आगरा: फेसबुक पर इन दिनों कपल्स चैलेंज, सिंगल चैलेंज और स्माइल चैलेंज की धूम मची है. मगर, फेसबुक की मौज-मस्ती कभी भी कपल्स के लिए मुसीबत बन सकती है. इसी मंशा से आगरा पुलिस की साइबर सेल टीम ने कपल चैलेंज को एडवाइजरी जारी की है. साइबर सेल ने कपल्स से अपील की है कि वे इस तरह के चैलेंज में शामिल न हों. इससे उन्हें साइबर क्रिमिनल निशाना बना सकते हैं और उनकी तस्वीरों का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.
आगरा पुलिस की साइबर टीम की ओर से जारी एडवाइजरी में तमाम साइबर क्राइम की भी जानकारी भी दी गई है. क्योंकि आजकल फेसबुक पर कपल्स चैलेंज ट्रेंड कर रहा है. अब तक लाखों की संख्या में दंपति अपनी तस्वीरें इस चैलेंज में शामिल होने के लिए फेसबुक पर अपलोड कर चुके हैं.
कपल्स चैलेंज के नीचे 'ट्राई इट' का विकल्प है. इस पर क्लिक करके दंपति अपनी फोटो अपलोड कर रहे हैं. इस चैलेंज में पति और पत्नी के अलावा बच्चों की भी खूब तस्वीरें अपलोड की जा रही है, इसके बाद पोस्ट शेयर हो जाती है. एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि फेसबुक पर ट्रेंड हो रहे तमाम चैलेंज का प्रमाणिक नहीं हैं. इसे किसने शुरू किया है, इसका भी पता नहीं लगाया जा सकता है. इसलिए लोगों से अपील है कि ऐसे चैलेंज में निजी जानकारी देने से बचें. आगरा पुलिस की साइबर सेल टीम ने कपल चैलेंज को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसके मुताबिक, फेसबुक पर अपलोड की गई तस्वीरों को माफ्ड करके लोगों को साइबर क्राइम का शिकार बना सकते हैं. फेक फेसबुक आईडी बना सकते हैं. इसके साथ ही फोटोज को पोर्न या अन्य अपराध में भी उपयोग कर सकते हैं. इस तरह के चैलेंज को लेकर लोग सतर्क रहें. साथ ही अपनी निजी जानकारी या मोबाइल नंबर समेत अन्य तमाम जानकारियों को किसी को नहीं दें, अन्यथा साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं.
- कपल्स की अपलोड की गई फोटोज को साइबर क्रिमिनल माफ्ड (एडिट करके) करके गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.
- कपल्स की तस्वीर को माफ्ड करके साइबर क्रिमिनल बदनाम कर सकते हैं.
- कपल्स की अपलोड तस्वीरों को उपयोग करके क्रिमिनल फर्जी फेसबुक आईडी बना सकते हैं.
- कपल्स की तस्वीरों का पोर्न या अन्य साइबर अपराध में साइबर क्रिमिनल उपयोग कर सकते हैं.
- कपल्स की तस्वीरों से फेक फेसबुक प्रोफाइल बनाकर साइबर क्रिमिनल परिचितों से रुपये मांग कर ठगी कर सकते हैं. फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर होने वाले इस तरह के चैलेंज या एक्टिविटी या प्रतियोगिता की प्रमाणिकता की जांच करने के बाद ही उसमें शामिल होना चाहिए. अन्यथा कभी भी जरा सी सावधानी हटने पर कपल्स या सोशल मीडिया यूजर साइबर क्रिमिनल का शिकार बन सकते हैं.