आगरा: जिले की सीवर व्यवस्था अब निजी कंपनी 'वबाग' संभालेगी. शनिवार को नगर निगम के कार्यकारिणी कक्ष में महापौर और नगर आयुक्त ने कंपनी के अधिकारियों के साथ प्रक्रिया पूर्ण की. सभी सीवरेज पंपिंग स्टेशन की मेंटेनेंस के कार्य के एवज में राज्य सरकार की ओर से कंपनी को हर साल 42.80 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा.
निजी कंपनी के हाथ में सीवर व्यवस्था
शनिवार को नगर आयुक्त अरुण प्रकाश और महापौर नवीन जैन ने प्राइवेट कंपनी वबाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कांटेक्ट पर हस्ताक्षर किए. अब सीवर के ओवरफ्लो होने या चोक होने पर जलकल विभाग के कर्मचारी नहीं आएंगे बल्कि चेन्नई की वबाग कंपनी के कर्मचारी सफाई करेंगे.
सीवर मेंटेनेंस का कार्य संभालेगी निजी कंपनी
जनता की समस्या और शिकायत के लिए कंपनी का टोल फ्री नंबर और कॉल सेंटर भी होगा. शहर के सभी एसटीपी, सीवरेज पंपिंग स्टेशन की देखरेख और मेंटेनेंस का काम भी इसी कंपनी के हाथों रहेगा. इसके एवज में राज्य सरकार की ओर से कम्पनी को हर साल 42. 80 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें:- आगरा: बारिश और ओले पड़ने से किसानों के खेतों में भरा पानी, फसलें बर्बाद
जलकल ऑफिस में होगा कॉल सेंटर
महापौर नवीन जैन ने बताया कि शहर की 910 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन है. इसका मेंटेनेंस और सीवर सफाई की व्यवस्था अब वबाग कंपनी संभालेगी. जीवनी मंडी स्थित जलकल ऑफिस में कंपनी का कॉल सेंटर होगा और टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी होगा, जहां से जनता की सीवरेज से संबंधित शिकायतों दर्ज होंगीं और उनका समाधान किया जाएगा.
10 साल तक कंपनी से है करार
नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने बताया कि वबाग कंपनी के साथ सीवर सफाई और सीवर ट्रीटमेंट प्लांटों के संचालन की अंतिम प्रक्रिया की गई है. अत्याधुनिक मशीनों से शहर की सीवर सफाई और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की संचालन यह कंपनी करेगी. कंपनी के साथ 10 साल का करार हुआ है. अगर कंपनी का कार्य संतोषजनक रहा तो इस करार को आगे 5 साल के लिए और बढ़ाया जाएगा.
इसे भी पढ़ें:- आगरा: 16 करोड़ रुपये की बकायेदारी से गड़बड़ाई सहकारी बैंक की माली हालत