नई दिल्ली: टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) की डेवलपमेंट टीम का हिस्सा निकहत जरीन तुर्की में छह से 21 मई तक होने वाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन को लेकर उत्साहित हैं. टोक्यो ओलंपिक 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और निकहत सहित कुल 12 भारतीय मुक्केबाज इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी, जिसमें इस साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों से पहले उनकी कड़ी परीक्षा होगी.
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) द्वारा जारी विज्ञप्ति में निकहत ने कहा, मैं बेहद रोमांचित और आश्वस्त हूं (विश्व चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा को लेकर). पिछले कुछ समय में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद करती हूं कि इसे जारी रखूंगी. मैंने इसके लिए अच्छी तैयारी की है. उन्होंने कहा, मैंने अपने प्रदर्शन का विश्लेषण किया है और उन चीजों पर काम किया है, जिनमें कमी महसूस हो रही थी. विश्व चैंपियनशिप में मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी. मैंने अपने खेल में शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से सुधार किया है. मैं अब तकनीकी रूप से अधिक सक्षम मुक्केबाज हूं.
यह भी पढ़ें: Boxing Championship: मंजू रानी और निकहत जरीन सेमीफाइनल में
भारतीय दल में 12 मुक्केबाजों के अलावा सहयोगी स्टाफ के 11 सदस्य भी शामिल हैं. ये सभी 20 अप्रैल को तुर्की के लिए रवाना हो गए, जहां प्रतियोगिता से पहले पांच मई तक ट्रेनिंग शिविर चलेगा. निहकत के अलावा तुर्की में महिला विश्व मुक्केबाजी में नीतू घंघास, अनामिका, शिक्षा, जैस्मिन, मनीषा, परवीन हुड्डा, अंकुशिता बोरो, लवलीना, स्वीटी, पूजा रानी और नंदिनी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. खेल मंत्रालय ने टीम के ट्रेनिंग शिविर और प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 92 लाख 12 हजार रुपए स्वीकृत किए हैं.
यह भी पढ़ें: निकहत जरीन और दिल्ली की हेमलता ने राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप का शुरूआती मुकाबला जीता
निकहत को इस साल एशियाई खेलों में महिला 51 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करनी है. निकहत के अलावा मनीषा मोन (57 किग्रा), जैस्मिन (60 किग्रा), लवलीना (69 किग्रा) और स्वीटी बूरा (75 किग्रा) चीन के हांगझोउ में 10 से 25 सितंबर तक होने वाले एशियाई खेलों के लिए महिला टीम में जगह बना चुके हैं.