लखनऊ : अखिलेश यादव गुरुवार को गठबंधन की प्रत्याशी पूनम सिन्हा के समर्थन में आयोजित की गई एक रैली को सम्बोधित करने पहुंचे थे. इसी दौरान नमाज के लिए अजान की आवाज सुनकर अपना भाषण रोक दिया. अजान पूरी होने के बाद अखिलेश यादव ने फिर से रैली को संबोधित करना शुरू किया.
अखिलेश यादव को भाषण के दौरान मस्जिद से नमाज़ के अजान सुनाई दी तोअखिलेश यादव ने अपना भाषण रोक दिया लेकिन कार्यकर्ता इस बात को नहीं समझ सके और नारे लगाने लगे तो मंच पर मौजूद इमाम ने लोगों को बताया कि अजान की आवाज सुनकर अखिलेश ने अपने भाषण रोका है. अजान खत्म होने के बाद जो अखिलेश यादव ने अपना भाषण दोबारा शुरू किया तो उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह अजान की आवाज सुनकर पहली बार अपना भाषण नहीं रोक रहे हैं बल्कि समाजवादी लोग ऐसा करते आए हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी सरकार पर जमकर हमला. अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ का चुनाव लखनऊ में किए गए कामों के आधार पर हो.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी वाले लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाना चाहते थे लेकिन लखनऊ में इतने सांड हैं, इस शहर में न जाने कितने लोगों की जान सांड से चली गई. ये है इनकी स्मार्ट सिटी. सपा अध्यक्ष ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमने नारा दिया था 'काम बोलता है', लेकिन बीजेपी वाले लोग कह रहे थे हम रमजान पर बिजली ज्यादा नहीं देते थे, दीवाली पर कम देते थे. ये कहते थे कि हम कब्रस्तान की दीवार बना रहे हैं शमशान की क्यों नहीं बना रहे?
अखिलेश यादव ने कहा कि काम पर वोट नहीं मिला तो हम भी काम नहीं करेंगे. हम भी जाति धर्म गिनेंगे और कोई दूसरा रास्ता अपना लेंगे. केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि इनका 'मेक इन इंडिया' फेल हो गया, डिजिटल इंडिया फेल होगा, स्टार्टअप योजना समझ नहीं आई, बताओ कैसी योजना है जो लोगों को समझ में ही नहीं आई. लखनऊ के लिए कराए गए विकास कार्यों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा हमने लखनऊ में मेट्रो ट्रेन चलवाई और इसमें 10,000 युवाओं को रोजगार मिला.
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि विकास तो याद रखना लेकिन यह भी ध्यान रखना कि जो लोग खुद को 'पठान का बच्चा' बता रहे हैं उनसे भी बच कर रहना.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पश्चिम बंगाल में चुनावी जनसभा के दौरान अजान की आवाज सुनकर अपना भाषण रोक चुके हैं और पिछले दिनों उन्होंने पठान समुदाय को लेकर एक बयान भी दिया है.