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भारत की जवाबी कार्रवाई: अमेरिका से आने वाले 28 उत्पादों पर बढ़ाया प्रशुल्क - भारत अमेरिका व्यापारिक संबंध

सरकार ने अमेरिका के खिलाफ व्यापारिक जवाबी कार्रवाई की है. इसके तहत सरकार ने सेब से लेकर बादम और दालों सहित 28 अन्य अमेरिकी उत्पादों पर प्रशुल्क बढ़ाने की अधिसूचना जारी की है. जानें क्या है पूरा मामला...

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Published : Jun 16, 2019, 5:46 PM IST

Updated : Jun 16, 2019, 7:06 PM IST

नई दिल्ली: सरकार ने अमेरिका में उत्पादित या वहां से आयात किये जाने वाले बादाम, अखरोट और दालों सहित 28 विनिर्दिष्ट वस्तुओं पर प्रशुल्क बढ़ाने की अधिसूचना जारी की है. सरकार ने अमेरिका के खिलाफ जवाबी व्यापारिक कार्रवाई के तहत ये कार्य किया है.

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सूचना से संबंधित जानकारी

भारत की अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई
आपको बता दें, अमेरिका के खिलाफ जवाबी व्यापारिक कार्रवाई के तहत बढ़ाई गई नई दरें आज से ही लागू हो जाएंगी. इस कार्रवाई से इन वस्तुओं का निर्यात करने वाले अमेरिकी कारोबारी प्रभावित होंगे और प्रशुल्क बढ़ने से भारत में इन वस्तुओं का आयात महंगा हो जाएगा.

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CBIC ने जारी की अधिसूचना
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने 30 जून 2017 की अपनी एक पुरानी अधिसूचना को संशोधित करते हुए शनिवार को संबंधित अधिसूचना जारी की है. CBIC ने कहा है कि इस अधिसूचना के तहत 'अमेरिका में उत्पादित या वहां से निर्यातित 28 विनिर्दिष्ट उत्पादों पर प्रतिकारात्मक प्रशुल्क लगाए जाएंगे.'

क्या कहती है अधिसूचना
बता दें, इस अधिसूचना में कहा गया है कि अमेरिका को छोड़ कर बाकी देशों से इन वस्तुओं पर व्यापार में तरजही देश (MFN) की व्यवस्था के तहत पहले से लागू दरें पूर्ववत बनी रहेंगी. पहले अमेरिका की 29 वस्तुओं के खिलाफ कार्रवाई की बात थी. इस कार्रवाई में भारत को 21.7 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है.

पढ़ें: भारत धार्मिक आधार पर हिंसा की तेजी से निंदा करे : ट्रंप प्रशासन

विशेष प्रकार की झींगा मछली सूची से बाहर
भारत के इस्पात और एल्युमरीनियम पर अमेरिका में शुल्क बढ़ाए जाने के बाद सरकार ने अमेरिका के खिलाफ यह कार्रवाई करने का निर्णय गत वर्ष 21 जून को ही ले लिया था पर इसे कई बार टाल दिया गया था. बता दें, पहले 29 वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने की योजना थी पर अधिसूचना में विशेष प्रकार की झींगा मछली को सूची से निकाल दिया गया है.

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है, अमेरिका ने पिछले साल भारत से कुछ इस्पात वस्तुओं पर 25 प्रतिशत और एल्यूमीनियम के कुछ उत्पादों पर 10 प्रतिशत का शुल्क लगाया था. हालांकि, पहले इन पर वहां कोई प्रशुल्क नहीं लगाया जाता था.

इन उत्पादों पर बढ़ा कर
भारत ने जवाबी कार्रवाई में अखरोट पर शुल्क 30 प्रतिशत से बढ़ा कर 120 प्रतिशत और काबुली चना, चना और मसूर दाल पर शुल्क 30 प्रतिशत से बढ़ा कर 70 प्रतिशत कर दिया है. कुछ अन्य दालों पर प्रशुल्क 40 प्रतिशत तक किया गया है. वहीं अमेरिका से आने वाले बोरिक एसिड और ढलाई के सांचे बांधने में काम आने वाले बाइंडर पर 7.5 प्रतिशत की दर से शुल्क लागू होगा.

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बातचीत में नहीं सुलझे दोनों देशों के व्यापारिक मुद्दों
अमेरिका ने भारत को व्यापार में वरीयता की अपनी सामान्य व्यवस्था (GSP) के तहत प्रशुल्क मुक्त निर्यात की सुविधा पांच जून को खत्म कर दी. इससे पहले उम्मीद थी कि बातचीत में व्यापारिक मुद्दों का समाधान हो जाएगा. GSP की छूट समाप्त होने से भारत से सालाना 5.5 अरब डालर मूल्य का निर्यात प्रभावित होने का अनुमान है.

भारत अमेरिका को इतना सालाना निर्यात करता है
भारत अमेरिका को सालाना 1.5 अरब डालर का इस्पात और एल्यूमीनियम उत्पादों का निर्यात करता है. 2017-18 में भारत से अमेरिका को निर्यात 47.9 अरब डालर और आयात 26.7 अरब डालर के बराबर था.

नई दिल्ली: सरकार ने अमेरिका में उत्पादित या वहां से आयात किये जाने वाले बादाम, अखरोट और दालों सहित 28 विनिर्दिष्ट वस्तुओं पर प्रशुल्क बढ़ाने की अधिसूचना जारी की है. सरकार ने अमेरिका के खिलाफ जवाबी व्यापारिक कार्रवाई के तहत ये कार्य किया है.

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भारत की अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई
आपको बता दें, अमेरिका के खिलाफ जवाबी व्यापारिक कार्रवाई के तहत बढ़ाई गई नई दरें आज से ही लागू हो जाएंगी. इस कार्रवाई से इन वस्तुओं का निर्यात करने वाले अमेरिकी कारोबारी प्रभावित होंगे और प्रशुल्क बढ़ने से भारत में इन वस्तुओं का आयात महंगा हो जाएगा.

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CBIC ने जारी की अधिसूचना
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने 30 जून 2017 की अपनी एक पुरानी अधिसूचना को संशोधित करते हुए शनिवार को संबंधित अधिसूचना जारी की है. CBIC ने कहा है कि इस अधिसूचना के तहत 'अमेरिका में उत्पादित या वहां से निर्यातित 28 विनिर्दिष्ट उत्पादों पर प्रतिकारात्मक प्रशुल्क लगाए जाएंगे.'

क्या कहती है अधिसूचना
बता दें, इस अधिसूचना में कहा गया है कि अमेरिका को छोड़ कर बाकी देशों से इन वस्तुओं पर व्यापार में तरजही देश (MFN) की व्यवस्था के तहत पहले से लागू दरें पूर्ववत बनी रहेंगी. पहले अमेरिका की 29 वस्तुओं के खिलाफ कार्रवाई की बात थी. इस कार्रवाई में भारत को 21.7 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है.

पढ़ें: भारत धार्मिक आधार पर हिंसा की तेजी से निंदा करे : ट्रंप प्रशासन

विशेष प्रकार की झींगा मछली सूची से बाहर
भारत के इस्पात और एल्युमरीनियम पर अमेरिका में शुल्क बढ़ाए जाने के बाद सरकार ने अमेरिका के खिलाफ यह कार्रवाई करने का निर्णय गत वर्ष 21 जून को ही ले लिया था पर इसे कई बार टाल दिया गया था. बता दें, पहले 29 वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने की योजना थी पर अधिसूचना में विशेष प्रकार की झींगा मछली को सूची से निकाल दिया गया है.

क्या है पूरा मामला
गौरतलब है, अमेरिका ने पिछले साल भारत से कुछ इस्पात वस्तुओं पर 25 प्रतिशत और एल्यूमीनियम के कुछ उत्पादों पर 10 प्रतिशत का शुल्क लगाया था. हालांकि, पहले इन पर वहां कोई प्रशुल्क नहीं लगाया जाता था.

इन उत्पादों पर बढ़ा कर
भारत ने जवाबी कार्रवाई में अखरोट पर शुल्क 30 प्रतिशत से बढ़ा कर 120 प्रतिशत और काबुली चना, चना और मसूर दाल पर शुल्क 30 प्रतिशत से बढ़ा कर 70 प्रतिशत कर दिया है. कुछ अन्य दालों पर प्रशुल्क 40 प्रतिशत तक किया गया है. वहीं अमेरिका से आने वाले बोरिक एसिड और ढलाई के सांचे बांधने में काम आने वाले बाइंडर पर 7.5 प्रतिशत की दर से शुल्क लागू होगा.

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बातचीत में नहीं सुलझे दोनों देशों के व्यापारिक मुद्दों
अमेरिका ने भारत को व्यापार में वरीयता की अपनी सामान्य व्यवस्था (GSP) के तहत प्रशुल्क मुक्त निर्यात की सुविधा पांच जून को खत्म कर दी. इससे पहले उम्मीद थी कि बातचीत में व्यापारिक मुद्दों का समाधान हो जाएगा. GSP की छूट समाप्त होने से भारत से सालाना 5.5 अरब डालर मूल्य का निर्यात प्रभावित होने का अनुमान है.

भारत अमेरिका को इतना सालाना निर्यात करता है
भारत अमेरिका को सालाना 1.5 अरब डालर का इस्पात और एल्यूमीनियम उत्पादों का निर्यात करता है. 2017-18 में भारत से अमेरिका को निर्यात 47.9 अरब डालर और आयात 26.7 अरब डालर के बराबर था.

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India imposes higher customs duty on 28 US products
(Eds: Adding more info)
         New Delhi, Jun 15 (PTI) India on Saturday announced a hike in customs duties on as many as 28 US products, including almond, pulses and walnut, in response to higher tariffs imposed by Washington on Indian products like steel and aluminium.
          The increased customs duties will come into effect from Sunday, an official notification said.
          The move will hurt American exporters of these 28 items as they will have to pay higher duties, making those items costlier in the Indian market.
         Amending its June 30, 2017, notification, the Central Board of Indirect taxes and Customs (CBIC) said Saturday's notification will "implement the imposition of retaliatory duties on 28 specified goods originating in or exported from USA and preserving the existing MFN rate for all these goods for all countries other than USA".
         Earlier, the list included 29 goods but India has removed artemia, a kind of shrimp, from the list.
         The country would get about USD 217 million additional revenue from such imports.
         The government had on June 21, 2018 decided to impose these duties in retaliation to the US decision of significantly hiking customs duties on certain steel and aluminium products.
         America had in March last year imposed 25 per cent tariff on steel and a 10 per cent import duty on aluminium products. Earlier, there was no duty on these goods.
         As India is one of the major exporters of these items to the US, the move has revenue implication of about USD 240 million on domestic steel and aluminium products.
         India extended the deadline for imposition of these duties eight times in the hope that some solution would emerge during a negotiation between India and the US on a proposed trade package.
         But those negotiations came to a halt following the decision of the US to withdraw export incentives to Indian exporters under its Generalised System of Preferences (GSP) programme. These benefits were rolled back from June 5. It will impact goods worth USD 5.5 billion from India to America.
         As part of the imposition of higher import duties on US products, India has notified higher tariffs on several goods.
         While import duty on walnut has been hiked to 120 per cent from 30 per cent, duty on chickpeas, Bengal gram (chana) and masur dal will be raised to 70 per cent, from 30 per cent currently. Levy on lentils will be increased to 40 per cent.
         The duty on boric acid and binders for foundry moulds would be hiked to 7.5 per cent, while that on domestic reagents will be increased to 10 per cent.
         The other products on which duties will be hiked include certain kind of nuts, iron and steel products, apples, pears, flat rolled products of stainless steel, other alloy steel, tube and pipe fittings, and screws, bolts and rivets.
         India has also dragged the US to the World Trade Organisation's (WTO) dispute settlement mechanism over the imposition of import duties on steel and aluminium.
         India exports steel and aluminium products worth about USD 1.5 billion to the US every year.
         India's exports to the US in 2017-18 stood at USD 47.9 billion, while imports were at USD 26.7 billion. The trade balance is in favour of India. PTI RR
MR
BAL
06152220
NNNN
Last Updated : Jun 16, 2019, 7:06 PM IST
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