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ट्रंप बोले, ईरानी हमले में कोई भी अमेरिकी हताहत नहीं हुआ

अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. ईरान के जवाबी हमले के बाद तनाव और अधिक बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि ईरानी हमले में कोई भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ. (अपडेट जारी है)

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Published : Jan 8, 2020, 9:59 PM IST

Updated : Jan 8, 2020, 11:59 PM IST

नई दिल्ली : अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. ईरान के जवाबी हमले के बाद तनाव और अधिक बढ़ गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारा कोई भी सैनिक हताहत नहीं हुआ. सभी सैनिक सुरक्षित हैं. ट्रंप ने ईरान के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया.

क्या कहा ट्रंप ने

  • अमेरिका की सेना किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है
  • अर्ली वार्निंग सिस्टम और सेना के एहतियाती उपायों के कारण
  • अमेरिका या इराक के किसी भी नागरिक को नहीं हुआ कोई नुकसान
  • मैं अमेरिकी सेना में शामिल हर महिला-पुरुष के साहस को सलाम करता हूं
  • 1979 से लेकर आज तक कई देशों ने ईरान को बर्दाश्त किया है
  • ईरान के विध्वंसकारी दमन का दिन खत्म हो गया है
  • परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश में ईरान आतंक को संरक्षण देता रहा है
  • सभ्य समाज को ईरान से काफी खतरा रहा है, हम ऐसा नहीं होने देंगे
  • जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी.
  • ईरान पर कठोर प्रतिबंध जारी रहेगा.
  • ईरान के मिसाइल हमले में किसी अमेरिकी नागरिकी की भी मौत नहीं हुई है.
  • ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
  • ईरान का परमाणु शक्ति बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा.

जनरल सुलेमानी को 'क्रूर आतंकवादी' बताते हुए ट्रंप ने कहा, ' ईरानी सरकार की ओर से कल रात किए गए हमले में एक भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचा है.' ट्रंप ने यह भी संकल्प जताया कि वह ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे.

डोनाल्ड ट्रंप का बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ' जब तक मैं अमेरिका का राष्ट्रपति हूं, मैं ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दूंगा.' ईरानी नेताओं और लोगों को सीधा संदेश देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका उन सभी के साथ शांति के लिए तैयार है, जो शांति चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'ईरान के नेताओं और लोगों के लिए, हम चाहते हैं कि आपका शानदार भविष्य हो जिसके आपके हकदार हैं.'

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ट्रंप की यह टिप्पणी ईरान द्वारा इराक में कम से कम उन दो अड्डों पर एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टक मिसाइलें दागने के कुछ घंटे बाद आई है जहां अमेरिकी और गठबंधन बलों के सैनिक तैनात थे.
इस हमले को ईरान ने 'अमेरिका के चेहरे पर तमाचा' बताया है.

ईरान के सरकारी टीवी के मुताबिक, यह हमला ईरान की शक्तिशाली रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत का बदला लेने के लिए किया गया था. इस हमले को ट्रंप के आदेश पर अंजाम दिया गया था.

ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले में 'कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक' मारे गए. आईएस आतंकी समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत इराक में करीब पांच हज़ार अमेरिकी सैनिक हैं.

आपको बता दें कि अमेरिका ने इराक में ईरान के टॉप कमांडर (कद्स फोर्स के प्रमुख) पर हमला कर दिया था, जिसमें उनकी मौत हो गई. इसके बाद ईरान ने जवाबी हमला किया. ईरान के मुताबिक इसमें 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए.

नई दिल्ली : अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. ईरान के जवाबी हमले के बाद तनाव और अधिक बढ़ गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारा कोई भी सैनिक हताहत नहीं हुआ. सभी सैनिक सुरक्षित हैं. ट्रंप ने ईरान के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया.

क्या कहा ट्रंप ने

  • अमेरिका की सेना किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है
  • अर्ली वार्निंग सिस्टम और सेना के एहतियाती उपायों के कारण
  • अमेरिका या इराक के किसी भी नागरिक को नहीं हुआ कोई नुकसान
  • मैं अमेरिकी सेना में शामिल हर महिला-पुरुष के साहस को सलाम करता हूं
  • 1979 से लेकर आज तक कई देशों ने ईरान को बर्दाश्त किया है
  • ईरान के विध्वंसकारी दमन का दिन खत्म हो गया है
  • परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश में ईरान आतंक को संरक्षण देता रहा है
  • सभ्य समाज को ईरान से काफी खतरा रहा है, हम ऐसा नहीं होने देंगे
  • जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी.
  • ईरान पर कठोर प्रतिबंध जारी रहेगा.
  • ईरान के मिसाइल हमले में किसी अमेरिकी नागरिकी की भी मौत नहीं हुई है.
  • ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
  • ईरान का परमाणु शक्ति बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा.

जनरल सुलेमानी को 'क्रूर आतंकवादी' बताते हुए ट्रंप ने कहा, ' ईरानी सरकार की ओर से कल रात किए गए हमले में एक भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचा है.' ट्रंप ने यह भी संकल्प जताया कि वह ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे.

डोनाल्ड ट्रंप का बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ' जब तक मैं अमेरिका का राष्ट्रपति हूं, मैं ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दूंगा.' ईरानी नेताओं और लोगों को सीधा संदेश देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका उन सभी के साथ शांति के लिए तैयार है, जो शांति चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'ईरान के नेताओं और लोगों के लिए, हम चाहते हैं कि आपका शानदार भविष्य हो जिसके आपके हकदार हैं.'

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इस हमले को ईरान ने 'अमेरिका के चेहरे पर तमाचा' बताया है.

ईरान के सरकारी टीवी के मुताबिक, यह हमला ईरान की शक्तिशाली रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत का बदला लेने के लिए किया गया था. इस हमले को ट्रंप के आदेश पर अंजाम दिया गया था.

ईरान के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले में 'कम से कम 80 आतंकवादी अमेरिकी सैनिक' मारे गए. आईएस आतंकी समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत इराक में करीब पांच हज़ार अमेरिकी सैनिक हैं.

आपको बता दें कि अमेरिका ने इराक में ईरान के टॉप कमांडर (कद्स फोर्स के प्रमुख) पर हमला कर दिया था, जिसमें उनकी मौत हो गई. इसके बाद ईरान ने जवाबी हमला किया. ईरान के मुताबिक इसमें 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए.

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Last Updated : Jan 8, 2020, 11:59 PM IST
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