरा जिला प्रशासन और पुलिस ने इन बसों को आगरा की सीमा में प्रवेश होने की अनुमति नहीं दी.

आगरा जिला प्रशासन का कहना था कि नई गाइडलाइन के अनुसार अंतर राज्यीय बस परिवहन के लिए पास जारी होना जरूरी है, लेकिन ऐसा करने के लिए कांग्रेस को सभी बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस और अन्य तमाम दस्तावेज देने होंगे. इसके बाद इन्हें पास जारी होने पर आगरा की सीमा से प्रवेश दिया जाएगा.

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कांग्रेस की इन बसों को यूपी में प्रवेश कराने की जिद थी और राजस्थान सरकार के चिकित्सा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के साथ ही तमाम अन्य नेता भी मौके पर अड़े रहें. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेसी नेता विजय विवेक बंसल भी यहां पहुंचे. सोमवार को इन सभी नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया. आगरा पुलिस ने अजय कुमार लल्लू और विवेक बंसल के साथ अन्य लोगों के खिलाफ फतेहपुर सीकरी थाना में लॉकडाउन उल्लंघन, महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व विवेक बंसल को गिरफ्तार किया गया. मंगलवार सुबह राजस्थान के कांग्रेस के तमाम नेता और राजस्थान सरकार के मंत्री और विधायक यूपी राजस्थान बॉर्डर पर पहुंचे, लेकिन माहौल को देखते हुए आगरा पुलिस ने मौके पर पुलिस फोर्स बढ़ा दिया. शाम 4 बजे के बाद फिर राजस्थान सरकार के मंत्री और कांग्रेस के नेताओं के तेवर ढीले होते चले गए, क्योंकि सरकार ने बसों को आगरा में एंट्री के लिए अनुमति नहीं दी.

यही वजह रही कि प्रियंका गांधी ने कहा था कि 4 बजे के बाद यदि सरकार से अनुमति नहीं मिलती है तो बसें वापस हो जाएंगी. फिर यही हुआ कि सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद कांग्रेस को अपनी बसों को वापस ले जाना पड़ा. भरतपुर सिटी के सीओ हवा सिंह ने बताया कि दो दिन से राजस्थान पुलिस भी यूपी राजस्थान बॉर्डर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर तैनात थी. ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रहे. अब जब बसें वापस जा रही हैं, तो राजस्थान पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था संभालने का काम भी कर रही है.

आगरा के एसपी ग्रामीण (पश्चिम) रवि कुमार ने बताया कांग्रेस की ओर से नई गाइडलाइन के अनुसार कोई भी दस्तावेज बसों के उपलब्ध नहीं कराए गए, क्योंकि अंतर राज्य बस परिवहन के लिए लॉकडाउन 4.0 में भी बसों के परिवहन का पास जारी होना जरूरी है. इस वजह से अब यह बसें वापस जा रही हैं.

Last Updated : May 21, 2020, 12:12 AM IST
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