आगरा: ताजनगरी में ईद-उल-अजहा की नमाज कड़ी सुरक्षा और कोविड प्रोटोकॉल के साथ अदा की गई. जामा मस्जिद, ईदगाह और ताजमहल की शाही मस्जिद समेत अन्य मस्जिद में लोगों ने नमाज अदा की. नमाज के जरिए देश में अमन चैन और सौहार्द बनाए रखने की दुआ मांगी गई. ताजमहल की शाही मस्जिद से देश में कोरोना और आतंकवाद के खात्मा की दुआ मांगी गई. लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी.
बुधवार को देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है. ईद-उल-अजहा का अर्थ 'त्याग' वाली ईद है. ताजमहल इंतजामियां कमेटी के प्रार्थना पत्र पर कोरोना संक्रमण की वजह से जिला प्रशासन ने शाही मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए 50 नमाजियों को अनुमति दी है. बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे ताजमहल की शाही मस्जिद में नमाज हुई नमाज में ताजगंज के ही नमाजी शामिल हुए. यहां कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक ही नमाज अदा की गई.
ताजमहल शाही मस्जिद इंतजाम या कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहिम जैदी ने कहा कि ताजमहल से देशभर में अमन चैन कायम रखने की दुआ के साथ ही कोरोना संक्रमण के खात्मा की भी दुआ की गई. लोग भाईचारे से रहे यह दुआ भी की गई.
राष्ट्रीय स्मारक सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद मुनव्वर अली ने बताया कि ताजमहल से आतंकवाद के खात्मा और देश में अमन चैन की अल्लाह से दुआ मांगी गई है. इसके साथ ही लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए भी जागरूक किया गया है. जिससे कोरोना संक्रमण का लोग मुकाबला कर सके.
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