तेल अवीव : इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के शीर्ष अधिकारियों और देश के राजनीतिक प्रतिष्ठान को आश्चर्यचकित करते हुए, गाजा के उग्रवादी संगठन हमास ने जमीन, हवा और समुद्र से इजराइल पर हमला किया. देश के दक्षिण में लाखों इजरायली आने वाले रॉकेटों की भयानक आवाज और गड़गड़ाहट से जाग गए. हवाई हमले के सायरन उत्तर की ओर तेल अवीव तक गूंज रहे थे. येरूशलम में इजराइल के एंटी-रॉकेट इंटरसेप्टर भी गरजने लगे थे. एक अभूतपूर्व हमले में सशस्त्र हमास लड़ाकों ने सीमा पर लगाई गई इजरायल की अत्यधिक मजबूत बाढ़ के कुछ हिस्सों को बम से उड़ा दिया. आतंकी गाजा सीमा से लगे इजरायली क्षेत्रों में घुस गये. उन्होंने आम नागरिकों और वहां तैनात इजरायली सैनिकों पर हमला किया.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को जिस तरह का हमला हुआ उसकी तुलना 50 साल और एक दिन पहले हुए मिस्र और सीरियाई बलों सैनिकों के बीच 1967 में हुए एक संक्षिप्त संघर्ष से की जा रही है. तब भी योम किप्पुर के यहूदी अवकाश के दौरान हमला किया गया था.
इजराइल में हमास का हमला : सुबह लगभग 6.30 बजे हमास ने दक्षिणी इजराइल में रॉकेटों की बौछार की, जिसकी आवाज तेल अवीव और बेर्शेबा तक सुनाई दी. हमास ने कहा कि उसने शुरुआती हमले में 5,000 रॉकेट लॉन्च किए. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल की सेना ने कहा कि 2,500 रॉकेट दागे गए. हमास की सेना के अल-कसम ब्रिगेड के प्रमुख मोहम्मद दीफ ने कहा कि हम ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड की शुरुआत की घोषणा करते हैं. उन्होंने कहा कि हम घोषणा करते हैं कि पहला हमले में दुश्मन (इजराइयल) के ठिकानों, हवाई अड्डों और सैन्य किलेबंदी को निशाना बनाया गया. इसके लिए 5,000 से अधिक मिसाइलें और गोले दागे गए.
रॉकेट हमले ने सेनानियों की अभूतपूर्व बहु-आयामी घुसपैठ को कवर देने का काम किया. यानी रॉकेट हमलों की आड़ में हमास के पैदल सैनिक इजरायली सीमा में प्रवेश कर गये. इस हमले के बाद इजरायली सेना ने कहा कि सुबह 7:40 बजे तक फिलिस्तीनी बंदूकधारी इजरायल में घुस गए थे.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश लड़ाके गाजा और इजराइल को अलग करने वाली सुरक्षा बाधाओं को तोड़कर इजरायल में घुस आए. हमास के एक सैनिक को संचालित पैराशूट में उड़ते हुए फिल्माया गया था. लड़ाकू विमानों से भरी एक मोटरबोट को सैन्य अड्डे वाले इजरायली तटीय शहर जिकिम की ओर जाते देखा गया. एक वायरल वीडियो में कम से कम छह मोटरसाइकिलों को लड़ाकू विमानों के साथ सीमा पार करते हुए देखा गया.
सुबह 9.45 बजे (06:45 जीएमटी) गाजा में धमाके सुने गए और सुबह 10 बजे (07:00 जीएमटी) इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि वायु सेना गाजा में हमले कर रही थी. इजराइल की सेना ने कहा कि सुबह 10 बजे (07:00 GMT), फिलिस्तीनी लड़ाके सीमा के आसपास कम से कम तीन सैन्य प्रतिष्ठानों में घुस गए - बेत हनौन सीमा पार (इजराइल जिसे इरेज कहता है), जिकिम बेस और रीम में गाजा डिवीजन मुख्यालय.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, पकड़े गए कई इजरायली सैन्य वाहनों को बाद में गाजा में ले जाते हुए देखा गया था. इजरायली मीडिया के अनुसार, लड़ाकों ने गाजा से 30 किमी (20 मील) पूर्व में स्थित इजरायली शहर सेडरोट, बेरी और ओफाकिम पर हमला किया. दक्षिणी इजराइल के निवासियों ने बम शेल्टर के रूप में अपने घर के तहखानों या मजबूत कोनों का सहारा लिया. इजराइल की सेना ने निवासियों को घर के अंदर रहने का आदेश दिया. रेडियो संदेश के जरीये नागरिकों से कहा गया कि हम आप तक पहुंचेंगे.
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, देर शाम तक, इजरायली सैनिक हमास लड़ाकों के कब्जा किये गये क्षेत्रों को मुक्त कराने का प्रयास कर रहे थे. इजरायली मीडिया ने बताया कि बंदूकधारियों ने ओफाकिम में लोगों को बंधक बना लिया है, जबकि फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद ने कहा कि उसने इजरायली सैनिकों को पकड़ रखा है. हमास के सोशल मीडिया अकाउंट पर कथित तौर पर बंधकों को गाजा में ले जाते हुए फुटेज दिखाए गए.
एक अन्य वीडियो में बनियान, शॉर्ट्स और फ्लिप-फ्लॉप पहने तीन युवकों को दीवार पर हिब्रू भाषा में लिखते हुए एक सुरक्षा प्रतिष्ठान के माध्यम से मार्च करते हुए देखा गया. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अन्य वीडियो में महिला बंदियों और इजरायली सैनिकों को एक सैन्य वाहन से खींचते हुए दिखाया गया है.
इसके बाद इजरायली हवाई हमले शनिवार देर रात तक जारी रहे. जिसके जवाब में हमास ने दक्षिणी इजरायल में रॉकेट दागे. इजरायली सैनिक अभी भी गाजा पट्टी के पास 22 स्थानों पर हमास बंदूकधारियों से लड़ रहे है. जिससे हमले की व्यापकता का संकेत मिलता है. इजराइल की सेना ने कहा कि वह अभी भी 'सैकड़ों' फिलिस्तीनी घुसपैठियों से लड़ रही है.
इजरायलियों ने यह मान लिया था कि उनकी खुफिया सेवाएं सेना को किसी भी बड़े हमले या आक्रमण के बारे में पहले से ही सचेत करने में सक्षम होंगी, लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, हमास की ओर से अचानक किया गया हमला इजरायली खुफिया विभाग की भारी विफलता को दर्शाता है.