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चुनावी जनसभाओं में सेना का जमकर इस्तेमाल कर रही भाजपा

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Published : May 3, 2019, 10:29 PM IST

Updated : May 4, 2019, 3:29 AM IST

चुनावी जनसभाओं में भाजपा लगातार उरी से लेकर पुलवामा तक सेना की शौर्य गाथा के बहाने पीएम मोदी की ताकत का एहसास जनता को कराकर वोट के लिए लुभा रही है. राजनीतिक फायदे के लिए सेना के इस्तेमाल पर निर्वाचन आयोग ने रोक लगाई है.

गृहमंत्री राजनाथ सिंह

लखनऊ: राजनीतिक फायदे के लिए सेना के इस्तेमाल पर भले ही निर्वाचन आयोग ने रोक लगाई हो, लेकिन चुनावी जनसभाओं में भाजपा सेना का जमकर प्रयोग कर रही है. भाजपा लगातार उरी से लेकर पुलवामा तक सेना की शौर्य गाथा के बहाने पीएम मोदी की ताकत का एहसास जनता को कराकर वोट के लिए लुभा रही है. राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जनता के सामने उरी और पुलवामा में सेना की बहादुरी की कहानी सुनाकर भाजपा सरकार की ताकत का एहसास कराया.

जमकर सेना के शौर्य गाथा का प्रयोग कर रही बीजेपी.


जनसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं ये बातें-

  • चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग ने बयानबाजी में सेना के इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया है.
  • निर्वाचन आयोग के सख्त निर्देश के बावजूद सेना की शौर्य गाथा के बहाने बीजेपी अपनी ताकत से जनता को खूब लुभा रही है.
  • गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजाजीपुरम की जनसभा में उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पुलवामा में शहीद हुए सेना के जवानों का बदला किस तरह से एयर स्ट्राइक द्वारा लिया उसका बखान किया.
  • उन्होंने कहा कि 13 दिन के अंदर ही हमारे जवानों ने सैकड़ों आतंकियों को मार गिराया.
  • उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पूछते हैं कि कितने मारे.

जनसभा में उपमुख्यमंत्री ने कहीं ये बातें-

  • केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की जनसभा में सेना का इस्तेमाल किए जाने वाले बयान का साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी दे रहे हैं.
  • उन्होंने भी राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में उरी से लेकर पुलवामा तक की घटना का जिक्र किया.
  • उन्होंने कहा कि पहले आतंकियों को बिरयानी खिलाई जाती थी और वह धमाके करके वापस चले जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है.
  • अब सब कुछ बदल गया है.
  • सेना ने उरी से लेकर पुलवामा तक अपने शौर्य का परिचय दिया है.

लखनऊ: राजनीतिक फायदे के लिए सेना के इस्तेमाल पर भले ही निर्वाचन आयोग ने रोक लगाई हो, लेकिन चुनावी जनसभाओं में भाजपा सेना का जमकर प्रयोग कर रही है. भाजपा लगातार उरी से लेकर पुलवामा तक सेना की शौर्य गाथा के बहाने पीएम मोदी की ताकत का एहसास जनता को कराकर वोट के लिए लुभा रही है. राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जनता के सामने उरी और पुलवामा में सेना की बहादुरी की कहानी सुनाकर भाजपा सरकार की ताकत का एहसास कराया.

जमकर सेना के शौर्य गाथा का प्रयोग कर रही बीजेपी.


जनसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं ये बातें-

  • चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग ने बयानबाजी में सेना के इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया है.
  • निर्वाचन आयोग के सख्त निर्देश के बावजूद सेना की शौर्य गाथा के बहाने बीजेपी अपनी ताकत से जनता को खूब लुभा रही है.
  • गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजाजीपुरम की जनसभा में उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पुलवामा में शहीद हुए सेना के जवानों का बदला किस तरह से एयर स्ट्राइक द्वारा लिया उसका बखान किया.
  • उन्होंने कहा कि 13 दिन के अंदर ही हमारे जवानों ने सैकड़ों आतंकियों को मार गिराया.
  • उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पूछते हैं कि कितने मारे.

जनसभा में उपमुख्यमंत्री ने कहीं ये बातें-

  • केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की जनसभा में सेना का इस्तेमाल किए जाने वाले बयान का साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी दे रहे हैं.
  • उन्होंने भी राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में उरी से लेकर पुलवामा तक की घटना का जिक्र किया.
  • उन्होंने कहा कि पहले आतंकियों को बिरयानी खिलाई जाती थी और वह धमाके करके वापस चले जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है.
  • अब सब कुछ बदल गया है.
  • सेना ने उरी से लेकर पुलवामा तक अपने शौर्य का परिचय दिया है.
Intro:चुनावी जनसभाओं में सेना को जमकर कैश करा रही भाजपा, ठेंगे पर निर्वाचन आयोग

लखनऊ। राजनीतिक फायदे के लिए सेना के इस्तेमाल पर भले ही निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों पर रोक लगाई हो, लेकिन चुनावी जनसभाओं में भारतीय जनता पार्टी सेना को जमकर कैश करा रही है। पार्टी नेता वोटरों को लुभाने के लिए ऐसा मौका हाथ से जाने ही नहीं दे रहे हैं। लगातार उरी से लेकर पुलवामा तक सेना की शौर्य गाथा के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकत का एहसास जनता को करा कर अपने पक्ष में समर्थन का रास्ता खोल रहे हैं। इस मामले में देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी पीछे नहीं है और उनका साथ देने में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में दोनों नेताओं ने जनता के सामने उरी और पुलवामा में सेना की बहादुरी की दास्तां सुना कर भारतीय जनता पार्टी सरकार की ताकत का एहसास कराया। जाहिर है इससे वोटर देश की रक्षा को ध्यान में रखकर भाजपा को वोट दें यही नेताओं का लक्ष्य है।


Body:जहां वोट का फायदा हो और सामने वोटर ही वोटर नजर आ रहे हों तो भला संवैधानिक संस्थाओं के क्या मायने। बात कर रहे हैं चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा बयानबाजी में सेना के इस्तेमाल न किए जाने संबंधी निर्देश की। निर्वाचन आयोग के सख्त निर्देश के बावजूद सेना की शौर्य गाथा के बहाने अपनी गौरव गाथा लिखने में बीजेपी के नेता जनता को खूब लुभा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राजाजीपुरम में उपस्थित हजारों की भीड़ के सामने उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पुलवामा में शहीद हुए सेना के जवानों का बदला किस तरह से एयर स्ट्राइक करके सेना ने लिया उसका खूब बखान किया। उन्होंने कहा कि 13 दिन के अंदर ही हमारे जवानों ने सैकड़ों आतंकियों को मार गिराया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना भी साधा कि वह पूछते हैं कि कितने मारे, हमारी सेना पर उन्हें शक है, प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। अरे एक दो तीन चार पांच होते तो गिनते वहां तो इतने मारे कौन गिनती कर पाए। राजनाथ के तेज तर्रार भाषण पर जनता ने खूब तालियां बजाईं और राजनाथ को एहसास हो गया कि उनका भाषण सफल हो गया, वोटर उनके पक्ष में हो गए हैं। सेना का एजेंडा लेकर भाजपा नेता अपना झंडा बुलंद करने में लखनऊ लोकसभा सीट से प्रत्याशी राजनाथ सिंह बिल्कुल पीछे नहीं हैं।


Conclusion:केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का जनसभा में बयानों में सेना का इस्तेमाल किए जाने का साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा भी दे रहे हैं। उन्होंने भी राजाजीपुरम में आयोजित जनसभा में उमड़े हुजूम को संबोधित करते हुए उरी से लेकर पुलवामा तक की घटना का जिक्र किया और कहा कि पहले आतंकियों को बिरयानी खिलाई जाती थी और वह धमाके करके वापस चले जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। अब सब कुछ बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। सेना ने उरी से लेकर पुलवामा तक अपने शौर्य का परिचय दिया है। राष्ट्र की रक्षा अब हो रही है। अब सवाल उठना लाजिमी है कि जब निर्वाचन आयोग ने साफ तौर पर सेना को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किए जाने पर पार्टियों पर रोक लगाई है तो नेता सेना का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं और अगर कर रहे हैं तो फिर निर्वाचन आयोग की नजर इधर क्यों नहीं जाती।
Last Updated : May 4, 2019, 3:29 AM IST
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