लंदन: इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर माइक गैटिंग शुक्रवार को 52 साल की उम्र में शेन वार्न के निधन की खबर सुनकर आश्चर्यचकित रह गए. गटिंग ने तीन दशक पहले की याद को साझा करते हुए बताया कि, वार्न की बॉल ऑफ द सेंचुरी ने उन्हें 4 जून, 1993 को ओल्ड ट्रैफर्ड में एशेज टेस्ट के उद्घाटन के दूसरे दिन परेशान किया था.
इसके बाद, वार्न ने 'बॉल ऑफ सेंचुरी' गेंद पर गटिंग को बोल्ड कर दिया था, वह गेंद लेग स्टंप से काफी घुमती हुई गैटिंग के ऑफ स्टंप पर जा लगी थी, जिसे देख दुनिया का हर खिलाड़ी हैरान रह गया था. बाद में उस गेंद को गटिंग बॉल के नाम से भी जाना गया. स्पिन किंग ने पहले 11 टेस्ट खेले थे, लेकिन इंग्लैंड में यह उनका पहला टेस्ट था और मेजबान टीम उनकी प्रतिभा के बारे में बहुत जागरुक थी.
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गैटिंग ने बीबीसी फाइव लाइव को बताया, हम समझ गए थे कि वह एक बहुत ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा, हम उससे ज्यादा उनके बारे में नहीं जानते थे और मैच शुरू होने से पहले उन्होंने उन्हें सिर्फ लेग-ब्रेक गेंदबाजी करने के लिए कहा था और उन्होंने फ्लिपर्स, टॉपल्स (टॉप-स्पिनर), और गुगली नहीं फेंकी थी. लेकिन जब वह अपनी दूसरी योजना पर आए तो मैं बस गेंद को देखता ही रह गया.
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जब वार्न गेंदबाज के रूप में क्रिकेट जगत में हलचल मचाने आए तब 64 वर्षीय गैटिंग अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के अंतिम पड़ाव पर थे. लेकिन 30 साल बाद जिस तरह से वॉर्न ने उन्हें आउट किया, उससे वह हैरान रह गए थे. वार्न के निधन पर गैटिंग ने कहा, यह वास्तव में अविश्वसनीय रहा है. मैंने एक महान क्रिकेटर और एक महान व्यक्ति खो दिया है. मैं उन्हें एक महान मित्र कहकर बहुत खुश हूं.