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G 20 समित में ताजनगरी आएंगे देशी विदेशी मेहमान, होटलों में नहीं फायर सेफ्टी के इंतजाम

आगरा में G20 की समिट के कारण यहां विदेशी मेहमान आएंगे. उनकी रुकने की व्यवस्था होटलों में की जाएगी. ताजनगरी में 1500 से ज्यादा होटल हैं. इनमें से सैकड़ों होटल ऐसे हैं, जिनमें सेफ्टी के इंतजाम नहीं हैं. ऐसे में लखनऊ और आगरा के होटलों में हो चुके अग्निकांडों से अधिकारी सबक नहीं सीख रहे हैं.

आगरा अग्निशमन केंद्र
आगरा अग्निशमन केंद्र
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Published : Dec 27, 2022, 12:47 PM IST

आगरा में होटलों में सेफ्टी इंतजाम को लेकर सीएफओ से बातचीत

आगरा: ताजनगरी में इस समय पर्यटन सीजन है. हर दिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी मोहब्बत की निशानी ताजमहल और अन्य स्मारक निहारने आ रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में मेहमान आगरा के उन होटलों में रुक रहे हैं, जहां पर न आग लगने पर बचाव के कोई इंतजाम हैं और न ही होटल संचालकों के पास फायर की एनओसी है. लखनऊ के लवीना होटल और ताजनगरी के आर मधुराज हॉस्पिटल अग्निकांड के बाद जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह है. जबकि, G 20 समिट के चलते आगरा में विदेशी मेहमान आएंगे. दुनिया की निगाहें G 20 समिट को लेकर ताजनगरी पर हैं. फिर भी जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. जबकि, शहर के होटल संचालकों को तीन महीने पहले दिए गए नोटिस की मियाद भी खत्म हो गई है.

बता दें कि लखनऊ के लवीना होटल में लगी आग में चार लोगों की मौत हो गई थी. इसको लेकर सीएम योगी ने प्रदेश के सभी होटलों की फायर सेफ्टी की ऑडिट और सर्वे कराने के निर्देश दिए थे. इस पर आगरा जिला प्रशासन, आगरा विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम ने आगरा के होटलों का निरीक्षण किया था. इसमें 150 होटलों में फायर सेफ्टी और फायर एनओसी नहीं मिली थी. इस पर सितंबर में इन सभी होटलों के संचालकों को नोटिस दिए गए. उन्हें एक महीने में फायर एनओसी लेने के निर्देश दिए गए. लेकिन, होटल संचालकों ने अपनी पीड़ा सूबे के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के सामने रखी तो जिलाधिकारी और एडीए के अधिकारियों ने होटल संचालकों के साथ बैठक की. और फिर से होटल संचालकों को 15 दिसंबर 2022 तक फायर सेफ्टी के सभी इंतजाम पूरे करने और फायर एनओसी लेने का समय दिया गया. इसकी मियाद पूरी हो चुकी है.

आगरा में 1500 से ज्यादा होटल और सिर्फ 150 को नोटिस

ताजमहल के चलते यूपी में सबसे ज्यादा होटल आगरा में हैं. आगरा में 1500 से ज्यादा होटल हैं. शासन की ओर से भले ही पर्यटन विभाग, पुलिस और प्रशासन को आगरा के होटलों में फायर सेफ्टी ऑडिट और सर्वे के निर्देश दिए गए. लेकिन, पर्यटन विभाग अभी शहर के सभी होटलों का सर्वे नहीं कर पाया है. सीएम के निर्देश पर कई विभाग की संयुक्त टीम ने सिर्फ 150 होटल को ही नोटिस दिए. जबकि, अभी 500 से ज्यादा ऐसे होटल हैं, जिनमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं हैं और न ही फायर की एनओसी है. इतना ही नहीं जिन भवनों में होटल संचालित हो रहे हैं. वे भवन कमर्शियल नहीं हैं. एडीए से होटल का नक्शा भी पास नहीं है.

आगरा आएंगे G 20 देशों के विदेशी मेहमान

बता दें कि G 20 देशों की कल्चरल कोर कमेटी की आगरा में 9 और 10 फरवरी 2023 को बैठक एक होटल में होना प्रस्तावित है. इसमें शामिल होने के लिए G 20 देशों के प्रतिनिधि आगरा आएंगे. आगरा में 250 से ज्यादा विदेशी मेहमान आएंगे. इसमें G 20 देशों के उद्यमियों, श्रम संगठनों, वैज्ञानिकों, बुद्धिजीवी, युवा और महिलाएं शामिल होंगी. ये लोग आगरा में भविष्य की नीतियों पर मंथन करेंगे.

टीमें कर रहीं सर्वे और निरीक्षण

चीफ फायर ऑफिसर देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शहर के होटल, हॉस्पिटल और अन्य तमाम बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी का ऑडिट और सर्वे का काम चल रहा है. जिन लोगों को पहले नोटिस दिए गए थे, वहां पर टीम जाकर फायर सेफ्टी के उपकरण और इंतजाम का निरीक्षण कर रही है. पूर्व में जिन्हें नोटिस दिए गए थे, उनमें से कई लोगों ने इंतजाम पूरे कर लिए हैं. सभी से यही अपील है कि उन्हें कार्यालय आने की जरूरत नहीं है. ऑनलाइन फायर सेफ्टी एनओसी के लिए आवेदन कर सकते हैं. जिनके पास फायर सेफ्टी की एनओसी नहीं होगी. उन्हें नोटिस देकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें: मथुरा में भीषण आग लगी, चार कारें जलकर हुईं खाक

आगरा में होटलों में सेफ्टी इंतजाम को लेकर सीएफओ से बातचीत

आगरा: ताजनगरी में इस समय पर्यटन सीजन है. हर दिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी मोहब्बत की निशानी ताजमहल और अन्य स्मारक निहारने आ रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में मेहमान आगरा के उन होटलों में रुक रहे हैं, जहां पर न आग लगने पर बचाव के कोई इंतजाम हैं और न ही होटल संचालकों के पास फायर की एनओसी है. लखनऊ के लवीना होटल और ताजनगरी के आर मधुराज हॉस्पिटल अग्निकांड के बाद जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह है. जबकि, G 20 समिट के चलते आगरा में विदेशी मेहमान आएंगे. दुनिया की निगाहें G 20 समिट को लेकर ताजनगरी पर हैं. फिर भी जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं. जबकि, शहर के होटल संचालकों को तीन महीने पहले दिए गए नोटिस की मियाद भी खत्म हो गई है.

बता दें कि लखनऊ के लवीना होटल में लगी आग में चार लोगों की मौत हो गई थी. इसको लेकर सीएम योगी ने प्रदेश के सभी होटलों की फायर सेफ्टी की ऑडिट और सर्वे कराने के निर्देश दिए थे. इस पर आगरा जिला प्रशासन, आगरा विकास प्राधिकरण, नगर निगम और अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम ने आगरा के होटलों का निरीक्षण किया था. इसमें 150 होटलों में फायर सेफ्टी और फायर एनओसी नहीं मिली थी. इस पर सितंबर में इन सभी होटलों के संचालकों को नोटिस दिए गए. उन्हें एक महीने में फायर एनओसी लेने के निर्देश दिए गए. लेकिन, होटल संचालकों ने अपनी पीड़ा सूबे के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के सामने रखी तो जिलाधिकारी और एडीए के अधिकारियों ने होटल संचालकों के साथ बैठक की. और फिर से होटल संचालकों को 15 दिसंबर 2022 तक फायर सेफ्टी के सभी इंतजाम पूरे करने और फायर एनओसी लेने का समय दिया गया. इसकी मियाद पूरी हो चुकी है.

आगरा में 1500 से ज्यादा होटल और सिर्फ 150 को नोटिस

ताजमहल के चलते यूपी में सबसे ज्यादा होटल आगरा में हैं. आगरा में 1500 से ज्यादा होटल हैं. शासन की ओर से भले ही पर्यटन विभाग, पुलिस और प्रशासन को आगरा के होटलों में फायर सेफ्टी ऑडिट और सर्वे के निर्देश दिए गए. लेकिन, पर्यटन विभाग अभी शहर के सभी होटलों का सर्वे नहीं कर पाया है. सीएम के निर्देश पर कई विभाग की संयुक्त टीम ने सिर्फ 150 होटल को ही नोटिस दिए. जबकि, अभी 500 से ज्यादा ऐसे होटल हैं, जिनमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं हैं और न ही फायर की एनओसी है. इतना ही नहीं जिन भवनों में होटल संचालित हो रहे हैं. वे भवन कमर्शियल नहीं हैं. एडीए से होटल का नक्शा भी पास नहीं है.

आगरा आएंगे G 20 देशों के विदेशी मेहमान

बता दें कि G 20 देशों की कल्चरल कोर कमेटी की आगरा में 9 और 10 फरवरी 2023 को बैठक एक होटल में होना प्रस्तावित है. इसमें शामिल होने के लिए G 20 देशों के प्रतिनिधि आगरा आएंगे. आगरा में 250 से ज्यादा विदेशी मेहमान आएंगे. इसमें G 20 देशों के उद्यमियों, श्रम संगठनों, वैज्ञानिकों, बुद्धिजीवी, युवा और महिलाएं शामिल होंगी. ये लोग आगरा में भविष्य की नीतियों पर मंथन करेंगे.

टीमें कर रहीं सर्वे और निरीक्षण

चीफ फायर ऑफिसर देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शहर के होटल, हॉस्पिटल और अन्य तमाम बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी का ऑडिट और सर्वे का काम चल रहा है. जिन लोगों को पहले नोटिस दिए गए थे, वहां पर टीम जाकर फायर सेफ्टी के उपकरण और इंतजाम का निरीक्षण कर रही है. पूर्व में जिन्हें नोटिस दिए गए थे, उनमें से कई लोगों ने इंतजाम पूरे कर लिए हैं. सभी से यही अपील है कि उन्हें कार्यालय आने की जरूरत नहीं है. ऑनलाइन फायर सेफ्टी एनओसी के लिए आवेदन कर सकते हैं. जिनके पास फायर सेफ्टी की एनओसी नहीं होगी. उन्हें नोटिस देकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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