आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल के सेंट्रल टैंक और फव्वारों के नहर की बुधवार को सफाई शुरू हो गई. बता दें कि ETV भारत ने मंगलवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उजागर करते हुए खबर दिखाई थी. खबर का शीर्षक, ताजमहल की खूबसूरती पर अफसरों की लापरवाही का 'दाग' था. जिसके बाद एएसआई अधिकारियों में खलबली मच गई. एएसआई मुख्यालय से भी अधिकारियों से इस बारे में जबाव मांगा है.
बेहद खूबसूरत लगती है ताजमहल की परछाई
ताजमहल की खूबसूरती में चार चांद फव्वारे लगाते हैं. रॉयल गेट से चमेली फर्श तक फव्वारे के लिए एक नहर है. इसकी साफ-सफाई करके पानी भरा जाता है. डायना सीट को लेकर मशहूर सेंट्रल टैंक में भी है, जिसमें पानी भरा जाता है. नहर और सेंट्रल टैंक में ताजमहल की परछाई बेहद खूबसूरत लगती है. मगर बीते करीब एक माह से नहर और सेंट्रल टैंक की सफाई नहीं की गई, जिससे उनमें काई और गंदगी जम गई और तो और फव्वारे भी बंद कर दिए गए थे.
इसे भी पढ़ें- ताजमहल की खूबसूरती पर अफसरों की लापरवाही का 'दाग'
सफाई-पुताई के बाद भरा जाएगा पानी
ताजमहल के फव्वारों की नहर और सेंट्रल टैंक की सफाई बुधवार से शुरू हो गई है. यहां झाड़ू से सफाई और धुलाई का कार्य किया जा रहा है. इसके बाद चूना से इसकी पुताई कर नहर और सेंट्रल टैंक में पानी भरा जाएगा. बता दें कि हर शुक्रवार को ताजमहल की साफ-सफाई की जाती है. फुव्वारों के नहर और सेंट्रल टैंक की सफाई 15 दिन में करने का नियम है. मगर, एएसआई अधिकारी साफ सफाई में लापरवाही बरत रहे थे. इसकी वजह से ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के सामने गलत छवि बन रही थी.