आगराः जिले में सोमवार की सुबह से सेना की भर्ती रैली शुरू होगी, जो 8 मार्च तक चलेगी. इस भर्ती रैली में 6 जिलों की 25 तहसील के युवा किस्मत आजमाएंगे. आगरा-दिल्ली हाईवे पर कीठम स्थिति आनंद इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के स्टेडियम में सेना की भर्ती रैली हो रही है.
कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट अनिवार्य
कोविड-19 के चलते अब इस भर्ती में अभ्यर्थियों को 48 घंटे में जारी किए गए कोविड-19 का निगेटिव सर्टिफिकेट लेकर आना है. यह भर्ती फरवरी 2020 में होनी थी, लेकिन कोविड-19 के चलते नहीं हो सकी थी.
दलालों पर खास नजर
आगरा में भर्ती रैली को लेकर सेना भर्ती बोर्ड और जिला प्रशासन के अधिकारी शारीरिक परीक्षा स्थल की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर चुके हैं. दलालों पर नजर रखने के लिए सेना की इंटेलीजेंस और पुलिस की स्पेशल टीमें लगी हैं, जिससे भर्ती को निष्पक्ष और सफल बनाया जा सके. स्टेडियम में साफ-सफाई और कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए तमाम तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं.
2017 में भी हुई थी भर्ती
सेना भर्ती के निदेशक कर्नल सिद्धार्थ बसु ने बताया कि आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टेडियम में सेना की भर्ती रैली का शेड्यूल 15 फरवरी से 8 मार्च तक का है. इस भर्ती में 1 लाख 12 हजार अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं. सन् 2017 में भी यहां सेना की भर्ती हुई थी. इसके बाद ही सेना भर्ती बोर्ड ने यहां भर्ती कराने का फैसला लिया है. यहां भर्ती कराने से यातायात व्यवस्था और कानून व्यवस्था पर असर नहीं पड़ता है.
सुबह दौड़ेंगे पटियाली के युवा
15 फरवरी को पहले दिन कासगंज की पटियाली तहसील के युवा इस भर्ती में रेस लगाएंगें. रविवार देर रात 12 बजे से भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं की एंट्री दी जाएगी, जो सुबह सूरज निकलने तक चलेगी. इस दौरान युवाओं की शारिरिक माप होगी, फिर टुकड़ियों में बांटकर रेस लगवाई जाएगी.
इन तहसीलों के युवा भर्ती में होंगे शामिल
सेना भर्ती बोर्ड की ओर से जो रोस्टर जारी किया गया है, उसके मुताबिक आगरा और अलीगढ़ मंडल के छह जिलों के 1 लाख 12 हजार अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल हो रहे हैं. इनमें कासगंज, हाथरस, अलीगढ़, फिरोजाबाद और मथुरा की अलग-अलग तहसीलों के साथ ही आगरा की तहसील बाह, किरावली, खेरागढ़, फतेहाबाद और सदर के अभ्यर्थी शामिल होंगे.
हाइवे का एक लेन रहेगा बाधित
आगरा-दिल्ली हाईवे पर सेना भर्ती के दौरान 20 दिन तक एक लेन करीब एक किलोमीटर तक बंद रहेगा. भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं को लेकर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है.