आगरा: ताजनगरी में खाकी सुरक्षित नजर नहीं आ रही है. जहां पुलिस पर बदमाश गोलियां बरसा रहे हैं तो वहीं खनन माफिया सरेराह पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ा रहे हैं. बता दें कि बीते 9 साल के आंकड़े यह बात बयां कर रहे हैं. आगरा की जमीन 10 से ज्यादा बार पुलिसकर्मियों के खून से लाल हुई है. अपराधियों और खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. जिससे खाकी खौफ में है. बीते 9 साल के आंकड़ों पर गौर करें तो एक दारोगा सहित 7 पुलिसकर्मियों की आगरा में हत्या की गई है.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मामला
इस घटना के संबंध में एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि, खंदौली की घटना की विवेचना सही तरीके करने के निर्देश दिए हैं. यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा. जिसे जल्द से जल्द दोषी को सजा दिलाई जाए. आरोपी का नाम पहले से ही साफ है. उसकी गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही जिले की जो पुरानी घटनाएं पुलिस कर्मियों पर हमले की हुई हैं उन्हें भी देखा जाएगा. वह घटनाएं भी महत्वपूर्ण हैं.
पुलिस पर हमले की घटनाएं
1 अक्टूबर 2012 श्रीधाम एक्सप्रेस कांड- श्रीधाम एक्सप्रेस में रेलवे स्टेशन के पास सपा नेता शम्मी कोहली के हत्यारोपी मोहित भारद्वाज को शूटरों ने गोलियों से भून दिया गया था. शूटरों ने सिपाही आस मोहम्मद की चलती ट्रेन से फेंक कर हत्या की थी. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
5 दिसंबर 2013 एपी एक्सप्रेस कांड- एपी एक्सप्रेस में बदमाशों ने हरेंद्र राणा और वीनेश को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मियों पर हमला बोला था. पुलिस पर गोलियां चलाई थीं. जिसमें सिपाही खलील अहमद घायल हो गए थे. उपचार के दौरान खलील अहमद की मौत हो गई थी. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
2 जुलाई 2014 मलपुरा में सिपाही की हत्या- मलपुरा के गांव बमरौली अहीर में आरोपी की तलाश में पुलिस टीम दबिश देने गई थी. जहां पर आरोपियों की ओर से पुलिस टीम पर हमला किया गया. जिसमें सिपाही प्रदीप यादव की गोली मारकर हत्या हुई थी. आरोपी जेल में हैं और मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
5 अप्रैल 2017 शमशाबाद में सिपाही की हत्या- शमशाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने छापेमारी की थी. जहां पर आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. जिसमें सिपाही अजय यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आरोपी जेल में हैं और मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
29 जुलाई-2017 सिपाही की चेकिंग में हत्या- एत्मादउद्दौला थाना के कालिंदी विहार में 100 फुटा रोड पर चेकिंग के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने सिपाही सतीश यादव की ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी थी. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
25 सितंबर 2019 खनन माफिया ने ट्रैक्टर चढ़ाया- खेरागढ़ के गांव गढ़सान में बालू से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने के प्रयास में खनन माफिया के गुर्गों ने सिपाहियों को कुचलने का प्रयास किया था. गोलियां चलाईं थी. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
5 जून 2019 खनन माफिया का पुलिस पर हमला- खेरागढ़ के गांव बरहरा में खनन माफिया के गुर्गों ने पुलिस पर हमला किया था. खनन माफिया के गुर्गों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. जिसमें 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
3 नवंबर 2019 दरोगा पर हमला किया- खनन माफिया ने इरादत नगर में दारोगा निशामक त्यागी पर गोलियां चलाईं थी. जिसमें दारोगा घायल हो गए थे. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
19 दिसंबर 2019 सिपाहियों पर ट्रैक्टर चढ़ाया- खेरागढ़ के गांव रुथुयु में अवैध बालू खनन करके ले जाते समय ट्रैक्टर को रोकने पर चालक ने सिपाहियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया था. जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
6 जुलाई 2020- फतेहाबाद थाना के गांव लालपुरा में अवैध पुलिस टीम पर हमला किया था. यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
14 जुलाई 2020 सिपाही पर चालक ने ट्रैक्टर चढ़ाया- अछनेरा थाना क्षेत्र के किरावली में खनन माफिया के गुर्गों ने अवैध बालू का ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने पर सिपाही राघवेंद्र पर ट्रैक्टर चढ़ाकर चोटिल कर दिया था. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
7 नवंबर 2020 सिपाही की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या- खेरागढ़ में खनन माफिया के गुर्गों ने सैयां थाना में तैनात सिपाही सोनू चौधरी की ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी थी. मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है.
आगरा की घटना ने पुलिस महकमा में खलबली मचा दी है. पुलिस की लगातार टीमें आरोपी की तलाश में जुटी है. वहीं, पूर्व में पुलिस पर हुई हमले की घटनाओं को लेकर अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है.