आगरा : पुलिस और एसटीएफ ने वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता को बुधवार देर रात बदमाशों के चंगुल से मुक्त करा लिया. बदमाश डॉक्टर उमाकांत गुप्ता का अपहरण करने के बाद पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की तैयारी में थे और उन्हें लेकर धौलपुर (राजस्थान) के बीहड़ों में चले गए थे. लेकिन, पुलिस की सतर्कता के कारण बदमाश अपने मंसूबों में सफल नहीं हुए और आगरा पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने अपहण के 30 घंटे बाद डॉक्टर को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया.
बता दें कि, ट्रांस यमुना कालोनी फेस टू निवासी वरिष्ठ सर्जन डॉ. उमाकांत गुप्ता का आगरा-फिरोजाबाद हाइवे पर विद्या नर्सिंग होम हैं. उनकी पत्नी विद्या गुप्ता भी चिकित्सक हैं. मंगलवार रात करीब 8 बजे डॉ. उमाकांत गुप्ता घर से कार लेकर नर्सिंग होम में राउंड करने के लिए निकले थे. इसके बाद जब वे रात 11 बजे तक घर नहीं लौटे तो परिजन घबरा गए. जिसके बाद परिजनों ने एत्मादउद्दौला पुलिस को मामले की जानकारी दी. परिजनों की सूचना के आधार पर पुलिस ने डॉक्टर उमाकांत गुप्ता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की. छानबीन में पता चला कि डॉ. उमाकांत गुप्ता के मोबाइल की अंतिम लोकेशन सैंया से 7 किलोमीटर दूर राजस्थान की सीमा में मिली. चिकित्सक की कार भी धौलपुर में मिली
जिसके बाद आगरा पुलिस ने धौलपुर पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद एसपी सिटी रोहन प्रमोद बोत्रे के नेतृत्व में आगरा पुलिस, एसटीएफ और राजस्थान पुलिस की संयुक्त टीम ने धौलपुर के बीहड़ में कॉम्बिंग शुरू की. जिसके बाद पुलिस की घेराबंदी से बदमाश घबरा गए और गुरुवार तड़के ढाई बजे बदमाश डॉ. उमाकांत गुप्ता को डांग के बीहड़ में छोड़कर भाग गए. इस ऑपरेशन के दौरान आगरा पुलिस और एसटीएफ ने बुधवार को चिकित्सक की कार के साथ एक बदमाश को गिरफ्तार किया था. साथ ही पुलिस ने अपहरणकांड में शामिल एक युवती को भी गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
बदन सिंह तोमर गैंग ने किया था अपहरण
बता दें कि, धौलपुर के बीहड़ में अभी कई गैंग एक्टिव हैं. डॉ. उमाकांत का अपहरण बदन सिंह तोमर गैंग ने किया था. पुलिस अब बीहड़ में गैंग लीडर व उसके साथियों की तलाश कर रही है. एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि, अपहृत चिकित्सक को बदमाशों के चंगुल से सकुशल मुक्त करा लिया है. एक युवती और एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है.
कॉल करके बुलाया और अगवा कर ले गए
एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि डॉ. उमाकांत गुप्ता को बदमाशों ने कॉल करके भगवान टाकीज चौराहा पर बुलाया था. यहां से एक युवती और तीन युवक उनकी कार में बैठे गए. युवती और बदमाश पहले बातों में फंसाकर उन्हें रोहता की ओर ले गए. इसके बाद बदमाशों ने डॉ. उमाकांत गुप्ता से कार कब्जे में ले ली और उन्हें कार की पिछली सीट पर डाल लिया. एक बदमाश बाइक से कार के साथ चल रहा था. इसके बाद बदमाश डॉ. उमाकांत को लेकर सैंया से इरादत नगर होते हुए राजाखेड़ा से आगे पहुंचे. जहां से एक बदमाश और युवती डॉक्टर की कार लेकर अलग चले गए. जबकि, अन्य बदमाश चिकित्सक को बाइक पर बैठाकर बीहड़ में लेकर चले गए.
सुबह घर फेंका पांच करोड़ की फिरौती का लेटर
डॉ. उमाकांत को भले ही पुलिस ने देर रात मुक्त करा लिया. मगर, गुरुवार सुबह चिकित्सक के घर पांच करोड़ रुपये की फिरौती का लेटर फेंका गया है. पुलिस अब लेटर की छानबीन कर रही है. वहीं, मुक्त कराए गए चिकित्सक डॉ. उमाकांत गुप्ता ने बताया कि मोबाइल पर अंजलि मीणा उर्फ मंगला पाटीदार उर्फ संध्या से बातचीत हुई. अंजलि ने कहा था कि, उसके भाई का मेरे अस्पताल में 15 दिन पहले पथरी का ऑपरेशन हुआ था. फिर अंजलि ने नौकरी लगवाने की बात कही. एक सप्ताह पहले बताया कि वह बुंदूकटरा में सहेली के पास रहने आ गई है. अंजली ने मंगलवार को कॉल करके भगवान टाकीज चौराहा पर मिलने बुलाया था. यहां अंजलि मिली और वह कार में बैठ गई. इसके बाद उसने कहा कि आप खतरे में हैं. इसलिए चलते रहो. युवती उसे रोहता की ओर ले गई. इसके बाद बदमाशों ने उनकी कार कब्जे में ले ली और उन्हें सीट पर डाल लिया.इसके बाद आंख पर पट्टी बांध दी.
चिकित्सक की कार संग दबोचा एक बदमाश
एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि बुधवार सुबह धौलपुर में राजस्थान पुलिस के हेडकांस्टेबल और कांस्टेबल ने कार को संदिग्ध मानकर चालक से पूछताछ की. इसके बाद कार सवार को हिरासत में लिया. उसने अपना नाम पवन को गिरफ्तार किया. पूछताछ में बताया कि बदमाश बदन सिंह और उसके साथियों के पास अगवा चिकित्सक डॉ. उमाकांत गुप्ता हैं. इस पर राजस्थान पुलिस और आगरा पुलिस ने अपहरण में शामिल युवती को गिरफ्तार कर लिया. धौलपुर पुलिस और आगरा एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बीहड़ में बदमाशों की तलाश में कांबिंग की. इससे गिरोह घबरा गया. आगरा पुलिस, एसटीएफ और राजस्थान पुलिस की घेराबंदी पर गुरुवार तड़के बदमाशों ने डॉ. उमाकांत गुप्ता को डांग के बीहड़ में छोड़कर भाग गए.
पुलिस को मिला चार लाख रुपये का इनाम
एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि अपर सचिव गृह और डीजीपी ने आगरा पुलिस को 2-2 लाख रुपये का इनाम देने की घोषण की है. इसके साथ ही फरार बदन सिंह और चार साथियों पर इनाम घोषित किया है. बदन सिंह पर एक लाख रुपये का इनाम घोषणा की गई है. एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि गिरफ्तार युवती अंजलि मीणा का असली नाम मंगला पाटीदार उर्फ संध्या है. जो महाराष्ट्र की रहने वाला है. यह बदन सिंह गिरोह की सदस्य हैं. एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि अंजलि एक परिचित के माध्यम से बदन सिंह के संपर्क में आई थी. बदन सिंह ने उसे चिकित्सक को अपहरण कराने का टास्क दिया था.