आगरा: देश में पहली बार ताजनगरी में सार्वजनिक स्थल पर वैक्यूम सीवर नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया है. आगरा स्मार्ट सिटी की ओर से ताजमहल के पास ताजगंज में 240 घरों को वैक्यूम सीवर से जोड़ा गया है. क्योंकि, वहां पर परंपरागत सीवर सिस्टम नेटवर्क उपयोग करना मुश्किल था. वैक्यूम सीवर नेटवर्क का रख-रखाव नीदरलैंड की कंपनी करेगी. इसके साथ ही अब आगरा के बाद कोच्चि नगर निगम वैक्यूम सीवर सिस्टम का इस्तेमाल करने जा रहा है. आगरा में जिन घरों को वैक्यूम सीवर नेटवर्क से जोड़ा गया है, वे लो-लाइन एरिया में हैं.
स्मार्ट सिटी के पीएमसी लीडर आनंद मेनन ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ताजगंज में 100.04 करोड़ रुपये से सीवर कनेक्शन का काम हुआ है. इसके तहत 53 किमी लंबी सीवर लाइन से करीब 60 हजार घर जोड़े गए हैं. 240 घर लो-लाइन एरिया यानी सड़क तल से नीचे मिले. जहां पर सीवर ग्रेविटी के जरिए सीवर नेटवर्क से नहीं जुड़ रहा था. इसलिए नीदरलैंड की कंपनी क्वावेक से पांच करोड़ रुपये मेंं वैक्यूम सीवर लाइन नेटवर्क तैयार किया गया है. इसमें 112 चैंबर बनाए गए हैं, जिससे सीवर चोक होने या कोई अन्य परेशानी पर वैक्यूम सीवर सिस्टम अलर्ट जारी करेगा.
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स्मार्ट सिटी के सीआईओ निखिल टी. फुंडे ने बताया कि आगरा अब देश का पहला शहर है, जहां पर वैक्यूम सीवर नेटवर्क सिस्टम लगाया गया है. वैक्यूम सीवर नेटवर्क चोक होने या अन्य किसी समस्या पर सेंसर अलर्ट जारी करेगा. ऑनलाइन ही लैपटॉप पर जीआईएस आधारित सेंसर से लोकेशन और समस्या का पता चलेगा. इसे तत्काल दुरस्त किया जा सकेगा. नीदरलैंड की कंपनी 5 साल तक वैक्यूम सीवर नेटवर्क का रख-रखार करेगी.
एक नजर ताजगंज के सीवर नेटवर्क सिस्टम पर
- 100.04 करोड़ रुपए में बिछाई सीवर लाइन.
- 60 हजार घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़े गए.
- 28.24 एमएमडी सीवर एसटीपी में पहुंचेगा.
- 53 किमी लंबी सीवर लाइन बिछाई गई है.
- 240 घरों को वैक्यूम सीवर नेटवर्क से जोड़ा गया.
- 05 करोड़ रुपए की लागत से वैक्यूम सीवर नेटवर्क बना.
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