अलीगढ़ :कांग्रेस ने हाल ही मेंघोषणा पत्र जारी किया है, जिसमें पार्टी नेअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय औरजामिया मिलिया इस्लामिया के अल्पसंख्यक स्वरूप को बनाए रखने का वादा किया गया है.इसपरअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय केपूर्व मीडिया सलाहकार डॉ. जसीम मोहम्मद ने ऐतराज जताया है. इसके साथ ही उन्होंनेकहा कि कांग्रेस केघोषणा पत्र में जो वादा दोनों विश्वविद्यालयों को लेकर किया गया है वो गलत है क्योंकिदोनों ही संस्थानों का मामला सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में क्रमश:विचाराधीन है.ऐसे में कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. इस तरह के वादे जनता को भ्रमित करने वाले हैं.
उन्होंने कहा किमेनिफेस्टो में तुष्टिकरण की जो बात कही गई है,उसको लेकर के कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव आयोग से कार्रवाईकी मांग की है. बता दें किअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के माइनॉरिटी कैरेक्टर का मामला सुप्रीम कोर्ट की सातबेंच के जजों को रेफर किया गया है. वहींजामिया के अल्पसंख्यक स्वरूप का मामला भी दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित पड़ा है. इसके बाद भीकांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में मुसलमानों को खुश करने के लिए वादा किया.
डॉक्टर जसीम मोहम्मद ने कहा किकांग्रेस के इस मेनिफेस्टो में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को लेकर के जो बातें कहीं गई हैं . मुख्य चुनाव आयुक्त को इसे संज्ञान में लेना चाहिए.डॉक्टर नेमुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा को इस मामले की शिकायत की है. उन्होंनेकहा किचुनाव आयोग इसे संज्ञान में लेकर कार्रवाई करेऔर कांग्रेस के संकल्प पत्र को सीज करें. इसके साथ उन्होंने कहा है कि पूरे मामले को लेकर के कांग्रेस का स्पष्टीकरण आना चाहिए. वह जो वादे कर रहे हैं, वो उन मामलों के लिए कर रहें जोकोर्ट में लंबित हैं. यह एक तरीके से न्यायालय की अवहेलना का भी मामला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का संकल्प पत्र भ्रमित करने वाला और तुष्टीकरण को प्रेरित करने वाला विषय है. उन्होंने चुनाव आयोग से कठोर कार्रवाई की मांग की है.