वाराणसी: लगातार गर्मी बढ़ने के साथ जल ही जीवन का नारा चरितार्थ होता दिखाई दे रहा है. एक-एक बूंद पानी की बर्बादी को रोककर लोगों तक पानी को पहुंचाना जलकल की बड़ी जिम्मेदारी होती है, लेकिन कई बार पानी की बर्बादी को रोकने में जलकल असफल साबित होता है, लेकिन अब जलकल ने 15वें वित्त आयोग को लेकर एक प्लान तैयार किया है.
उस प्लान के तहत पीने योग्य साफ पानी को बेवजह सड़कों से लेकर पेड़-पौधों की हरियाली बचाए रखने के लिए बर्बाद नहीं किया जाएगा, बल्कि इन कामों के लिए उस पानी का इस्तेमाल किया जाएगा, जो अब तक नाली में बहाकर बर्बाद किया जा रहा था. यह प्लान वाराणसी में गंगा को स्वच्छ रखने वाले एसटीपी को लेकर तैयार किया गया है, जिसमें एसटीपी से निकलने वाले वेस्टेज पानी को स्टोर करके उसे सड़कों को साफ करने के साथ-साथ हरियाली को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
इस पानी का इस्तेमाल जहां पर कंस्ट्रक्शन वर्क चलता है वहां की सड़कों की साफ-सफाई और छिड़काव का काम भी किया जाएगा. कई बार ऐसा देखने में आता है कि कंस्ट्रक्शन की वजह से धूल उड़ने की शिकायत आती है, जिसकी वजह से कारदायी संस्था जलकल को पानी के टैंकर के जरिए वहां छिड़काव के लिए बोलती है, लेकिन अब तक जलकल वेस्टेज नहीं बल्कि उसी पानी का इस्तेमाल करवाता रहा है जो आमतौर पर लोगों के दैनिक जीवन में इस्तेमाल होता था. अब इस प्लान के बाद एसटीपी के जरिए सीवेज वाटर को ट्रीट करके अलग करने की कवायद के बाद जो पानी स्वच्छ होकर सामने आ रहा है, उसी पानी के इस्तेमाल से हम इन सभी कामों को पूरा करेंगे.
यह माना जा रहा है कि इससे बड़ी मात्रा में स्वच्छ पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सकेगा और गर्मी के मौसम में पानी की कमी को पूरा करने के साथ वेस्टेज वाटर के बल पर शहर की हरियाली और स्वच्छता को मेंटेन करने में भी मदद मिलेगी.
इसके लिए अब तक जलकर उसी पानी का इस्तेमाल कर रहा था जो आमतौर पर लोगों द्वारा आम जीवन में उपयोग में लाया जाता रहा है, लेकिन अब जलकल साफ-सुथरे पानी की जगह ऐसे पानी का इस्तेमाल इन कामों में करने जा रहा है जो अब तक नाली में बहकर बर्बाद हो रहा था.
इसके लिए गोईठहां में लगाए गए एसटीपी प्लांट के जरिए वाराणसी जलकल इस पानी के उपयोग का प्लान बना चुका है. इसे मंजूरी मिल चुकी है. माना जा रहा है कि कुछ दिनों के अंदर में एसटीपी प्लांट के जरिए वेस्टेज वाटर को चौकाघाट में स्टोर करके इसका उपयोग अन्य कामों में किया जाएगा.
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