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वॉल स्ट्रीट जर्नल के इंटरव्यू में बोले पीएम मोदी- 'हम तटस्थ नहीं, शांति के पक्ष में'

वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, "चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन-चैन जरूरी है. संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हमारा मूल विश्वास है."

पीएम मोदी
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Published : Jun 20, 2023, 11:20 AM IST

Updated : Jun 20, 2023, 12:16 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता आवश्यक है. अपने अमेरिका दौरे की शुरुआत से पहले 'वाल स्ट्रीट जर्नल' को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हमारा मूल विश्वास है. साथ ही भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है." उन्होंने कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता आवश्यक है.

ज्ञात हो कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून, 2020 को भारत और चीनी सेनाओं के बीच संघर्ष हो गया था. यह पिछले पांच दशक में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस तरह का पहला संघर्ष था और इससे द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आ गया था. यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत की भूमिका से जुड़े एक सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान शांति के पक्ष में है. उन्होंने कहा, "सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए. विवादों को 'कूटनीति और बातचीत' के जरिए हल किया जाना चाहिए, युद्ध के साथ नहीं."

  • For normal bilateral ties with China, peace & tranquility in the border areas is essential. We have a core belief in respecting sovereignty & territorial integrity, observing the rule of law & peaceful resolution of differences & disputes. At the same time, India is fully… pic.twitter.com/DrZlKgSlsR

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, "कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं. लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं. हम शांति के पक्ष में हैं. दुनिया को पूरा विश्वास है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है." मोदी ने कहा कि संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत जो कुछ भी कर सकता है वह करेगा. उन्होंने कहा कि इस दिशा में भारत सभी वास्तविक प्रयासों का समर्थन करता है.

  • There has to be an evaluation of the current membership of the (UN Security) council and the world should be asked if it wants India to be there: PM Modi in an interview to Wall Street Journal

    (File photo) pic.twitter.com/r7mnAI36dC

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : PM Modi US Visit : अमेरिकी दौरे पर रवाना हुए पीएम मोदी, जानें क्या रहेगा शेड्यूल, किन-किन नेताओं से करेंगे मुलाकात

भारत-अमेरिका संबंधों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच 'अभूतपूर्व विश्वास' है. उन्होंने कहा, "भारत एक उच्च, गहरी और व्यापक प्रोफ़ाइल और एक विस्तृत भूमिका का हकदार है. हम भारत को किसी देश की जगह लेने वाले के रूप में नहीं देखते हैं। हम इस प्रक्रिया को भारत को दुनिया में अपना सही स्थान हासिल करने के रूप में देखते हैं."

  • All countries should respect international law and the sovereignty of countries. Disputes should be resolved with “diplomacy and dialogue,” not war...Some people say that we are neutral. But we are not neutral. We are on the side of peace...The world has full confidence that… pic.twitter.com/PWeunGkG5K

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ है और यही कारण है कि उनकी विचार प्रक्रिया, उनका आचरण या फिर वह जो कहते और करते हैं, वह देश की विशेषताओं और परंपराओं से प्रेरित और प्रभावित है. उन्होंने कहा, "मुझे इससे अपनी ताकत मिलती है। मैं अपने देश को दुनिया के सामने वैसे ही पेश करता हूं जैसा मेरा देश है, और खुद को भी, जैसा मैं हूं."

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता आवश्यक है. अपने अमेरिका दौरे की शुरुआत से पहले 'वाल स्ट्रीट जर्नल' को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हमारा मूल विश्वास है. साथ ही भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है." उन्होंने कहा कि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता आवश्यक है.

ज्ञात हो कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून, 2020 को भारत और चीनी सेनाओं के बीच संघर्ष हो गया था. यह पिछले पांच दशक में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस तरह का पहला संघर्ष था और इससे द्विपक्षीय संबंधों में तनाव आ गया था. यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत की भूमिका से जुड़े एक सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान शांति के पक्ष में है. उन्होंने कहा, "सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए. विवादों को 'कूटनीति और बातचीत' के जरिए हल किया जाना चाहिए, युद्ध के साथ नहीं."

  • For normal bilateral ties with China, peace & tranquility in the border areas is essential. We have a core belief in respecting sovereignty & territorial integrity, observing the rule of law & peaceful resolution of differences & disputes. At the same time, India is fully… pic.twitter.com/DrZlKgSlsR

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, "कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं. लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं. हम शांति के पक्ष में हैं. दुनिया को पूरा विश्वास है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है." मोदी ने कहा कि संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत जो कुछ भी कर सकता है वह करेगा. उन्होंने कहा कि इस दिशा में भारत सभी वास्तविक प्रयासों का समर्थन करता है.

  • There has to be an evaluation of the current membership of the (UN Security) council and the world should be asked if it wants India to be there: PM Modi in an interview to Wall Street Journal

    (File photo) pic.twitter.com/r7mnAI36dC

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें : PM Modi US Visit : अमेरिकी दौरे पर रवाना हुए पीएम मोदी, जानें क्या रहेगा शेड्यूल, किन-किन नेताओं से करेंगे मुलाकात

भारत-अमेरिका संबंधों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच 'अभूतपूर्व विश्वास' है. उन्होंने कहा, "भारत एक उच्च, गहरी और व्यापक प्रोफ़ाइल और एक विस्तृत भूमिका का हकदार है. हम भारत को किसी देश की जगह लेने वाले के रूप में नहीं देखते हैं। हम इस प्रक्रिया को भारत को दुनिया में अपना सही स्थान हासिल करने के रूप में देखते हैं."

  • All countries should respect international law and the sovereignty of countries. Disputes should be resolved with “diplomacy and dialogue,” not war...Some people say that we are neutral. But we are not neutral. We are on the side of peace...The world has full confidence that… pic.twitter.com/PWeunGkG5K

    — ANI (@ANI) June 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ है और यही कारण है कि उनकी विचार प्रक्रिया, उनका आचरण या फिर वह जो कहते और करते हैं, वह देश की विशेषताओं और परंपराओं से प्रेरित और प्रभावित है. उन्होंने कहा, "मुझे इससे अपनी ताकत मिलती है। मैं अपने देश को दुनिया के सामने वैसे ही पेश करता हूं जैसा मेरा देश है, और खुद को भी, जैसा मैं हूं."

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 20, 2023, 12:16 PM IST
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