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अमित शाह का 'भांजा' बनकर दे रहा था झांसा, 40 हजार की शॉपिंग ने खोल दी पोल - बीजेपी नेता के साथ ठगी

आगरा में एक शख्स खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भांजा बताकर बीजेपी नेताओं को झांसा दे रहा था. आरोपी ने अपने झांसे में बीजेपी के विधायक, सांसद और आगरा के मेयर को ले रखा था. उसने अमित शाह के साथ मीटिंग कराने का झांसा इन सभी को दिया था. पुलिस ने आरोपी नटवरलाल को गिरफ्तार कर लिया.

नटवरलाल गिरफ्तार
नटवरलाल गिरफ्तार
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Published : Nov 30, 2020, 7:57 PM IST

आगरा : गृहमंत्री अमित शाह का कथित भांजा बनकर आए नटवरलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार शख्स खुद को अमित शाह का भांजा बताकर आगरा के बीजेपी नेताओं को ठगने का जाल बुन रहा था. आरोपी ने अपना नाम विराज शाह बताया. उसने सबसे पहले आगरा दक्षिण के भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय को फोन कर खुद को अमित शाह का भांजा बताया. आरोपी ने आगरा के सांसद, एक राज्यमंत्री, विधायक और आगरा मेयर नवीन जैन को भी फोन किया था. नटवरलाल की सभी भाजपा नेताओं को ठगने की योजना थी. फोन पर बातचीत में सभी भाजपा नेताओं की मीटिंग गृहमंत्री अमित शाह से कराने की बात कही थी. यहां पर होटल खरीदने की बात भी कही थी.


ऐसे आया पकड़ में


पिछले कुछ दिनों से नटवरलाल भाजपा के विधायक योगेंद्र उपाध्याय से फोन पर संपर्क में था. रविवार को विराज शाह नाम का नटवरलाल आगरा आया. योगेंद्र उपाध्याय से आगरा के प्रसिद्ध बच्चूमल शोरूम से शॉपिंग की बात कही. विधायक योगेंद्र ने दिल्ली में होने के चलते बेटे वात्सल्य से उसे शो रूम ले जाकर शॉपिंग कराने की बात कही. उसने 40 हजार रुपए की खरीदारी की. जब पेमेंट की बात आई तो नटवरलाल ने विधायक के बेटे वात्सल्य को पेमेंट करने के लिए कहा. इस पर वात्सल्य का विराज शाह पर शक गहराया. उसने जब गूगल पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये अमित शाह का रिश्तेदार बनकर पहले भी ठगी कर चुका है. इसके बाद योगेंद्र उपाध्याय ने थाना नाई की मंडी पुलिस को इस नटवरलाल को सौंप दिया.

पुलिस को किया गुमराह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कथित भांजा विराज शाह पुलिस को रात भर गुमराह करता रहा. पुलिस उससे बहुत ज्यादा कुछ उगलवा नहीं सकी. वह अपना नाम विराज शाह निवासी बड़ोदरा गुजरात बताता रहा. आशंका है कि वह यहां पर कई जन प्रतिनिधियों के साथ ठगी की योजना बनाकर आया था. मगर विधायक योगेंद्र उपाध्याय के बेटे की सतर्कता और इंटरनेट ने समय रहते उसका पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए मुकदमे की कार्रवाई की. पुलिस ने आरोपित से रात में कई घंटे पूछताछ की. कई चरणों में उससे सवाल किए गए ताकि उसके इरादों का पता चल सके. मगर आरोपित ने पुलिस को अपनी बातों में उलझाये रखा. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया.

जुटा रहे जानकारी

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि युवक के खिलाफ विधायक ने मुकदमा दर्ज कराया है. उससे पूछताछ की गई है. आरोपी पहले भी इसी तरह की ठगी में जेल जा चुका है. उसे सोमवार की दोपहर में अदालत में पेश किया गया.

शाह से मीटिंग फिक्स कराने की कही थी बात

आगरा मेयर नवीन जैन का कहना है कि ख़ुद को अमित शाह का रिश्तेदार बन कर एक युवक ने उनको भी फोन किया था. उसने अमित शाह से मीटिंग फिक्स कराने की बात कही थी. ऐसे में अब जब इस नटवरलाल के खिलाफ कार्रवाई हुई है तो आगरा के कई सारे बीजेपी नेता इसके झांसे में आने से बच गए. वहीं दबी जुबान में आगरा के सभी भाजपा विधायक, सांसद और राज्यमंत्री कह रहे हैं कि हम सब असली रिश्तेदार मानकर विराज शाह से मिलने के लिए बेकरार थे लेकिन विधायक के बेटे की सूझबूझ से नटवरलाल सलाखों के पीछे पहुंच गया.

आगरा : गृहमंत्री अमित शाह का कथित भांजा बनकर आए नटवरलाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार शख्स खुद को अमित शाह का भांजा बताकर आगरा के बीजेपी नेताओं को ठगने का जाल बुन रहा था. आरोपी ने अपना नाम विराज शाह बताया. उसने सबसे पहले आगरा दक्षिण के भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय को फोन कर खुद को अमित शाह का भांजा बताया. आरोपी ने आगरा के सांसद, एक राज्यमंत्री, विधायक और आगरा मेयर नवीन जैन को भी फोन किया था. नटवरलाल की सभी भाजपा नेताओं को ठगने की योजना थी. फोन पर बातचीत में सभी भाजपा नेताओं की मीटिंग गृहमंत्री अमित शाह से कराने की बात कही थी. यहां पर होटल खरीदने की बात भी कही थी.


ऐसे आया पकड़ में


पिछले कुछ दिनों से नटवरलाल भाजपा के विधायक योगेंद्र उपाध्याय से फोन पर संपर्क में था. रविवार को विराज शाह नाम का नटवरलाल आगरा आया. योगेंद्र उपाध्याय से आगरा के प्रसिद्ध बच्चूमल शोरूम से शॉपिंग की बात कही. विधायक योगेंद्र ने दिल्ली में होने के चलते बेटे वात्सल्य से उसे शो रूम ले जाकर शॉपिंग कराने की बात कही. उसने 40 हजार रुपए की खरीदारी की. जब पेमेंट की बात आई तो नटवरलाल ने विधायक के बेटे वात्सल्य को पेमेंट करने के लिए कहा. इस पर वात्सल्य का विराज शाह पर शक गहराया. उसने जब गूगल पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये अमित शाह का रिश्तेदार बनकर पहले भी ठगी कर चुका है. इसके बाद योगेंद्र उपाध्याय ने थाना नाई की मंडी पुलिस को इस नटवरलाल को सौंप दिया.

पुलिस को किया गुमराह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कथित भांजा विराज शाह पुलिस को रात भर गुमराह करता रहा. पुलिस उससे बहुत ज्यादा कुछ उगलवा नहीं सकी. वह अपना नाम विराज शाह निवासी बड़ोदरा गुजरात बताता रहा. आशंका है कि वह यहां पर कई जन प्रतिनिधियों के साथ ठगी की योजना बनाकर आया था. मगर विधायक योगेंद्र उपाध्याय के बेटे की सतर्कता और इंटरनेट ने समय रहते उसका पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए मुकदमे की कार्रवाई की. पुलिस ने आरोपित से रात में कई घंटे पूछताछ की. कई चरणों में उससे सवाल किए गए ताकि उसके इरादों का पता चल सके. मगर आरोपित ने पुलिस को अपनी बातों में उलझाये रखा. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया.

जुटा रहे जानकारी

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि युवक के खिलाफ विधायक ने मुकदमा दर्ज कराया है. उससे पूछताछ की गई है. आरोपी पहले भी इसी तरह की ठगी में जेल जा चुका है. उसे सोमवार की दोपहर में अदालत में पेश किया गया.

शाह से मीटिंग फिक्स कराने की कही थी बात

आगरा मेयर नवीन जैन का कहना है कि ख़ुद को अमित शाह का रिश्तेदार बन कर एक युवक ने उनको भी फोन किया था. उसने अमित शाह से मीटिंग फिक्स कराने की बात कही थी. ऐसे में अब जब इस नटवरलाल के खिलाफ कार्रवाई हुई है तो आगरा के कई सारे बीजेपी नेता इसके झांसे में आने से बच गए. वहीं दबी जुबान में आगरा के सभी भाजपा विधायक, सांसद और राज्यमंत्री कह रहे हैं कि हम सब असली रिश्तेदार मानकर विराज शाह से मिलने के लिए बेकरार थे लेकिन विधायक के बेटे की सूझबूझ से नटवरलाल सलाखों के पीछे पहुंच गया.

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