नई दिल्लीः भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी तान्या हेमंत ने तेहरान में आयोजित 31वें ईरान फज्र इंटरनेशनल चैलेंज के विमंस सिंगल्स वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है. उन्होंने फाइनल में टॉप रैंकर तसनीम मीर को 21-7, 21-11 से हराया. मुकाबले में तान्या ने शुरू से ही मीर पर दबाव बनाना शुरू किया. नतीजा ये रहा कि तान्या ने इस मैच को दिन का सबसे छोटे मैच बनाते हुए तसनीम को अपने सामने टिकने नहीं दिया. इसके बाद विजेता को पोडियम पर जाने के लिए कहा गया. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हुआ कि तान्या को असहज का सामना तब करना पड़ा. तान्या को मेडल लेने के लिए ईरानी नियमों के तहत मजबूर होना पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दरअसल तान्या को पोडियम पर जाकर मेडल लेने के लिए हिजाब पहनना पड़ा. बताया जा रहा है कि ये टूर्नामेंट के आयोजकों की अजीब शर्तों में से एक थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक आयोजकों ने नियम बनाया था कि जो भी महिला खिलाड़ी पोडियम पर मेडल लेने जाएंगी उन्हें अपने सिर पर दुपट्टा या हिजाब रखना होगा. हालांकि, ये शर्ट टूर्नामेंट के प्रोस्पेक्टस से गायब था. प्रोस्पेक्टस में वहीं नियम लिखे थे जो दुनिया भर के बैडमिंटन टूर्नामेंट में होते हैं.
वहीं, टूर्नामेंट में मैच के दौरान किसी भी पुरुष को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं थी. गेट पर नोटिस लगाया गया था कि पुरुषों के प्रवेश पर प्रतिबंध है. पुरुषों को केवल पुरुष खिलाड़ी और मिक्स्ड डबल्स खिलाड़ियों के मैच देखने की ही अनुमति थी. महिला मैच में रेफरी और अंपायर भी महिलाएं थीं. बता दें कि ईरान में इस्लामिक कानूनों का बहुत सख्ती से पालन होता है. ईरान में जब भी कोई टूर्नामेंट होते हैं तो अन्य देशों के खिलाड़ियों को भी इन नियमों का पालन करना पड़ता है. पिछले साल तसमीन के खिताब जीतने पर भी उन्हें हिजाब पहनना पड़ा था.
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