आगरा: जिले की खेरागढ़ थाने की पुलिस ने एसटीएफ नोएडा के साथ मिलकर धोखाधड़ी के एक मामल में 20 हजार के इनामी तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए तीनों आरोपियों के ऊपर 38 बैंकों के 450 से अधिक ग्राहकों के डाटा बचने का आरोप है. अनुमान है कि, इन लोगों ने लोगों का डाटा बेचकर उन्हें 80 लाख से 1 करोड़ के बीच का चूना लगाया है. तीनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं.
एसटीएफ नोएडा ने मुखबिर की सूचना पर किया गिरफ्तार
आगरा पुलिस ने बताया कि नदीम अहमद पुत्र इरसाद अहमद निवासी 244 ग्राम बजीराबाज संगम विहार दिल्ली, पुनीत लाखा पुत्र जितेंद्र लाखा निवासी पुराना स्लम क्वार्टर पश्चिमिपुरी थाना पंजाबी बाग दिल्ली और सिद्धार्थ देवनाथ पुत्र दिनेश देवनाथ निवासी बी-45 बीएच कैंप गोविंदपुरी कालकाजी दिल्ली की लोकेशन मुखबिर से एसटीएफ नोएडा को मिली. जिसके बाद खेरागढ़ पुलिस ने नोएडा एसटीएफ के साथ तीनों अपराधियों को धर दबोचा.
20 हजार का इनामी है आरोपी नदीम अहमद
कुछ महीनों पूर्व सायबर फ्रॉड के मामले में मुकदमा अपराध संख्या 11/21 धारा 420/120बी/201 भा. द.वि. 66 सी आईटी एक्ट में खेरागढ़ थाने में दर्ज हुआ था. उस केस में भी नदीम अहमद का नाम मुख्य आरोपियों में सामने आया था. जिसके बाद से वह पुलिस को चकमा दे रहा था. जिसके बाद पुलिस ने उसके ऊपर 20 हजार रूपए का इनाम घोषित कर दिया था. अन्य आरोपी पुनीत लाखा और सिद्धार्थ देवनाथ दोनों नदीम अहमद के साथी हैं, जो सायबर फ्रॉड में उसका साथ देते थे. आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में एसआई खेरागढ़ राजीव कुमार, हेड कांस्टेबल सुभाष चन्द्र, शिव प्रसाद, एसआई एसटीएफ नोएडा अक्षय परवीर कुमार त्यागी अपनी टीम के साथ शामिल थे.