हेलसिंकी : अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने रूसी समकक्ष से मुलाकात की. दोनों सैन्य अधिकारियों की यह मुलाकात अफगानिस्तान की सीमा से लगे देशों में सैन्य ठिकानों के अधिकार और आतंकवाद विरोधी अन्य कदमों के लिए समर्थन प्राप्त करने की खातिर अमेरिकी संघर्ष की पृष्ठभूमि पर की गई.
फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिली और रूसी जनरल स्टाफ के प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव ने अफगानिस्तान से सैन्य वापसी को लेकर महत्वपूर्ण स्तर पर चर्चा की.
अफगानिस्तान में अलकायदा और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की निगरानी में मदद के लिए अमेरिका जमीन पर सैनिकों की मौजूदगी के बिना अधिक ठिकानों, खुफिया जानकारी साझा करने और अन्य समझौतों के पक्ष में है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसे आतंकवादी संगठन फिर से एकजुट नहीं हों तथा अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए खतरा नहीं पैदा कर सकें.
इसे भी पढ़ें-बाइडेन के संबोधन के समय प्रतिबंधित उड़ान क्षेत्र में घुसा एक छोटा विमान
रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने जुलाई में कहा था कि रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी. अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों में अमेरिकी सैनिकों की कोई भी तैनाती उसे अस्वीकार्य है अमेरिकी अधिकारी मिली ने उनके साथ हेलसिंकी की यात्रा पर जाने पत्रकारों को बैठक का ब्योरा देने से इनकार कर दिया.
मिली के प्रवक्ता कर्नल डेव बटलर ने एक बयान में कहा कि यह बैठक जोखिम में कमी और टकराव दूर करने के उद्देश्य से दोनों देशों के बीच सैन्य नेतृत्व संचार में सुधार लाने के लिए आगे की बातचीत थी. बटलर ने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत के ब्योरे का खुलासा नहीं करने पर सहमत हुए. विगत में भी बैठकों और मुलाकातों के ब्योरे का खुलासा नहीं किया जाता था.
(पीटीआई-भाषा)