आगरा: शहर में हर दिन प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. वायुमंडल में धूलकणों के साथ ही जहरीली गैसों का स्तर बढ़ रहा है. इससे लोगों की सांस फूलने की समस्या तो हो ही रही है साथ ही ताजमहल को भी इन धूल के कणों से खतरा हो रहा है. शनिवार को देश के प्रदूषित शहरों में आगरा का स्थान राजधानी लखनऊ की भांति नौवां रहा. जबकि प्रदेश के प्रदूषित शहरों में आगरा पांचवे स्थान पर रहा. मगर, शनिवार को आगरा का एक्यूआई शुक्रवार के मुकाबले सात अंक कम रहा.
दरअसल, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) हर दिन देशभर के शहर और महानगरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी करता है. सीपीसीबी ने शनिवार को 115 शहरों की एक्यूआई जारी की. जिसमें देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर भिवाडधी रहा. जहां की एक्यूआई 310 है. शनिवार को आगरा देश का नौवां प्रदूषित शहर रहा. आगरा की एक्यूआई 255 रही. राजधानी लखनऊ का एक्यूआई भी 255 रहा.
सीपीसीबी की वेबसाइट में अंकित आंकड़ों के अनुसार
शहर का नाम | एक्यूआई |
भिवाड़ी | 310 |
बागपत | 289 |
कलबुर्गी | 286 |
जिंद | 270 |
बुलंदशहर | 268 |
यमुनानगर | 264 |
मेरठ | 262 |
मुजफ्फरनगर | 259 |
आगरा | 255 |
लखनऊ | 255 |
यमुनानगर | 251 |
एक्यूआई का मानक
- 0 से 50 एक्यूआई होने पर अच्छी हवा.
- 51 से 100 एक्यूआई होने पर संतोषजनक हवा.
- 101 से 200 एक्यूआई होने पर मध्यम हवा.
-201 से 300 एक्यूआई होने पर खराब हवा.
-301 से 400 एक्यूआई होने पर बेहद खराब हवा.
- 401 से 500 एक्यूआई होने पर खतरनाक हवा.
ताजनगरी में स्मार्ट सिटी सहित तमाम प्रोजेक्ट चल रहे हैं. ताजमहल से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर कई जगहों पर सड़कें और गलियां खुदी पड़ी हैं और इन्हीं धूल कणों का असर ताजमहल के साथ साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है. इसलिए आगरा नगर निगम की ओर से लगातार धूल नियंत्रण का इंतजाम नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. जुर्माना वसूलने के साथ ही उन्हें हिदायत भी दी जा रही हैं. लापरवाही से ताजनगरी में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में है. शहर में प्रदूषण का मीटर बढ़ने से हवा में कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य खतरनाक गैसों का स्तर बढ़ रहा है.