वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बसपा गठबंधन की तरफ से प्रत्याशियों को लेकर सोमवार को बनारस में पेंच फंस गया है. भले ही समाजवादी पार्टी की तरफ से ट्वीट कर यह जानकारी दी गई हो कि बनारस से बर्खास्त जवान तेज बहादुर को टिकट दिया गया है, लेकिन पूर्व में घोषित प्रत्याशी शालिनी यादव ने भी सोमवार को ही वाराणसी से नामांकन दाखिल कर दिया.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तेज बहादुर के टिकट दिए जाने की बात समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने बताई है. वहीं शालिनी यादव ने इस बात का खंडन कर दिया है कि वह वाराणसी से सपा के प्रत्याशी नहीं है. उनका कहना है मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह साफ कहा है कि आप जाकर नामांकन कीजिए, तो मैनें नामांकन किया है जो उनका निर्देश होगा मैं उसका पालन करूंगी.
नामांकन खत्म होने के पहले सपा ने काटा शालिनी यादव का टिकट, तेज बहादुर यादव को बनारस से बनाया प्रत्याशी समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित होने के बाद सोमवार को शालिनी यादव ने भव्य तरीके से अपना नामांकन जुलूस निकाल कर दोपहर में नामांकन स्थल पर जीत की हुंकार भरी थी, लेकिन जैसे ही वह नामांकन वाले कक्ष में दाखिल हुईं. उसके कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय 24 अप्रैल को वाराणसी सीट से निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर चुके बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को लेकर पहुंचे. तेज बहादुर के गले में समाजवादी पार्टी का दुपट्टा पड़ा हुआ था. वह माला पहनकर अंदर दाखिल हुए कुछ देर बाद जब तेज बहादुर बाहर निकले तो उन्होंने बताया कि वह वाराणसी से समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं और उन्होंने फार्म जमा करके सपा का सिंबल भी जमा कर दिया है. वाराणसी में वे ही चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, जब समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के कहने पर शालिनी यादव का नामांकन हुआ है. उनका जो निर्देश होगा वह किया जाएगा. फिलहाल वाराणसी से समाजवादी पार्टी के सिंबल पर 2 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी क्या फैसला करती है. फिलहाल पार्टी के फैसला आने के बाद एक प्रत्याशी अपना नाम वापस लेगा. वह कौन होगा शालिनी या तेज बहादुर यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
कौन हैं शालिनी यादव
शालिनी यादव कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधु हैं. वह वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं. शालिनी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस को छोड़ सपा में शामिल हुई थीं और पार्टी में शामिल होने के साथ ही उनका टिकट फाइनल हो गया था.