अंकारा : तुर्की में फ्लाइंग कार्पेट फेस्टिवल के आयोजक एक्रोबेटिक्स, जॉगलिंग और स्टिल्ट वॉकिंग सहित सर्कस के प्रदर्शन के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. इस बार शरणार्थी बच्चों के लिए यह आयोजन किया गया.
दक्षिणपूर्वी शहर मार्डिन में हाल ही में एक फेस्टिवल में कलाकारों ने एक विशाल कठपुतली वाले शो के जरिए बच्चों का मनोरंजन किया. उसके बाद एक संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन भी किया गया.
फेस्टिवल का आयोजन कलाकारों के एक स्वयंसेवक-आधारित सामूहिक द्वारा किया गया, जो सीरिया के साथ सीमा पर दक्षिण-पूर्व तुर्की में कमजोर और शरणार्थी बच्चों के लिए प्रदर्शन करते हैं.
कुल मिलाकर इस वर्ष यह फेस्टिवल सीरियाई, कुर्द और तुर्की के 6,000 से अधिक बच्चों द्वारा मनाया जा चुका है.
फेस्टिवल की संस्थापक सहबा अमिनिकिया कहती हैं कि हम ज्यादातर उन बच्चों को को यह कार्यक्रम दिखाते हैं, जिन्हें सुंदरता की जरूरत होती है और वे सबसे जरूरतमंद समुदायों से आते हैं.
इन समुदायों में वास्तविक संस्कृति और कलात्मक गतिविधि के किसी भी रूप में पहुंच की कमी है. इस साल उन्होंने अमेरिकी, इतालवी, फ्रेंच, अर्मेनियाई, इराकी, तुर्की, ईरानी और वेनेजुएला के कलाकारों सहित दुनिया भर के कलाकारों के साथ प्रोग्राम किया है.
हालांकि कुछ गांवों में फेस्टिवल के कुछ शो इस साल COVID-19 प्रतिबंधों के कारण रद्द कर दिए गए थे. यह फेस्टिवल मार्डिन स्थित सिरखाने सोशल सर्कस स्कूल के सहयोग से हो रहा है, जो शरणार्थी युवाओं में विश्वास बहाल करने में मदद करता है.
इसके लिए जर्मन सहायता संगठनों से धन मिलता है और यह निजी दान पर भी निर्भर करता है.