नई दिल्ली/नोएडा: यूपी के गौतमबुद्ध नगर सीट पर मतदान जारी है. लोकतंत्र के इस पर्व में मतदाता काफ़ी उत्सुकता से मत का प्रयोग कर रहे हैं. काफ़ी तादाद में प्रथम वोटरों ने भी मतदान किया. महागठबंधन से प्रत्याशी सतबीर नागर ने भी मतदान किया.
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता महेश शर्मा अपने कामकाज के दम पर चुनाव मैदान में हैं. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस सीट को फतह करने के लिए युवा अरविंद कुमार सिंह को मैदान में उतारा है और इन दोनों को टक्कर देने के लिए सपा-बसपा गठबंधन ने सतवीर नागर को प्रत्याशी बनाया है.
यह जिला ऊंचे-ऊंचे अपार्टमेंट, एक्सप्रेसवे, आलीशान कॉर्पोरेट कार्यालयों और नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में मेट्रो रेल के लिए जाना जाता है, जबकि किसानों की भूमि अधिग्रहण, निजी स्कूलों में उच्च शुल्क, बेरोजगारी, फ्लैट खरीदारों और सड़क यातायात से संबंधित मुद्दे इस लोकसभा क्षेत्र में है जिसकी एक बड़ी आबादी ग्रामीण क्षेत्र में है जो 1186 गांवों में फैला है. यह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पूरे नोएडा, दादरी, जेवर, खुर्जा, सिकंदराबाद विधानसभा क्षेत्र तक फैला हुआ है. खुर्जा और सिकंदराबाद प्रदेश के बुलंदशहर जिले में आता है.
बुजुर्ग लोगों में भी मतदान को लेकर उत्सुकता दिखी. महिलाओं के लिए पिंक बूथ बनाया गया है जहां महिलाओं अपने मताधिकारी प्रयोग कर रही हैं. वहीं मत का प्रयोग करने के बाद सेल्फी लेने के लिए सेल्फी बूथ भी बनाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी नेता यहां चुनाव प्रचार करने के लिए रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. इनके भाषणों में ‘आतंकवाद’, ‘पाकिस्तान’ और ‘मोदी फैक्टर’ मुख्य बिंदु थे. शर्मा के लिए सबसे बड़ा संभावित खतरा बीएसपी के सतबीर नागर हैं क्योंकि वह सपा बीएसपी और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त उम्मीदवार हैं. इस बार उन्हें आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिल रहा है.
कांग्रेस के अरविंद सिंह मुकाबले में हैं लेकिन उन पर बाहरी होने का ठप्पा लगा है क्योंकि उनके पिता अलीगढ़ के बीजेपी नेता हैं. वह जिन क्षेत्रों पर फोकस करेंगे उनमें नौकरी का सृजन, कृषकों में असंतोष, महिला सुरक्षा, निजी स्कूलों की फीस पर रोक शामिल है. इस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 22 लाख से अधिक मतदाता हैं. 2014 के बाद से तीन लाख 11 हजार लोगों के नाम मतदाता सूची में जुड़े हैं. जिला प्रशासन का कहना है कि इनमें से अधिकतम फ्लैट खरीदार और श्रमिक हैं.
पिछले लोकसभा चुनाव में शर्मा ने कुल मतदान का 50 फीसदी मत हासिल किया था और उन्होंने सपा के नरेंद्र भाटी को दो लाख 80 हजार मतों से हराया था. बसपा को जहां एक लाख 98 हजार मत मिले थे वहीं कांग्रेस को केवल 12 हजार से कुछ अधिक मतों से संतोष करना पड़ा था.
पिंक ऑटो, पिंक बस के बाद अब पिंक बूथ बनाया गया है। चुनाव आयोग के दिशा निर्देश और एक नई पहल के तहत 4:30 सौ पिंक बूथ पूरे राज्य में बनाए गए हैं और इन भूत का नाम पिंक पोलिंग स्टेशन दिया गया है. जानकारी के मुताबिक इतनी बड़ी संख्या में आज तक पिंक बूथ किसी और राज्य में नहीं बने हैं.
भारत में पहली बार पिंक बूथ की शुरुआत पूर्व चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने की थी. साल 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में इसे पहली बार इस्तेमाल किया गया था. यहां पर भूत के साथ एक सेल्फी प्वाइंट पर बनाया गया है. महिला में सेल्फी के क्रेज़ को देखते हुए यह सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं वोटर आय और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें. पिंक बूथ की खास बात यह है कि इसमें महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया है साथ ही इसमें कर्मचारी भी पिंक साड़ी में ही मौजूद हैं.
हालांकि वोटिंग शुरू होते लोगों की नाराजगी भी देखने को मिल रही है. प्रशासन के इंतजाम से लोग खुश नहीं दिख रहे हैं. नोएडा सेक्टर 21 में 15 मिनट देर से वोटिंग शुरू हुई. वोटर्स का आरोप है कि बाहर बिना पर्ची के अंदर जाने को दे रहे लेकिन अंदर वोट नहीं डालने दे रहे हैं. इंजताम भी सही तरीके से नहीं किया गया है. बदइंतजामी पर वोटर्स का गुस्सा साफ-साफ देखा जा सकता है.
आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के लिए मतदान जारी है. यहां पुरुष मतादाताओं की संख्या 12,63,065 है. 10,34,280 महिलाएं और 133 अन्य समेत कुल 22,97,478 मतदाता हैं.