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व्यवसायी के अपहरण में फंसा इंस्पेक्टर, गोरखपुर जैसी करतूत को अंजाम देने का था प्रयास - बुलंदशहर पुलिस

अलीगढ़ में बुलंदशहर पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने गोरखपुर जैसी करतूत को अंजाम देने का प्रयास किया. पैसों के लेन-देन के एक मुकदमे में वादी से साठगांठ कर इंस्पेक्टर बिना किसी को सूचना दिए वादी संग अलीगढ़ आकर एक व्यवसायी को अगवा कर ले गया.

व्यवसायी के अपहरण का मामला.
व्यवसायी के अपहरण का मामला.
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Published : Oct 2, 2021, 1:11 PM IST

अलीगढ़: बुलंदशहर पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने गोरखपुर जैसी करतूत को अंजाम देने का प्रयास किया. पैसों के लेन-देन के एक मुकदमे में वादी से साठगांठ कर इंस्पेक्टर बिना किसी को सूचना दिए वादी संग अलीगढ़ आकर एक व्यवसायी को अगवा कर ले गया. व्यवसायी परिवार ने बुलंदशहर व अलीगढ़ एसएसपी को सच्चाई बताई तो कई घंटे बाद खुद को घिरता देख इंस्पेक्टर व्यवसायी को थाना हरदुआगंज पर छोड़ गया. जांच में साफ हुआ कि बुलंदशहर कोतवाली के अपर निरीक्षक ने यह घटना बुलंदशहर में बिना रवानगी और हरदुआगंज में बिना आमद के गलत नीयत से की है. इसके आधार पर इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है और हरदुआगंज में इंस्पेक्टर सहित तीन नामजद पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है.

तालानगरी सेक्टर-1 स्थित नेहा फूड फैक्टरी के मालिक अभिषेक तिवारी के अनुसार मामला शुक्रवार का है. एक स्कार्पियो फैक्ट्री के बाहर आकर रुकी. आठ-दस लोग उतरे और उसे बाहर बुलाकर मारपीट करने लगे. इस बीच राजीव शर्मा नाम के व्यक्ति ने उन पर रिवाल्वर तान दी और अमित अरोड़ा नामक व्यक्ति ने गुप्तांगों पर लात मारते हुए जबरन स्कार्पियो में डाल दिया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने चौकी प्रभारी को सूचना दी तो चौकी प्रभारी ने सड़क पर बाइक लगाकर स्कार्पियो सवारों को रोकने का प्रयास किया. इस पर स्कार्पियो में मौजूद अजय कुमार नामक व्यक्ति ने खुद को बुलंदशहर कोतवाली का इंस्पेक्टर बताते हुए इसे पुलिस दबिश बताकर चौकी प्रभारी को हटा दिया और अभिषेक को अगवा कर बुलंदशहर की ओर ले गए. आरोप है कि रास्ते में सभी लोगों ने बुरी तरह से मारपीट की और परिजनों को जान से मारने की धमकी दी.

जानकारी देते एसएसपी.
इसी बीच जानकारी मिलने पर परिवार हरकत में आया. चौकी प्रभारी ने बताया कि बुलंदशहर पुलिस उन्हें लेकर गई है तो परिवार ने प्रकरण आईजी मेरठ जोन, एसएसपी बुलंदशहर, एसएसपी अलीगढ़ के संज्ञान में लाया. आनन-फानन में जानकारी की गई तो पता चला कि बुलंदशहर कोतवाली से कोई पुलिस अलीगढ़ दबिश के लिए नहीं गई है. इस पर अजय कुमार नाम के इंस्पेक्टर की खोज शुरू हुई. इसको लेकर अलीगढ़ व बुलंदशहर के अधिकारी सक्रिय हो गए. यह बात स्कार्पियो में मौजूद इंस्पेक्टर तक पहुंची. उसने खुद को फंसता देख स्कार्पियो वापस हरदुआगंज थाने लाकर रोकी और अगवा किए गए व्यवसायी को छोड़कर सभी आरोपी चले गए.

रात करीब ढाई बजे पीड़ित ने हरदुआगंज पुलिस को चार नामजदों समेत अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी. इसमें अजय कुमार, राजीव शर्मा, अमित अरोरा पर नामजद व अन्य अज्ञात पर अपहरण आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं, एसएसपी बुलंदशहर संतोष कुमार ने आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय जांच बैठा दी है. बिना रवानगी दर्ज कराए बुलंदशहर से अलीगढ़ आए इंस्पेक्टर ने मामला बिगड़ता देखा तो रात करीब बाहर बजे व्यवसायी को वापस आकर हरदुआगंज थाने छोड़ दिया. इसके बाद हरदुआगंज थाने पर तैनात मुंशी से साठगांठ कर अपनी आमद दर्ज करा दी. इस दौरान थाने से लैपर्ड के दो सिपाहियों की अभिषेक तिवारी के कारखाने तक साथ जाने की रवानगी भी लिखवा दी. ऐसे में व्यवसायी की ओर से मुकदमा दर्ज होने पर हरदुआगंज के मुंशी पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है.

यह भी पढ़ें: जल समाधि लेने की जिद पर अड़े हैं महंत परमहंस दास, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका

इस प्रकरण में पीड़ित व्यवसायी एसएसपी से मिले. उन्हें पूरा वाकया बताया. एसएसपी ने मामले में जांच कराई तो पाया कि व्यवसायी के खिलाफ कोतवाली बुलंदशहर में पैसों के लेन-देन संबंधी एक मुकदमा पिछले दिनों दर्ज हुआ है. उस मुकदमे का न तो कोई नोटिस व्यवसायी को मिला और न जानकारी. चूंकि मुकदमा सीधे गिरफ्तारी का नहीं है इसलिए उसी मुकदमे के वादी से साठगांठ कर कोतवाली बुलंदशहर का अपर निरीक्षक अजय कुमार वहां से बिना किसी को सूचना दिए या बिना रवानगी के वादी व उसके सहयोगियों संग उसी की स्कार्पियो में यहां आया. यहां भी हरदुआगंज पुलिस को बिना सूचना दिए व्यवसायी को साथ ले गया.

क्षेत्राधिकारी अतरौली शिव प्रताप सिंह ने बताया कि तालानगरी के व्यापारी को हमारे यहां बिना आमद के गलत तरीके से ले जाने और खुद का परिचय गलत बताकर कार्रवाई करने का मामला है. व्यवसायी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. बुलंदशहर के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. वहां से इंस्पेक्टर के निलंबन की सूचना मिली है.

अलीगढ़: बुलंदशहर पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने गोरखपुर जैसी करतूत को अंजाम देने का प्रयास किया. पैसों के लेन-देन के एक मुकदमे में वादी से साठगांठ कर इंस्पेक्टर बिना किसी को सूचना दिए वादी संग अलीगढ़ आकर एक व्यवसायी को अगवा कर ले गया. व्यवसायी परिवार ने बुलंदशहर व अलीगढ़ एसएसपी को सच्चाई बताई तो कई घंटे बाद खुद को घिरता देख इंस्पेक्टर व्यवसायी को थाना हरदुआगंज पर छोड़ गया. जांच में साफ हुआ कि बुलंदशहर कोतवाली के अपर निरीक्षक ने यह घटना बुलंदशहर में बिना रवानगी और हरदुआगंज में बिना आमद के गलत नीयत से की है. इसके आधार पर इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है और हरदुआगंज में इंस्पेक्टर सहित तीन नामजद पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है.

तालानगरी सेक्टर-1 स्थित नेहा फूड फैक्टरी के मालिक अभिषेक तिवारी के अनुसार मामला शुक्रवार का है. एक स्कार्पियो फैक्ट्री के बाहर आकर रुकी. आठ-दस लोग उतरे और उसे बाहर बुलाकर मारपीट करने लगे. इस बीच राजीव शर्मा नाम के व्यक्ति ने उन पर रिवाल्वर तान दी और अमित अरोड़ा नामक व्यक्ति ने गुप्तांगों पर लात मारते हुए जबरन स्कार्पियो में डाल दिया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने चौकी प्रभारी को सूचना दी तो चौकी प्रभारी ने सड़क पर बाइक लगाकर स्कार्पियो सवारों को रोकने का प्रयास किया. इस पर स्कार्पियो में मौजूद अजय कुमार नामक व्यक्ति ने खुद को बुलंदशहर कोतवाली का इंस्पेक्टर बताते हुए इसे पुलिस दबिश बताकर चौकी प्रभारी को हटा दिया और अभिषेक को अगवा कर बुलंदशहर की ओर ले गए. आरोप है कि रास्ते में सभी लोगों ने बुरी तरह से मारपीट की और परिजनों को जान से मारने की धमकी दी.

जानकारी देते एसएसपी.
इसी बीच जानकारी मिलने पर परिवार हरकत में आया. चौकी प्रभारी ने बताया कि बुलंदशहर पुलिस उन्हें लेकर गई है तो परिवार ने प्रकरण आईजी मेरठ जोन, एसएसपी बुलंदशहर, एसएसपी अलीगढ़ के संज्ञान में लाया. आनन-फानन में जानकारी की गई तो पता चला कि बुलंदशहर कोतवाली से कोई पुलिस अलीगढ़ दबिश के लिए नहीं गई है. इस पर अजय कुमार नाम के इंस्पेक्टर की खोज शुरू हुई. इसको लेकर अलीगढ़ व बुलंदशहर के अधिकारी सक्रिय हो गए. यह बात स्कार्पियो में मौजूद इंस्पेक्टर तक पहुंची. उसने खुद को फंसता देख स्कार्पियो वापस हरदुआगंज थाने लाकर रोकी और अगवा किए गए व्यवसायी को छोड़कर सभी आरोपी चले गए.

रात करीब ढाई बजे पीड़ित ने हरदुआगंज पुलिस को चार नामजदों समेत अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी. इसमें अजय कुमार, राजीव शर्मा, अमित अरोरा पर नामजद व अन्य अज्ञात पर अपहरण आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं, एसएसपी बुलंदशहर संतोष कुमार ने आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय जांच बैठा दी है. बिना रवानगी दर्ज कराए बुलंदशहर से अलीगढ़ आए इंस्पेक्टर ने मामला बिगड़ता देखा तो रात करीब बाहर बजे व्यवसायी को वापस आकर हरदुआगंज थाने छोड़ दिया. इसके बाद हरदुआगंज थाने पर तैनात मुंशी से साठगांठ कर अपनी आमद दर्ज करा दी. इस दौरान थाने से लैपर्ड के दो सिपाहियों की अभिषेक तिवारी के कारखाने तक साथ जाने की रवानगी भी लिखवा दी. ऐसे में व्यवसायी की ओर से मुकदमा दर्ज होने पर हरदुआगंज के मुंशी पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है.

यह भी पढ़ें: जल समाधि लेने की जिद पर अड़े हैं महंत परमहंस दास, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका

इस प्रकरण में पीड़ित व्यवसायी एसएसपी से मिले. उन्हें पूरा वाकया बताया. एसएसपी ने मामले में जांच कराई तो पाया कि व्यवसायी के खिलाफ कोतवाली बुलंदशहर में पैसों के लेन-देन संबंधी एक मुकदमा पिछले दिनों दर्ज हुआ है. उस मुकदमे का न तो कोई नोटिस व्यवसायी को मिला और न जानकारी. चूंकि मुकदमा सीधे गिरफ्तारी का नहीं है इसलिए उसी मुकदमे के वादी से साठगांठ कर कोतवाली बुलंदशहर का अपर निरीक्षक अजय कुमार वहां से बिना किसी को सूचना दिए या बिना रवानगी के वादी व उसके सहयोगियों संग उसी की स्कार्पियो में यहां आया. यहां भी हरदुआगंज पुलिस को बिना सूचना दिए व्यवसायी को साथ ले गया.

क्षेत्राधिकारी अतरौली शिव प्रताप सिंह ने बताया कि तालानगरी के व्यापारी को हमारे यहां बिना आमद के गलत तरीके से ले जाने और खुद का परिचय गलत बताकर कार्रवाई करने का मामला है. व्यवसायी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. बुलंदशहर के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. वहां से इंस्पेक्टर के निलंबन की सूचना मिली है.

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