बदायूं: आंवला लोकसभा सीट से महागठबंधन से रुचिवीरा मैदान में हैं, तो बीजेपी से मौजूदा सांसद धर्मेंद्र कश्यप चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस से सर्वराज भी दोनों को टक्कर दे रहे हैं. सर्वराज यहाँ से दो बार सांसद रह चुके हैं. बदायूं की जनता से प्रत्याशियों के वोट बैंक के बारे में बात की गई तो, उनका मिलाजुला प्रतिशत देखने को मिला. आखिर आंवला लोकसभा सीट में किसका दबदबा कायम रहेगा, यह तो मतदान के बाद ही पता चल पाएगा.
आंवला लोकसभा सीट में बदायूं की दो विधानसभा आती हैं. एक दातागंज और दूसरी शेखुपुर है. ये दोनों विधानसभा ही बरेली की लोकसभा सीट आंवला की हार जीत तय करती हैं. क्योंकि इन दोनों विधानसभा में सबसे ज्यादा वोटर हैं. बीजेपी के धर्मेंद्र कश्यप यहां से मौजूदा सांसद हैं और कांग्रेस के सर्वराज सिंह यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं, जबकि रुचिवीरा यहां से महागठबंधन से पहली बार चुनाव लड़ रही हैं.
इन दोनों सीटों पर किसका सबसे ज्यादा दबदबा है, ये जनता से जानने की कोशिश की गई. यहां पर कहीं लोग पीएम मोदी के काम से काफी खुश दिखे और उन्हीं के प्रत्याशी को वोट देने की बात कही. साथ ही लोगों ने महागठबंधन की प्रत्याशी रुचिवीरा को वोट देने की बात भी कही. ज्यादातर लोग बीजेपी और महागठबंधन के पक्ष में दिखे. यहां पर दोनों के समर्थन में 50-50 प्रतिशत मत रहा.
वहीं कांग्रेस के समर्थन में बहुत कम लोग नजर आये. यानी दातागंज और शेखुपुर विधानसभा में बीजेपी और महागठबंधन में कड़ी टक्कर होने वाली है. बरेली की सीट में ये दोनों विधानसभा जीत और हार का अंतर तय करती हैं और यहां पर दोनों के लिए समर्थन बराबर का दिखाई दे रहा है.