सिडनी: चेतेश्वर पुजारा ने 176 गेंदों पर 50 रन बनाए, लेकिन भारत को मैच में बनाए रखा. उन्होंने ऋषभ पंत के साथ 53 रनों की साझेदारी भी निभाई. लंच के बाद हालांकि दोनों बल्लेबाज आउट हो गए.
दिन का खेल खत्म होने के बाद पुजारा ने कहा, "मैं जिस गेंद पर आउट हुआ वो इस सीरीज की सबसे अच्छी गेंद थी. मुझे नहीं लगता कि मैंने जो किया मैं उससे बेहतर कर सकता था, चाहे मैं 100 या 200 पर बल्लेबाजी कर रहा होता, मुझे नहीं लगता कि मैं उस गेंद पर बच पाता. मुझे उस गेंद को खेलना पड़ा. उसमें अतिरिक्त उछाल था. इसलिए एक गेंद थी जो अच्छी थी और दुर्भाग्यवश मैं उससे पार नहीं पा सका. आपको इसे मानना होगा."
उन्होंने कहा, "कमिंस नंबर-1 टेस्ट गेंदबाज हैं. वह बार-बार इस बात को साबित कर रहे हैं. उनको इस विकेट पर खेलना मुश्किल हो रहा है, जहां ज्यादा मदद नहीं है. उन्हें इस विकेट के बारे में ज्यादा पता है. कई बार वह अनप्लेएबल गेंद डाल देते हैं, जैसे जिस गेंद पर आज मैं आउट हुआ." पुजारा ने कहा कि पंत के आउट होने से भारतीय पारी पर असर पड़ा.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि पंत के आउट होने के बाद से पारी बदल गई. हम तब तक अच्छी स्थिति में थे. हम 180 रनों के आस-पास थे और हमारे चार विकेट ही गिर थे. पंत जब आउट हुए तब चीजें बदल गईं और फिर मैं आउट हो गया. हमारा लक्ष्य 330-340 का स्कोर करने का था. हम वहां तक नहीं पहुंच सके. अजिंक्य रहाणे का विकेट बड़ा झटका था, लेकिन हमने वहां से वापसी की और पंत के साथ मेरी अच्छी साझेदारी हुई."
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उनसे जब पूछा गया कि क्या पंत के जाने से उनकी बल्लेबाज पर असर पड़ा? तो उन्होंने इससे मना कर दिया. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि पंत के जाने से मुझपर असर पड़ा, लेकिन हां जब वह थे तो मैं थोड़ा सहज था और हम साझेदारी बना रहे थे. मैं ये नहीं कह सकता क्योंकि पंत को गेंद लगी और वो फिर आउट हो गए. मैं अपनी एकाग्रता खो बैठा. वह शानदार गेंद थी."