लखनऊ: साइबर क्राइम सेल की टीम ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. बताया है कि पकड़े गए आरोपी shine.com पर नौकरी दिलाने के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी कर लोगों से ठगी करने का काम करते थे. इस मामले में फरवरी माह में एक युवक द्वारा चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसमें उसने बताया था कि उसने यूनियन बैंक के खाते से 10 हजार 799 रुपये फोन-पे एवं mobikwik.com के माध्यम से ऑनलाइन स्थानांतरण कर लिया गया है. इस पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी.
आलमबाग से हुई गिरफ्तारी
इस मामले पर साइबर क्राइम सेल के डीसीपी केपी तिवारी ने बताया कि चिनहट में फरवरी माह में दर्ज हुए मुकदमे की जानकारी साइबर सेल को ट्रांसफर हुई थी. इसके बाद से ही सूचनाएं एकत्रित की जा रही थी. उनकी धरपकड़ के लिए जगह-जगह दबिश दी गई. इसके पश्चात दो शातिर आरोपियों की गिरफ्तारी आलमबाग से की गई है.
इस तरह से वारदात को देते थे अंजाम
डीसीपी क्राइम ने बताया कि साइबर टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की गई. उन्होंने पूछताछ में बताया कि वह गांव-गांव जाकर कैंप लगाकर, विभिन्न कंपनियों के सिम एक्टिवेट कर सस्ते दाम में सिम बेचते हैं. अगर कोई ग्राहक सिम लेने आता है तो उसकी आईडी पर दो से 5 सिम एक्टिवेट करते हैं. एक सिम ग्राहक को दे देते हैं. बाकी अपने पास रख लेते हैं. अपने पास रखे सिम को एयरटेल बैंक बनाकर किसी नंबर से रेफरल कोड डालकर विभिन्न वॉलेट जैसे फोन-पे, गूगल-पे और मोबिक्विक जैसे अन्य वॉलेट एक्टिव कर कैशबैक लेकर अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं. ग्राहकों के आईडी से एक्टिवेट किए गए फर्जी सिम को फर्जी कॉल सेंटरों में सप्लाई करते थे.
इसे भी पढ़ें- कानपुर गैंगरेप केस : लापरवाही के आरोप में तीन पुलिसकर्मी निलंबित
यह सामान हुआ बरामद
डीसीपी क्राइम ने बताया पकड़े गए आरोपियों की पहचान गोपाल मौर्या जो लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र में निवास कर रहा है. दूसरा भरत शर्मा पुत्र दयाशंकर शर्मा जालौन का रहने वाला है जो लखनऊ में आलमबाग में निवास करता है. इन दोनों की गिरफ्तारी आलमबाग से की गई है. इनके पास से 5028 फर्जी आईडी पर एक्टिवेट सिम कार्ड, 34 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोन, दो बायोमेट्रिक डिवाइस बरामद हुई है. उन्होंने कहा फिलहाल अभी इन आरोपियों से और पूछताछ की जाएगी.