वॉशिंगटन : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी संसद से और अधिक मदद की अपील करते हुए पर्ल हार्बर और 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों का बुधवार को जिक्र किया. अमेरिकी संसद भवन परिसर में सीधे प्रसारण वाले अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को रूसी सांसदों पर अवश्य ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए और रूस से आयात रोक देना चाहिए.
साथ ही, उन्होंने अपने देश में युद्ध से हुई तबाही और विनाश का एक मार्मिक वीडियो सांसदों से खचाखच भरे एक सभागार में दिखाया. जेलेंस्की ने कहा, 'हमें अब आपकी जरूरत है.' उन्होंने कहा, 'मैं आपसे और अधिक (मदद करने) की अपील करता हूं.' उन्होंने रूसियों पर और अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाने की अपील करते हुए कहा, 'आय से कहीं अधिक महत्वपूर्ण शांति है.'
उनके संबोधन के पहले और बाद में सांसदों ने अपनी सीट पर खड़े होकर उनका अभिनंदन किया. जेलेंस्की इसके बाद अब स्पेन की संसद को भी संबोधित कर सकते हैं.
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक, जेलेंस्की के संबोधन के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन भी अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे, जिसमें उनके द्वारा यूक्रेन को 80 करोड़ डॉलर की सुरक्षा सहायता की घोषणा करने की उम्मीद है. इसके साथ ही, केवल पिछले हफ्ते घोषित की गई कुल राशि बढ़ कर एक अरब डॉलर हो जाएगी. अधिकारी ने बताया कि इसमें बख्तरबंद रोधी और वायु-रक्षा हथियारों के लिए धन शामिल हैं.
अब सेना की हरी पोशाक में नजर आ रहे जेलेंस्की इस युद्ध के केंद्र में एक नायक के रूप में उभरे हैं, जिसे कई देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप के लिए सबसे बड़े खतरे के तौर पर देख रहे हैं. करीब 30 लाख शरणार्थी यूक्रेन से पलायन कर गये हैं, जो आधुनिक काल में सबसे तेजी से होने वाला पलायन है. उन्होंने पिछले सप्ताह ब्रिटेन के 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में संबोधन के दौरान विंस्टन चर्चिल और हैमलेट का जिक्र किया था. उन्होंने मंगलवार को कनाडा की संसद और प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो को 'प्रिय जस्टिन' संबोधित करते हुए अपील की.
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जेलेंस्की ने युद्ध शुरू होने पर यूरोपीय संघ के नेताओं से यूक्रेन की सदस्यता पर शीघ्रता से काम करने को कहा था और उन्होंने अपने युवा लोकतंत्र को बचाने के लिए और अधिक मदद की गुहार लगाई थी. बाइडेन ने जोर देते हुए कहा था कि अमेरिकी सैनिक यूक्रेन में जमीन पर नहीं उतरेंगे और लड़ाकू विमानों के लिए जेलेंस्की के अनवरत अनुरोध को बहुत जोखिम भरा बताया, जो संभवत: परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ सीधा टकराव मोल लेना होगा. बाइडन ने हाल में कहा था, नाटो और रूस के बीच सीधा टकराव तृतीय विश्व युद्ध होगा.
(पीटीआई-भाषा)