मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी घरेलू टी20 प्रतियोगिता सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से टीमों को खिलाड़ियों के टैक्टिकल सब्स्टीट्यूशन (tactical substitutions) करने की अनुमति दे दी है. इस प्रतियोगिता का आयोजन 11 अक्तूबर से होगा. बीसीसीआई ने एक ई-मेल के जरिए अपने सभी स्टेट एसोसिएशन को 'इम्पैक्ट प्लेयर' नियम के बारे में बताया है जिसके तहत एक टीम हर मैच के दौरान एक खिलाड़ी को रणनीतिक बिंदु के तौर पर स्थानांतरित कर सकेगी.
ईएसपीएनक्रिकइंफो को पता चला है कि बोर्ड इस नियम को पिछले कुछ सालों से आईपीएल में भी लागू करने की सोच रहा था. अगर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इसका सफलतापूर्वक प्रयोग होगा तो ऐसा माना जा रहा है कि ऐसे ही नियम को आईपीएल 2023 में भी देखा जा सकेगा.
सब्स्टीट्यूट का क्या रोल रहेगा?
हर मैच में प्लेइंग इलेवन के साथ कोई भी टीम चार सब्स्टीट्यूट खिलाड़ियों की घोषणा करेगी. इनमें से किसी एक को मैच में खेलने का मौका मिलेगा. यह खिलाड़ी शुरूआती एकादश के किसी भी सदस्य की जगह दोनों पारियों के 14वें ओवर से पहले किसी भी समय टीम में शामिल होगा. यह नया खिलाड़ी पूरे ओवर डाल सकेगा और बल्लेबाजी भी कर सकेगा. ऐसा खिलाड़ी किसी बल्लेबाज को भी स्थानांतरित कर सकेगा जिसने पहले ही बल्लेबाजी कर ली हो, हालांकि टीम से सिर्फ़ 11 ही खिलाड़ी बल्लेबाजी कर सकेंगे. ठीक से ही इम्पैक्ट प्लेयर किसी गेंदबाज को रिप्लेस करके अपने पूरे ओवर डाल सकेगा, भले ही पिछला खिलाड़ी भी कुछ ओवर डाल चुका हो.
इस नियम से टीमों को टॉस हारने से होने वाली क्षति को कम करने का अवसर मिलेगा. उदाहरण के तौर पर अगर किसी टीम को टॉस हारकर शाम को ओस के व़क्त गेंदबाजी करनी पड़ती है तो वह अपने गेंदबाजी क्रम में एक अतिरिक्त गेंदबाज को शामिल करके इसकी भरपाई कर सकते हैं. या अत्यधिक टर्न ले रही पिच पर लक्ष्य का पीछा कर रही टीम इस नियम से अपने टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को डाल सकती है.
इस नियम से अकस्मात इंजरी से किसी खिलाड़ी के बाहर हो जाने से उसकी जगह किसी और को खेल में लाया जा सकता है. ठीक ऐसे ही अगर किसी गेंदबाज को दो बीमर फेंकने पर गेंदबाजी से प्रतिबंधित कर दिया जाए तो उसकी जगह कोई और भी मैदान में आकर आक्रमण संभाल सकेगा.
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