आगरा: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपी में 'मिशन-2024' का बिगुल फूंकने लिए आगरा चुना है. यूपी में 'मिशन-2024' की शुरुआत आगरा की उत्तर विधानसभा से होनी थी. मगर, ओडिशा के ट्रेन हादसे से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यक्रम स्थगित हो गया. आखिर आगरा की उत्तर विधानसभा भाजपा के लिए बेहद खास है. यूपी में लहर किसी भी रही हो. प्रदेश में किसी भी सरकार रही हो, लेकिन 12 विधानसभा चुनाव से आगरा की इस विधानसभा सीट पर भाजपा का परचम लहराया है. सबसे खास बात यह है कि इस विधानसभा में 38 साल में तीन ही विधायक हुए हैं.
यह था जेपी नड्डा का कार्यक्रम: दरअसल, भाजपा ने पीएम मोदी के 'नौ साल बेमिसाल' और 'मिशन-2024' को लेकर महाजनसंपर्क अभियान की प्लानिंग की है. यूपी में कार्यकर्ताओं में जोश भरने और जीत का मंत्र देने की कमान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संभाल रखी है. उन्होंने 'मिशन-2024' का यूपी में आगाज के लिए आगरा को चुना. जिसके तहत यूपी में 'मिशन-2024' के खास कार्यक्रम 'टिफिन पर चर्चा' की शुरुआत आगरा की उत्तर विधानसभा से शनिवार दोपहर को होनी थी, जो अब टल गई है.
1985 में भाजपा ने कांग्रेस से छीनी सीट: सन् 1985 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से आगरा उत्तर सीट (पहले आगरा पूर्व) छीनी थी. तब भाजपा प्रत्याशी सत्यप्रकाश विकल को कांग्रेस प्रत्याशी सतीश चंद्र गुप्ता को 145 वोट से हराया था. इसके बाद पांच विधानसभा चुनाव में सन् 1996 तक भाजपा के सत्यप्रकाश विकल ही यहां से विधायक बने. विधायक सत्यप्रकाश विकल के आकस्मिक निधन के चलते 1998 में उपचुनाव हुआ. जिसमें भाजपा ने जगन प्रसाद गर्ग को प्रत्याशी बनाया. उपचुनाव में जगन प्रसाद गर्ग चुनाव जीतकर विधायक बने. जगन प्रसाद गर्ग ने सन 2017 तक पांच विधानसभा चुनाव में जीते. मगर, सन 2019 में विधायक जगन प्रसाद गर्ग के आकस्मिक निधन के बाद उपचुनाव हुआ. यहां से पुरुषोत्तम खंडेलवाल को प्रत्याशी बनाया. पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने उपचुनाव में सपा के सूरज शर्मा को हराया. सन् 2022 के विधानसभा चुनाव में पुरुषोत्तम खंडेलवाल यहां से विधायक बने हैं.