आगराः जिले की सभी 9 विधानसभाओं की सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों की सूची जारी हो चुकी है. इस बार 5 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशियों में बदलाव किया है. जिसके बाद टिकट की आस लगाए बैठे नेताओं को निराशा हाथ लगी. मौजूदा हालात में टिकट काटे जाने से नाराज भाजपा के एक वर्तमान विधायक और एक वरिष्ठ नेता ने भाजपा के ही खिलाफ लड़ने का मन बना लिया है. जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव जीतने के लिए बसपा इन नेताओं पर दांव खेल सकती है, जिसके चलते कुछ प्रत्याशी बदले जा सकते हैं.
भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद बसपा ने आगरा में कुछ सीटों पर प्रत्याशी बदलने के लिए संकेत दिए हैं. इसे लेकर हलचल भी शुरू हो गई है. सबसे ज्यादा चर्चा छावनी सीट की हो रही है. यहां पर पुराने कार्यकर्ता भारतेंदु अरुण को बसपा ने प्रत्याशी बनाया है, लेकिन हर हाल में चुनाव जीतने की मंशा से बसपा यहां से प्रत्याशी बदलने के मूड में दिख रही है. जानकारी के मुताबिक बसपा छावनी सीट पर बदलाव करते हुए वीरू सुमन को प्रत्याशी बना सकती है.
भाजपा के इन नेताओं पर बसपा की नजर
भाजपा से टिकट कटने के बाद जितेंद्र वर्मा पर बसपा की निगाह बनी हुई है. क्योंकि उनकी निषाद समाज में अच्छी पकड़ है. इसलिए बसपा उन्हें टिकट देकर बाह सीट से मैदान में उतार सकती है. यहां पर बसपा ने अभी नितिन वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
इसके अलावा भाजपा नेता दिगंबर सिंह धाकरे जो कि खैरागढ़ सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा हाईकमान ने उनकी मांग को अनसुना कर दिया. जिससे नाराज दिगंबर सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. क्योंकि दिगंबर सिंह लंबे समय तक बसपा में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर चुके हैं. सूत्रों की मानें तो बसपा उन्हें टिकट देकर मैदान में उतार सकती है. अगर ऐसा होता है तो आगरा में चुनावी समीकरण बदल सकते हैं.
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