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जानें आखिर क्यों, काशी में संतों ने मांस-मदिरा के पूर्णतः बंद करने की उठाई मांग

काशी में मांस और मदिरा के बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर रविवार को काशी के दशाश्वमेध घाट पर अभियान "पवित्र काशी" का शंखनाद किया गया.

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काशी में संतों ने मांस-मदिरा के पूर्णतः बंद करने की उठाई मांग
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Published : Aug 7, 2022, 6:35 PM IST

वाराणसी: काशी में मांस मदिरा पर पुर्णतः प्रतिबंध लगाने के लिए 6 की संख्या में संत और बुद्धिजीवी वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा पूजन कर प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान की शुरुआत की.

बता दें कि, काशी में मांस और मदिरा के बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर रविवार को काशी के दशाश्वमेध घाट पर अभियान "पवित्र काशी" का शंखनाद किया गया. अभियान की शुरुआत का 11 बटुको द्वारा मंगलाचरण और शंखनाद के पश्चात मां गंगा का षोडषोचार पूजन संग हुई. जहां पूजन अर्चन के बाद वहां मौजूद लोगों से अभियान से जुड़ा गूगल "समर्थन पत्र " भरवाया गया. खास बात यह है कि अभियान के पहले चरण की शुरुआत में 50 हजार समर्थन पत्र संग एक मांग पत्र को मुख्यमंत्री को सौपा जाएगा.

काशी में संतों ने मांस-मदिरा के पूर्णतः बंद करने की उठाई मांग

इसे भी पढ़ेंः सदस्यता अभियान की सफलता को लेकर जिलों के दौरे करेंगे अखिलेश यादव, बनाई ये रणनीति
अभियान को संत समाज का समर्थन

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संतों ने मांस-मदिरा के पूर्णतः बंद करने की उठाई मांग
इस अभियान में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ने आगमन संस्था एवं ब्रह्म सेना द्वारा आरंभ किए गए. इस पवित्र काशी अभियान का हम पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं. पूरा संत समाज इस अभियान को गति देते हुए काशी को मांस, मदिरा से मुक्त करने का काम करेगा. काशी धार्मिक नगरी है, जहां पर मांस मदिरा पूर्णतः प्रतिबंध लगना चाहिए. इस मांग को लेकर आज हमने पूजा पाठ द्वारा यह संदेश दिया है कि सरकार तक हमारी बात पहुंचे और काशी को मांस मदिरा मुक्त किया जाए.ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: काशी में मांस मदिरा पर पुर्णतः प्रतिबंध लगाने के लिए 6 की संख्या में संत और बुद्धिजीवी वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा पूजन कर प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान की शुरुआत की.

बता दें कि, काशी में मांस और मदिरा के बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर रविवार को काशी के दशाश्वमेध घाट पर अभियान "पवित्र काशी" का शंखनाद किया गया. अभियान की शुरुआत का 11 बटुको द्वारा मंगलाचरण और शंखनाद के पश्चात मां गंगा का षोडषोचार पूजन संग हुई. जहां पूजन अर्चन के बाद वहां मौजूद लोगों से अभियान से जुड़ा गूगल "समर्थन पत्र " भरवाया गया. खास बात यह है कि अभियान के पहले चरण की शुरुआत में 50 हजार समर्थन पत्र संग एक मांग पत्र को मुख्यमंत्री को सौपा जाएगा.

काशी में संतों ने मांस-मदिरा के पूर्णतः बंद करने की उठाई मांग

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अभियान को संत समाज का समर्थन

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इस अभियान में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ने आगमन संस्था एवं ब्रह्म सेना द्वारा आरंभ किए गए. इस पवित्र काशी अभियान का हम पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं. पूरा संत समाज इस अभियान को गति देते हुए काशी को मांस, मदिरा से मुक्त करने का काम करेगा. काशी धार्मिक नगरी है, जहां पर मांस मदिरा पूर्णतः प्रतिबंध लगना चाहिए. इस मांग को लेकर आज हमने पूजा पाठ द्वारा यह संदेश दिया है कि सरकार तक हमारी बात पहुंचे और काशी को मांस मदिरा मुक्त किया जाए.ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप
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