बीजिंग : अपने अंतरिक्ष स्टेशन में तीन यात्रियों को भेजने से ठीक पहले चीन ने अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता शुक्रवार को फिर से दोहराई.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजना 'मानवता की भलाई' के लिए है और चीन मानवयुक्त अंतरिक्ष यानों में 'अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आदान-प्रदान को विस्तार देना' और 'ब्रह्मांड के रहस्यों का पता लगाने में सकारात्मक योगदान देना' जारी रखेगा.
चीन, उत्तर-पश्चिम चीन में गोबी डेजर्ट के पास जिउक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से शेनझोउ-13 अंतरिक्ष यान के जरिए दो पुरुषों एवं एक महिला को छह महीने के लिए अपने अंतरिक्ष केंद्र में तियान्हे कोर मॉड्यूल में भेजेगा. इससे पहले चीन के किसी अंतरिक्ष यात्री को इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में नहीं भेजा गया है.
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चीनी कार्यक्रम की प्रकृति के गोपनीय होने और सेना से उसके करीब संबंधों पर अमेरिका की आपत्तियों के बाद चीन को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर रखा गया था, जिसने उसे स्थायी स्टेशन पर काम शुरू करने से पहले दो प्रयोगात्मक मॉड्यूल प्रक्षेपित करने के लिए प्रेरित किया गया था.
अमेरिकी कानून के तहत अमेरिकी और चीनी अंतरिक्ष कार्यक्रमों के बीच संपर्क के लिए कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता है, लेकिन चीन फ्रांस, स्वीडन, रूस और इटली जैसे देशों के अंतरिक्ष विशेषज्ञों के साथ सहयोग कर रहा है. चीनी अधिकारियों का कहना है कि वे अंतरिक्ष स्टेशन के पूरी तरह कार्यात्मक होने के बाद अन्य देशों के अंतरिक्ष यात्रियों की मेजबानी करने के लिए उत्सुक हैं.
(पीटीआई भाषा)