नई दिल्ली: हॉकी में सबसे अनुभवी मिडफील्डर में से एक लिलिमा मिंज ने गुरुवार को खेल से संन्यास लेने का फैसला किया. साल 2011 में अर्जेंटीना में आयोजित चार देशों के महिला हॉकी टूर्नामेंट में राष्ट्रीय टीम के लिए डेब्यू करने वाली लिलिमा भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ कई शानदार पलों का हिस्सा रही हैं.
बता दें, ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के रहने वाले इस मिडफील्डर ने भारत के लिए 156 मैचों में 12 गोल किए. वह एशियाई खेल 2014 में कांस्य पदक जीतने वाले अभियान, साल 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने और साल 2019 में हिरोशिमा में एफआईएच महिला सीरीज फाइनल में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं.
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लिलिमा उस समय टीम का हिस्सा थीं, जब भारतीय महिलाओं ने 36 साल बाद पहली बार ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई किया और साल 2016 में रियो ओलंपिक खेलों में भाग लिया. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र निंगोमबम ने दो बार के एशियाई खेलों के पदक विजेता को भारतीय हॉकी में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए बधाई दी.
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उन्होंने कहा, लिलिमा ने अपने शानदार करियर के दौरान भारतीय हॉकी में बहुत बड़ा योगदान दिया है. उन्होंने पिछले कुछ साल में भारतीय महिला हॉकी टीम के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाई है. हॉकी इंडिया उन्हें शानदार करियर के लिए बधाई देने के साथ उनके जीवन के अगले अध्याय के लिए शुभकामनाएं भी देता है.