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आगा खां संग्रहालय ने हटाई वृत्तचित्र 'काली' की प्रस्तुति, हिंदुओं के आहत होने पर खेद जताया - Leena Manimekalai

कनाडा के आगा खान संग्रहालय (Aga Khan Museum) ने भारत के अनुरोध पर वृत्त चित्र काली की प्रस्तुति को हटा दिया है. इससे पहले काली के धूम्रपान करते हुए पोस्टर साझा किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई गई थी.

documentary kaali
वृत्त चित्र काली (फाइल फोटो)
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Published : Jul 6, 2022, 6:59 PM IST

टोरंटो : आगा खान संग्रहालय (Aga Khan Museum) ने कहा है कि वह हिंदू समुदाय की भावनाओं के आहत होने पर 'गहरा खेद' व्यक्त करता है और उसने विवादित फिल्म की सभी 'आपत्तिजनक सामग्री' हटाने के भारतीय मिशन के आग्रह के बाद वृत्तचित्र 'काली' की प्रस्तुति को हटा दिया है. टोरंटो निवासी फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई ने शनिवार को ट्विटर पर अपने वृत्तचित्र 'काली' का पोस्टर साझा किया था, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े दर्शाया गया था.

इस पोस्टर के बाद हैशटैग 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' के साथ सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई. आरोप लगाया गया कि फिल्म निर्माता ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. 'गौ महासभा' नाम के एक समूह के एक सदस्य ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. ट्विटर पर मचे हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संग्रहालय ने एक बयान में कहा कि उसे 'गहरा खेद है कि अनजाने में हिंदू और अन्य धार्मिक समुदायों के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंची.'

मंगलवार को बयान में कहा गया, 'टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी विविध जातीय और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के छात्रों के कार्यों को एक साथ लेकर आई, प्रत्येक छात्र 'अंडर द टेंट' परियोजना के लिए कनाडाई बहुसंस्कृतिवाद के हिस्से के रूप में अपनी व्यक्तिगत भावना तलाश कर रहा है.' संग्रहालय ने कहा, 'टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी की परियोजना प्रस्तुति आगा खान संग्रहालय में दो जुलाई, 2022 को संग्रहालय के मिशन के संदर्भ में कला के माध्यम से अंतर-सांस्कृतिक समझ और संवाद को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी.'

ये भी पढ़ें - 'काली' फिल्म के विवादास्पद पोस्टर को लेकर लखनऊ में डायरेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज

बयान में कहा गया कि विविध धार्मिक अभिव्यक्तियों और आस्था समुदायों का सम्मान उस मिशन का एक अभिन्न अंग है तथा प्रस्तुति अब संग्रहालय में नहीं दिखाई जा रही है. इसमें कहा गया है, 'संग्रहालय को गहरा खेद है कि 'अंडर द टेंट' के 18 लघु वीडियो में से एक और इसके साथ सोशल मीडिया पोस्ट ने अनजाने में हिंदू और अन्य धार्मिक समुदायों के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.'

संग्रहालय की प्रतिक्रिया ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा सोमवार को यह कहे जाने के बाद आई कि उसे कनाडा में हिंदू समुदाय के नेताओं से शिकायत मिली है कि टोरंटो में आगा खान संग्रहालय में 'अंडर द टेंट' परियोजना के तहत फिल्म के पोस्टर में 'हिंदू देवी-देवताओं का अपमानजनक चित्रण' किया गया है. बयान में कहा गया था, 'टोरंटो में हमारे महावाणिज्य दूतावास ने कार्यक्रम के आयोजकों को इन चिंताओं से अवगत कराया है. हमें यह भी सूचना मिली है कि कई हिंदू संगठनों ने कार्रवाई करने के लिए कनाडा में अधिकारियों से संपर्क किया है.'

इसमें कहा गया था, 'हम कनाडा के अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजकों से ऐसी सभी भड़काऊ सामग्री वापस लेने का आग्रह करते हैं.' तमिलनाडु के मदुरै से ताल्लुक रखने वाली मणिमेकलई ने सोमवार को कहा था कि वह जिंदा रहने तक निडर होकर अपनी आवाज उठाती रहेंगी.

ये भी पढ़ें - महुआ मोइत्रा ने TMC का ट्विटर हैंडल किया अनफॉलो, मां 'काली' पर टिप्पणी को लेकर केस दर्ज

(पीटीआई-भाषा)

टोरंटो : आगा खान संग्रहालय (Aga Khan Museum) ने कहा है कि वह हिंदू समुदाय की भावनाओं के आहत होने पर 'गहरा खेद' व्यक्त करता है और उसने विवादित फिल्म की सभी 'आपत्तिजनक सामग्री' हटाने के भारतीय मिशन के आग्रह के बाद वृत्तचित्र 'काली' की प्रस्तुति को हटा दिया है. टोरंटो निवासी फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई ने शनिवार को ट्विटर पर अपने वृत्तचित्र 'काली' का पोस्टर साझा किया था, जिसमें देवी काली को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़े दर्शाया गया था.

इस पोस्टर के बाद हैशटैग 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' के साथ सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई. आरोप लगाया गया कि फिल्म निर्माता ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. 'गौ महासभा' नाम के एक समूह के एक सदस्य ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. ट्विटर पर मचे हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संग्रहालय ने एक बयान में कहा कि उसे 'गहरा खेद है कि अनजाने में हिंदू और अन्य धार्मिक समुदायों के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंची.'

मंगलवार को बयान में कहा गया, 'टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी विविध जातीय और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के छात्रों के कार्यों को एक साथ लेकर आई, प्रत्येक छात्र 'अंडर द टेंट' परियोजना के लिए कनाडाई बहुसंस्कृतिवाद के हिस्से के रूप में अपनी व्यक्तिगत भावना तलाश कर रहा है.' संग्रहालय ने कहा, 'टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी की परियोजना प्रस्तुति आगा खान संग्रहालय में दो जुलाई, 2022 को संग्रहालय के मिशन के संदर्भ में कला के माध्यम से अंतर-सांस्कृतिक समझ और संवाद को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी.'

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बयान में कहा गया कि विविध धार्मिक अभिव्यक्तियों और आस्था समुदायों का सम्मान उस मिशन का एक अभिन्न अंग है तथा प्रस्तुति अब संग्रहालय में नहीं दिखाई जा रही है. इसमें कहा गया है, 'संग्रहालय को गहरा खेद है कि 'अंडर द टेंट' के 18 लघु वीडियो में से एक और इसके साथ सोशल मीडिया पोस्ट ने अनजाने में हिंदू और अन्य धार्मिक समुदायों के सदस्यों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.'

संग्रहालय की प्रतिक्रिया ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा सोमवार को यह कहे जाने के बाद आई कि उसे कनाडा में हिंदू समुदाय के नेताओं से शिकायत मिली है कि टोरंटो में आगा खान संग्रहालय में 'अंडर द टेंट' परियोजना के तहत फिल्म के पोस्टर में 'हिंदू देवी-देवताओं का अपमानजनक चित्रण' किया गया है. बयान में कहा गया था, 'टोरंटो में हमारे महावाणिज्य दूतावास ने कार्यक्रम के आयोजकों को इन चिंताओं से अवगत कराया है. हमें यह भी सूचना मिली है कि कई हिंदू संगठनों ने कार्रवाई करने के लिए कनाडा में अधिकारियों से संपर्क किया है.'

इसमें कहा गया था, 'हम कनाडा के अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजकों से ऐसी सभी भड़काऊ सामग्री वापस लेने का आग्रह करते हैं.' तमिलनाडु के मदुरै से ताल्लुक रखने वाली मणिमेकलई ने सोमवार को कहा था कि वह जिंदा रहने तक निडर होकर अपनी आवाज उठाती रहेंगी.

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(पीटीआई-भाषा)

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