लखनऊ. अयोध्या (Ayodhya) के महाराजगंज थानाक्षेत्र में बीती सात अक्टूबर को एक नाबालिग की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी. हालांकि, पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला. ऐसे में सोमवार को अयोध्या से पीड़ित परिवार अन्य कई लोगों के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए ट्रेन से चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचा. जैसे ही स्टेशन से बाहर काफी संख्या में लोग आगे बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोक दिया. वहीं एसीपी ने ज्ञापन लेकर कार्रवाई का भरोसा देते हुए दूसरी ट्रेन से वापस रवाना कर दिया.
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि अयोध्या के महाराजगंज में हुई इस घटना के आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं रही है. पवन सिंह चौहान का कहना है कि चार अक्टूबर को बच्ची घर से खेत के लिए निकली थी. इस दौरान कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया. सात अक्टूबर को उसकी लाश बरामद हुई. हत्या से पहले 11 वर्षीय नाबालिग बच्ची पर तेजाब का छिड़काव किया गया और बाद में चाकू से गोदा गया.
आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को पकड़ा था, लेकिन बाद में सिर्फ एक को छोड़कर सभी को रिहा कर दिया. ऐसे में लोगों की मांग है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए, जो भी दोषी हो उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. मामले की सीबीआई जांच हो और दोषियों को फांसी की सजा मिले. इतना ही नहीं पीड़ित परिवार को मुआवजे को रूप में सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए, घर के एक सदस्य को नौकरी के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास भी दिया जाए. न्याय की आस में लखनऊ पहुंची मृतका की मां ने पुलिस के सामने हाथ जोड़कर न्याय की गुहार लगाई.
पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय
इस मामले में एसीपी राघवेंद्र मिश्रा का कहना है कि यह घटना अयोध्या के महाराजगंज थाना क्षेत्र में हुई थी. इसे लेकर न्याय की उम्मीद में परिवार के लोग लखनऊ आए थे. उनसे रेलवे स्टेशन पर ज्ञापन लिया गया है और उन्हें भरोसा दिया गया है कि उच्चाधिकारियों तक उनकी मांग पहुंचाई जाएगी. उन्हें न्याय जरूर दिलाया जाएगा.