वाराणसी: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने गुरुवार को वाराणसी में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कर्नाटक में हिजाब का मामला कट्टरपंथियों का क्रूर षड्यंत्र है. इस्लाम में बहुत साफ बताया गया है कि आप जिस भी देश के नागरिक हैं, वहां के कायदे, कानून और अनुशासन के अनुसार चलिये तो आप एक अच्छे, बेहतर, वतन से मोहब्बत करने वाले, ईमान वाले मुसलमान कहलाएंगे.
वहीं, उन्होंने कहा कि इसलिए उन्हीं कायदे कानून को हर जगह मानना चाहिए. ऐसा षड्यंत्र उन्होंने किसी ईसाई, सिख, स्कूल के साथ नहीं की. वो जो लड़कियां है. आज भी उनकी जीन्स में फोटो की भरमार है. वो पहले स्कूल आती रही हैं. इसी स्कूल में उनकी बिना हिजाब के ही फोटो है.
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इसका मतलब हैं जानबूझकर एक षड्यंत्र रचा गया और आज वो फोटो सामने है. इसलिए बेटियों को कुछ लालच देकर दुरुपयोग करना यह अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक, अमानवीय है.
वहीं, उन्होंने कहा कि इसलिए इसकी भी जांच करवा लेनी चाहिए. अगर राजनैतिक दल इसको हवा देते हैं तो, वह संविधान विरोधी हैं. इस तरह की हरकत नहीं करनी चाहिए. इस देश के अंदर जब सब धर्मों, जाति और दलों के लोग मिलजुलकर रहते हैं. ऐसी कॉन्ट्रोवर्सी खड़ी करके इस देश के सद्भाव, भाईचारे को नष्ट, भ्रष्ट और तोड़फोड़ नहीं करना चाहिए. यह सारा कर्म अशोभनीय और निंदनीय है.
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