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योगी सरकार करेगी सारनाथ का कायाकल्प, तथागत बुद्ध की भूमि पर मिलेंगी विदेशी सुविधाएं

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Published : May 12, 2022, 1:39 PM IST

सारनाथ में प्रो-पूअर प्रोजेक्ट जल्द मूर्त रूप लेगा. इसके लिए जल निगम, जलकल व बिजली विभाग से एनओसी मिल गई है. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया से एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा.

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सारनाथ में प्रो-पूअर प्रोजेक्ट

वाराणसी: योगी सरकार ने तथागत गौतम बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ के आसपास विकास का ख़ाका तैयार कर लिया है. पर्यटकों को लुभाने और उन्हें उच्च स्तरीय सुविधाएं देने के लिए प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत इस जगह को जल्द मूर्त रूप दिया जाना है. इसको लेकर जल निगम, जलकल व बिजली विभाग ने एनओसी दे दी है. अब आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया से एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा. ऐसा होने पर सारनाथ के आसपास रहने वालो लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे.

भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ का विश्व के धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर विशेष महत्व है. तथागत की भूमि सारनाथ को बौद्ध भिक्षुओं का तीर्थ स्थल माना जाता है. यहां विश्वभर से हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं. अब सारनाथ का समग्र विकास होगा, जिससे वहां रोजगार का अवसर मिलेगा और रहने वालों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा. इसके लिए सारनाथ में प्रो-पुअर प्रोजेक्ट की शुरुआत जल्द होने वाली है.

वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि सारनाथ के आसपास विकास का ख़ाका तैयार हो गया है. इसके लिए प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत विकास कार्य कराए जानें हैं. प्रो-पूअर प्रोजेक्ट को विश्वबैंक से अनुदान मिला है. इस परियोजना की लागत 72.63 करोड़ रुपये है. वर्ल्ड बैंक इस परियोजना को फंड करेगा. 2022 के अंत तक इस परियोजना को पूरा किया जाएगा.

ईशा दुहन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए जल निगम, जलकल व बिजली विभाग से एनओसी मिल गई है. पुरातत्व विभाग से एनओसी मिलना शेष है. जिसके मिलते ही काम की शुरुआत हो जाएगी. प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां अधिक से अधिक पर्यटक आ सकेंगे और बेहतर सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे. इससे सारनाथ के आसपास रहने वालों की आय में भी इजाफा होगा और रोज़गार के अवसर पैदा होंगे.

यह भी पढ़े-काशी में खिचड़ी से बना ये शिवलिंग, पूजन से पांच देवी-देवताओं की मिलती कृपा

प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत होंगे ये बदलाव: इस प्रोजेक्ट के तहत सारनाथ के पूरे क्षेत्र को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाया जाएगा. योजना के तहत हेरिटेज स्ट्रीट लाइट, फसाड लाइट, व्यवस्थित पार्किंग, शौचालय, हेरिटेज लुक वाले कियोस्क भी बनाए जाएंगे. जिसमें बनारसी समेत अन्य देशों के विशेष खानपान की सुविधा भी होगी. सोविनियर, जीआई उत्पाद, ओडीओपी आदि की दुकानें भी होंगी. हेरिटेज थीम पर बने कार्ट भी स्थानीय लोगों को दिए जाएंगे, जिससे वे घूमकर सामान की बिक्री कर सकेंगे.

सीसीटीवी और वाईफाई की सुविधा भी: खूबसूरत पैडेस्ट्रियल पथ, पर्यटकों को बैठने के लिए आरामदायक जगह बनाया जाएगा. सारनाथ में सीसीटीवी, वाईफाई एवं एलईडी स्क्रीन भी होगा. दिव्यांगजनों एवं वृद्ध पर्यटकों की सुविधा के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था भी होगी. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य एवं अन्य आवश्यक पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की भी योजना है.

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वाराणसी: योगी सरकार ने तथागत गौतम बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ के आसपास विकास का ख़ाका तैयार कर लिया है. पर्यटकों को लुभाने और उन्हें उच्च स्तरीय सुविधाएं देने के लिए प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत इस जगह को जल्द मूर्त रूप दिया जाना है. इसको लेकर जल निगम, जलकल व बिजली विभाग ने एनओसी दे दी है. अब आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया से एनओसी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा. ऐसा होने पर सारनाथ के आसपास रहने वालो लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे.

भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ का विश्व के धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर विशेष महत्व है. तथागत की भूमि सारनाथ को बौद्ध भिक्षुओं का तीर्थ स्थल माना जाता है. यहां विश्वभर से हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं. अब सारनाथ का समग्र विकास होगा, जिससे वहां रोजगार का अवसर मिलेगा और रहने वालों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा. इसके लिए सारनाथ में प्रो-पुअर प्रोजेक्ट की शुरुआत जल्द होने वाली है.

वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि सारनाथ के आसपास विकास का ख़ाका तैयार हो गया है. इसके लिए प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत विकास कार्य कराए जानें हैं. प्रो-पूअर प्रोजेक्ट को विश्वबैंक से अनुदान मिला है. इस परियोजना की लागत 72.63 करोड़ रुपये है. वर्ल्ड बैंक इस परियोजना को फंड करेगा. 2022 के अंत तक इस परियोजना को पूरा किया जाएगा.

ईशा दुहन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए जल निगम, जलकल व बिजली विभाग से एनओसी मिल गई है. पुरातत्व विभाग से एनओसी मिलना शेष है. जिसके मिलते ही काम की शुरुआत हो जाएगी. प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां अधिक से अधिक पर्यटक आ सकेंगे और बेहतर सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे. इससे सारनाथ के आसपास रहने वालों की आय में भी इजाफा होगा और रोज़गार के अवसर पैदा होंगे.

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प्रो-पूअर प्रोजेक्ट के तहत होंगे ये बदलाव: इस प्रोजेक्ट के तहत सारनाथ के पूरे क्षेत्र को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाया जाएगा. योजना के तहत हेरिटेज स्ट्रीट लाइट, फसाड लाइट, व्यवस्थित पार्किंग, शौचालय, हेरिटेज लुक वाले कियोस्क भी बनाए जाएंगे. जिसमें बनारसी समेत अन्य देशों के विशेष खानपान की सुविधा भी होगी. सोविनियर, जीआई उत्पाद, ओडीओपी आदि की दुकानें भी होंगी. हेरिटेज थीम पर बने कार्ट भी स्थानीय लोगों को दिए जाएंगे, जिससे वे घूमकर सामान की बिक्री कर सकेंगे.

सीसीटीवी और वाईफाई की सुविधा भी: खूबसूरत पैडेस्ट्रियल पथ, पर्यटकों को बैठने के लिए आरामदायक जगह बनाया जाएगा. सारनाथ में सीसीटीवी, वाईफाई एवं एलईडी स्क्रीन भी होगा. दिव्यांगजनों एवं वृद्ध पर्यटकों की सुविधा के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था भी होगी. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य एवं अन्य आवश्यक पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की भी योजना है.

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