आगरा में दूध, खोआ, बेसन, हल्दी में मिलावट आगरा: मिलावटखोर अपने फायदे के लिए ताजनगरी की जनता की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं. भले ही लोग शुद्धता के लिए मुहमांगी कीमत देकर खाने-पीने की सामग्री खरीद रहे हैं. फिर भी मिलावटी खाद्य पदार्थ के सेवन से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. यह खुलासा जिले में बीते तीन माह में खाद्य पदार्थ के लिए गए 278 नमूनों की जांच रिपोर्ट में हुआ है. लैब की जांच में 186 नमूने फेल आए हैं. जिसमें दूध, घी, मावा, तेल, बेसन और मसालों में भी मिलावट की पुष्टि हुई है. इतना ही नहीं, इसमें नामी कंपनी और प्रतिष्ठानों की खाद्य सामग्री भी शामिल हैं. ऐसे में जनता चाहे तो मिलावटी सामान के संदेह पर खुद ही एक साल पर खाद्य पदार्थ की सैंपलिंग कराके जांच करा सकती है.
बता दें कि, जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीमों ने रक्षाबंधन और जन्माष्टमी त्योहार पर बीते तीन माह में खाद्य सामग्री के 278 नमूने अलग अलग प्रतिष्ठान या दुकानों से लिए. जिसमें दूध, दूध से बने उत्पाद, घी, खोवा, रिफाइंड, सरसों का तेल, दालें, पान मसाला, हल्दी, धनिया, गरम मसाला, काली मिर्च, नमकीन समेत समेत अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए. इन सैंपल की लैब में जांच कराई. जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है. रिफाइंड, डिटर्जेंट और रसायन से बना दूध 9 सैंपल की रिपोर्ट आई असुरक्षित: बता दें कि, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीमों ने जिले में तीन माह में खाद्य सामग्री के 278 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे. इन 278 नमूनों की जांच में लैब की टीम ने पाया कि, 186 नमूने फेल हैं. इतना ही नहीं, इनमें 9 नमूने रिपोर्ट में असुरक्षित पाए गए हैं. जो लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं. नमूनों की जांच में खुलासा हुआ है कि, नकली सामग्री में दूध और दूध से बने प्रोडेक्ट मिले हैं. जो सिंथेटिक हैं. क्योंकि, खाद्य सामग्री मिलावटी और नकली खाद्य सामग्री के सेवन से पेट की बीमारी, किडनी और हृदय रोग का खतरा बढ जाता हैमसालों में भी मिली मिलावट सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के जिला अभिहित अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि, जिले में इस समय त्योहार को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. खादय पदार्थ के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे जा रहे हैं. लैब से जो रिपोर्ट आती है. उसके मुताबिक ही कार्रवाई की जा रही है. लैब से यदि किसी सैंपल की जांच रिपोर्ट बस स्टैंडर्स, मिसब्रांडिंग या मिस वाइलेंसन की आती हैं. तो ऐसे मामले में एडीएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया जाता है. यदि सैंपल की रिपोर्ट अनसेफ आती है तो एसीजीएम के कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया जाता है. आगरा में सबसे ज्यादा सैंपल मिल्क प्रोडेक्ट के फेल हो रहे हैं. टीमें लगातर शहर और देहात में अभियाल चलाकर सैंपल ले रही हैं. यहां पर करें मिलावट की शिकायत:खादय सुरक्षा एवं औषधि विभाग की ओर से मिलावटखों पर अंकुश लगाने के लिए टोल फ्री जारी किया है. मिलावट या मिलावट का सामान खरीदने पर आजमन टोल फ्री नंबर 18001805533 पर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक शिकायत कर सकते हैं. यहां पर शिकायत करने से संबंधित जिले के अभिहित अधिकारी के पास शिकायत पहुंच जाएगी. जिससे अभिहित अधिकारी की ओर से सैंपल की कार्रवाई कराई जाएगी.
ये मिली मिलावट: दूध या दूध प्रोडेक्ट में पानी और बसा की कमी मिली. इस के साथ नकली दूध भी मिला, जिसमें रिफाइंड, डिटर्जेंट के अलावा अन्य रसायन भी थे. वहीं, बेसन में मक्का का आटा और घुन वाले चने का उपयोग किया गया. इसी के साथ घी में वनस्पति तेल और एजेंस की मिलावट थी. घटिया मूंगफली दाने, खराब दाल और बेसन के साथ नमकीन बनाई गई थी. यह भी पढ़ें: सावधान! दूध, दही, पनीर और मावा में मिलावट, क्या सफेद जहर खा रहे हैं आप ?
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