आगरा: ताजनगरी में हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तक जिले में 655 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 208 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. वहीं कोरोना से मृतकों की संख्या 16 थी, जो बुधवार देर शाम बढ़कर 18 हो गई. बुधवार को कोरोना फाइटर सिपाही की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. बता दें कि रोडवेज विभाग के कोरोना संक्रमित वरिष्ठ परिचालक की भी बुधवार को मौत हो गई. पुलिसकर्मी और रोडवेजकर्मी की मौत से दोनों विभागों में हड़कंप मच गया है.
पहले रिपोर्ट आई नेगेटिव, दोबारा जांच में मिले पॉजिटिव
शाहगंज क्षेत्र निवासी रोडवेज के वरिष्ठ परिचालक डीपी शर्मा का स्वास्थ्य दो हफ्ते से खराब था. तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने 25 अप्रैल को उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां पर कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आई. एसएन मेडिकल कॉलेज से परिजन उन्हें सिकंदरा के एक निजी हॉस्पिटल में रेफर करा के ले गए, जहां पर फिर से उनकी कोरोना की जांच कराई, जो पॉजिटिव आई. मंगलवार सुबह परिजनों ने डीपी शर्मा को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां बुधवार को उनकी मौत हो गई.
मौत के बाद सिपाही की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव
मैनपुरी के उछावा निवासी 57 वर्षीय सतीश चंद्र पुलिस में सिपाही थे. वह एंटी रोमियो स्क्वाड की गाड़ी चलाते थे. हाल ही में एमएम गेट क्षेत्र में उनकी ड्यूटी लगी थी. 30 अप्रैल को तबीयत खराब होने पर सतीश चंद्र को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. उनका कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिया गया, लेकिन एक मई को सतीश चंद्र की मौत हो गई, जिसके बाद कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनके शव का दाह संस्कार कर दिया गया. अब जब सतीश चंद की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो महकमे में हड़कंप मच गया है. एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सिपाही सतीश चंद्र की मौत के मामले में लिखा पढ़ी पूरी हो गई है. परिवार की आर्थिक मदद के लिए सभी दस्तावेज मुख्यालय भेजे जा रहे हैं.
बता दें कि आगरा में सब्जी, फल विक्रेता, दूधिया, हेल्थ वर्कर, चिकित्सक, होमगार्ड, पुलिसकर्मी और कैदी भी कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावे और रणनीति कोरोना को कंट्रोल करने में फेल साबित हो रहे हैं.