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जिला प्रशासन की मुहिम रंग लाई, 27 गांव के आंदोलित किसान अब करेंगे मतदान

बुलंदशहर जिले के करीब 27 गांव के किसान रेलवे फ्रेट कोरिडोर द्वारा भूमि अधिग्रहण के बाद किए जा रहे काम को रोक कर आंदोलन की राह पर थे. वहीं किसानों ने लोकसभा चुनाव में बहिष्कार का ऐलान भी किया था, लेकिन अब डीएम ने किसानों की समस्याओं का हल निकालने का वादा किया है.

आंदोलित किसान करेंगे अब मतदान.
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Published : Apr 10, 2019, 7:25 AM IST

बुलंदशहर : पिछले साल से मुआवजे की मांग को लेकर खुर्जा तहसील क्षेत्र के 27 गांव के किसान आंदोलन कर रहे थे. लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान भी इन्होंने किया था. जिलाधिकारी ने इस मामले में गम्भीरता दिखाई और अब सभी ने मतदान करने का मन बना लिया है. दरअसल, अब चुनाव बाद किसानों की समस्याओं का हल जिला प्रशासन ने निकालने का वादा किया है.

आंदोलित किसान करेंगे अब मतदान.

बुलंदशहर में जिला प्रशासन द्वारा खुर्जा क्षेत्र के 27 गांव के अन्नदाताओं को समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया. ग्रामीणों की जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता होने के बाद बुलंदशहर बुलाया गया. यहां शमशाद हुसैन अपर जिलाधिकारी न्यायिक ने 27 गांव के किसानों के साथ वार्ता की और किसानों को मनाने की कोशिश की गई.

दरअसल, खुर्जा तहसील क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान रेलवे फ्रेट कोरिडोर द्वारा भूमि अधिग्रहण के बाद किए जा रहे काम को रोककर आंदोलन की राह पर हैं. किसानों का आरोप है कि उन्हें एक समान मुआवजा नहीं दिया गया, जिसकी वजह से खुरजा तहसील क्षेत्र में लम्बे समय से अन्नदाता आंदोलित हैं. कई बार जिला प्रशासन ने आंदोलित किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की थी. किसान नेताओं को जेल भी जाना पड़ा था.

पिछले सप्ताह उस वक्त 27 गांव के किसानों ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी थी, जब किसानों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि जब तक उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तब तक वह मताधिकार के बारे में नहीं सोचेंगे. चुनाव के बहिष्कार का भी निर्णय सर्वसम्मति से ग्रामीणों ने लिया था.

इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और सोमवार को किसानों से इस बारे में संवाद स्थापित करने की कोशिश की गई. मंगलवार को 27 गांवों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा और यहां अपर जिलाधिकारी ने उनसे बात की, जिसके बाद किसान मान गए.

बुलंदशहर : पिछले साल से मुआवजे की मांग को लेकर खुर्जा तहसील क्षेत्र के 27 गांव के किसान आंदोलन कर रहे थे. लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान भी इन्होंने किया था. जिलाधिकारी ने इस मामले में गम्भीरता दिखाई और अब सभी ने मतदान करने का मन बना लिया है. दरअसल, अब चुनाव बाद किसानों की समस्याओं का हल जिला प्रशासन ने निकालने का वादा किया है.

आंदोलित किसान करेंगे अब मतदान.

बुलंदशहर में जिला प्रशासन द्वारा खुर्जा क्षेत्र के 27 गांव के अन्नदाताओं को समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया. ग्रामीणों की जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता होने के बाद बुलंदशहर बुलाया गया. यहां शमशाद हुसैन अपर जिलाधिकारी न्यायिक ने 27 गांव के किसानों के साथ वार्ता की और किसानों को मनाने की कोशिश की गई.

दरअसल, खुर्जा तहसील क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान रेलवे फ्रेट कोरिडोर द्वारा भूमि अधिग्रहण के बाद किए जा रहे काम को रोककर आंदोलन की राह पर हैं. किसानों का आरोप है कि उन्हें एक समान मुआवजा नहीं दिया गया, जिसकी वजह से खुरजा तहसील क्षेत्र में लम्बे समय से अन्नदाता आंदोलित हैं. कई बार जिला प्रशासन ने आंदोलित किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की थी. किसान नेताओं को जेल भी जाना पड़ा था.

पिछले सप्ताह उस वक्त 27 गांव के किसानों ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी थी, जब किसानों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि जब तक उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तब तक वह मताधिकार के बारे में नहीं सोचेंगे. चुनाव के बहिष्कार का भी निर्णय सर्वसम्मति से ग्रामीणों ने लिया था.

इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और सोमवार को किसानों से इस बारे में संवाद स्थापित करने की कोशिश की गई. मंगलवार को 27 गांवों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा और यहां अपर जिलाधिकारी ने उनसे बात की, जिसके बाद किसान मान गए.

Intro:बुलन्दशहर जिला प्रशासन को एक बड़ी कामयाबी मिल गई है, खुर्जा तहसील क्षेत्र के 27 गांव के किसान आंदोलन कLह पकड़े हुए थे ,लोकसभा चुनाव में बहिष्कार का एलान भी इन्होंने किया था,जिलाधिकारी ने इस मामले में गम्भीरता दिखाई है,और अब प्रशासन की कवायद काम आई और अब सभी ने मतदान करने का एलान किया है,काबिलेगौर है कि पिछले साल से मुआवजे की मांग को लेकर क्षेत्र के किसान आंदोलित हैं,अब चुनाव बाद इनकी समस्याओं का हल भी जिला प्रशासन ने निकालने का वादा किया है।पेश है ये खास खबर।


Body:बुलंदशहर में जिला प्रशासन के द्वारा खुर्जा क्षेत्र के 27 गांव के अन्नदाताओं को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, जिसके बाद ग्रामीणों की जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता होने के बाद बुलंदशहर बुलाया गया और यहां शमशाद हुसैन अपर जिलाधिकारी न्यायिक ने 27 गांव के किसानों के साथ वार्ता की और किसानों को मनाने की कोशिश की गई, हम आपको बता दें कि दरअसल खुर्जा तहसील क्षेत्र के करीब 27 गांव के किसान रेलवे फ्रेट कोरिडोर द्वारा भूमि अधिग्रहण के बाद किए जा रहे काम को रोककर आंदोलन की राह पर हैं,किसानों का आरोप है कि उन्हें एक समान मुआवजा नहीं दिया गया,जिसकी वजह से खुरजा तहसील क्षेत्र में लम्बे समय से अन्नदाता आंदोलित हैं,कई बार जिला प्रशासन ने आंदोलित किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही भी यहां की थी,किसान नेताओं को जेल भी जाना पड़ा था,फिलहाल जो मूल मांग है वो ये है कि किसानों को एक समान मुआवजा दिया जाए ,किसानों का आरोप है कि एक ही खेत की मेड से मिले हुए दूसरे खेत का जो मुआवजा दिया गया है वो भिन्न है, मुआवजा एक समान ना दिए जाने सेकिसान आंदोलन की राह पकड़े हुए हैं, पिछले सप्ताह उस वक्त 27 गांव के किसानों ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी थी जब किसानों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि जब तक उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तब तक वह मताधिकार के बारे में नहीं सोचेंगे ,और छुनाव के बहिष्कार का भी निर्णय सर्वसम्मति से ग्रामीणों ने लिया था,इस पर जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और सोमवार को किसानों से इस बारे में संवाद स्थापित करने की कोशिश की गई ,जिसके बाद आज एक 27 गांव का प्रतिनिधिमंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा और यहां अपर जिलाधिकारी ने उनसे बात की, जिसके बाद किसान मान गए। काबिले गौर है कि बुलंदशहर जिले के खुर्जा तहसील के गांगरोल, नगला बंसी, फतेहपुर जादों, अरोंडा,वैर बादशाहपुर भौंरा,निठारी, अरौनी ,फतेहपुर, मकरंदपुर, क्योंली कला, दोस्तपुर,नायसर, मैना मोजपुर ,मेना कलंदर गढ़ी, जाहिद पुर खुर्द उर्फ मदन पुर ,कलंदर गढ़ी, बुड़ैना ,सुल्तानपुर ,पीर, समसपुर कमालपुर, भदौरा, खबरा और खानपुर समेत कुल 27 गांव के लोग आंदोलन की राह पर थे, रेलवे के बहुआयामी प्रोजेक्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए यहां भूमि का अधिग्रहण हुआ था और जिसमें रेलवे के द्वारा जो भूमि अधिग्रहित की गई थी उस में स्थानीय किसानों ने आरोप लगाया था एक समान मुआवजा न देकर अलग-अलग मुआवजे की अदायगी की गई है ,उसके बाद से ही मदनपुर गांव में किसानों का धरना चल रहा था । पिछले सप्ताह 27 गांव के किसानों के द्वारा दिये गए अल्टीमेटम के बाद जिले के प्रशासनिक अफसर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे थे और आज इसमें कामयाबी मिल गयी ,हालांकि किसानों का कहना है कि उन्हें लिखित आश्वासन के बाद ही अपना चुनाव बहिष्कार का फैंसला बदला है, फिलहाल इस बारे में अपरजिलाधिकारी शमशाद हुसैन का कहना है कि किसानों को आश्वस्त किया गया है कि चुनावों के बाद उनकी समस्याओं पर एक कमेटी बनाकर उसमें जो भी सम्भव होगा व्व मदद की जाएगी,फिलहाल किसान लिखित में मील आस्वाशन के बाद मां गए हैं और अब लोकतंत्र के महापर्व में बढ़चढ़ कर मतदान करने की घोषणा कर चुके हैं,काबिलेगौर है कि बुलन्दशहर जनपद के खुरजा तहसील और सिकन्द्राबाद तहसील के मतदाता गौतमबुद्धनगर के लोकसभा केंडिडेट के लिए मतदान करेंगे।फिलहाल प्रशासनिक मेहनत रंग लाई है,और बहिष्कार करने की घोषणा करने वाले 27 गांव के किसानों ने साफ कर दिया है कि वो मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे। बाइट...शमशाद हुसैन,अपरजिलाधिकारी न्यायिक one to one with बब्बन चौधरी,युवा किसान नेता,केहर सिंह,बुजुर्ग आंदोलनकारी नेता।


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