सहारनपुर : सपा के अखलेश, बसपा की मायावती और रालोद के चौधरी अजित सिंह करेंगे संयुक्त चुनावी रैली को संबोधित, एक मंच से पहली बार गरजेंगे तीन राष्ट्रीय अध्यक्ष, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के प्रत्याशियों के प्रचार के साथ चुनाव का आगाज करेंगे. मुजफ्फरनगर से चौधरी अजित सिंह चुनाव लड़ रहे है. देवबंद में की जा रही गठबंधन की इस रैली के कई मायने निकाले जा रहे हैं .
देवबंद में गठबंधन की रैली को संबोधित करने दोपहर 12 बजे हेलीकॉप्टर से सभा स्थल पहुचेंगी. बसपा सुप्रीमो मायावती, 12:30 बजे हेलीकॉप्टर से पहुचेंगे. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, मायावती और अखिलेश अलग-अलग हेलीकॉप्टर से देवबंद पहुचेंगे. सभा स्थल से कुछ ही दूरी पर दो हैलीपेड बनाये गए है जबकि अजित चौधरी और जयंत सिंह कार से पहुचेंगे सुरक्षा व्यवस्था के कड़े किए गए इंतजाम, स्थानीय पुलिस बल सहित पीएसी, आरआरएफ, सीआरपीएफ तैनात की गई है.
बहुजन समाज पार्टी द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि 'बसपा-सपा-रालोद की पहली संयुक्त रैली रविवार 07 अप्रैल रविवार को सहारनपुर जिले के देवबन्द में होगी. देवबन्द की यह रैली जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के पास आयोजित की गई है. इस रैली को बसपा सुप्रीमो मायावती संबोधित करेंगी.
पहली बार एक मंच पर नजर आएंगे तीनों नेता
यह पहली बार होगा कि गठबंधन की तीनों पार्टियों के प्रमुख नेता एक ही मंच पर होंगे. रालोद पार्टी अध्यक्ष अजित सिंह और उपाध्यक्ष जयंत चौधरी कल देवबंद में रैली को संबोधित करेंगे. बसपा- सपा- रालोद की संयुक्त रैलियों की शुरूआत कल से हो रही है और आने वाले दिनों में ऐसी कई रैलिया होंगी.
जानकारों के मुताबिक सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन से राजनीति में एक नई लहर पैदा हुई है. अखिलेश यादव का मानना है कि विचारधारा पर आधारित इस गठबंधन के प्रति जनता में बढ़ते रूझान से भाजपा खेमे में घबराहट और बौखलाहट है. हालांकि जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है. उसे भाजपा का पूरा चरित्र मालूम हो गया है. इसलिए अब 2019 के चुनाव में नया प्रधानमंत्री और नई सरकार चुनने के दृढ़ संकल्प से मतदाता को कोई भी ताकत डिगा नहीं सकती है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों पर हो रहे आमचुनाव में बीएसपी, समाजवादी पार्टी व आर.एल.डी. पहली बार गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही है.