आगरा: ताजनगरी में बिना रजिस्ट्रेशन के 14 मदरसे चल रहे हैं. सीएम योगी के निर्देश पर मदरसों का सर्वे (survey of madrassas) किया गया था. 12 बिंदुओं पर सभी 14 मदरसे खरे नहीं उतरे हैं. जिला प्रशासन की टीम अब शिकायत मिलने पर जिले में सर्वे करेगी. इसके बाद डीएम आगरा और फिर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. इन मदरसों के प्रकरण में शासन स्तर से निर्णय लेना है.
बता दें कि शासन के निर्देश पर यूपी में अपंजीकृत मदरसों का सर्वे (Survey of unregistered madrasas in UP) किया जा रहा है. हर जिले में कमेटी बनाकर शासन की ओर से 12 बिंदुओं पर कमेटी मदरसों का सर्वे कर रही हैं. जिले में 120 मदरसे पंजीकृत हैं. वहीं, एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में बीएसए, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों की कमेटी अपंजीकृत मदरसों का सर्वे कर रही है. टीम ने सर्वे में 14 बिना मान्यता वाले मदरसों का चिह्नित किया है.ये सभी मदरसे स्ववित्त पोषित हैं. कमेटी 12 बिंदुओं पर सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर रही है. जिले की रिपोर्ट डीएम आगरा नवनीत सिंह चहल को पांच अक्टूबर को शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण (District Minority Welfare) अधिकारी प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि जिले में 120 मदरसे पंजीकृत हैं. 10 सितंबर 2022 से अपंजीकृत मदरसों का सर्वे किया गया था. शासन की मंशा है कि मदरसे में अध्ययनरत बच्चों को आधुनिक शिक्षा भी दी की जाए, जिससे बच्चों का करियर बन सके. अभी मदरसों की स्थापना वर्ष, शिक्षक और बच्चों की संख्या, मदरसों की आमदनी के स्रोत समेत अन्य जानकारियां जुटाईं जा रहीं हैं.
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ये मदरसे बिना मान्यता मिले
- सुन्नी मरकज दारूल उलुम गरीब नवाज-नगला मेवाती.
- तजवीजुल कुरान करीम-नगला मेवाती.
- फैजान ए सिद्दीक ए अकबर-नगला मेवाती.
- अफजल उल उलूम-ताजगंज.
- बरकात ए इस्लाम-ताजगंज.
- हनीफिया गौसिया शाही मस्जिद कटरा नील-नाई की मंडी.
- दावतुल कुरान-सदर बाजार.
- सिद्दिकिया रफीकुल कुआन-सदर बाजार.
- तजवीजुल कुरान-बोदला.
- दारूल उलुम मोहम्मदिया-धनौली.
- जामिया गुलशन मुस्तफा-बोदला.
- दारूल उलुम असहाबे सुफ्फा-रूनकता.
- एजुकेशनल सोसाइटी-नूरी मस्जिद-सिकंदरा.