ETV Bharat / city

लोकसभा चुनावों से पहले संघ प्रमुख का काशी प्रवास, जानें क्यों है महत्वपूर्ण - RSS chief Mohan Bhagwat

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों 23 मार्च से 27 मार्च तक काशी प्रवास पर हैं. संघ एक बार फिर से 2024 की तैयारियों को लेकर संगठन को मजबूत करने में जुटा है.

etv bharat
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत
author img

By

Published : Mar 25, 2022, 4:01 PM IST

वाराणसी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों 23 मार्च से 27 मार्च तक काशी प्रवास पर हैं. उनका यह प्रवास संगठन को मजबूती देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वहीं संघ के काम करने के तरीके और लोकसभा चुनावों से पहले संघ प्रमुख का सक्रिय होना यह साफ जाहिर करता है कि लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व संघ इस क्षेत्र में अपनी जड़ों को मजबूती से जमा लेना चाहता है.

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक ऐसा गैर राजनीतिक संगठन है जो लगातार सामाजिक कार्यों के साथ राष्ट्रवाद के मुद्दे पर सक्रिय रहता है. विशेषज्ञों की मानें तो 1925 में जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई, तब से संघ साल के 12 महीने लगातार सामाजिक कार्यों और राष्ट्रवाद के मुद्दों को लेकर देशभर में सक्रीय रहा है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग के एक्स डीन प्रो. रवि प्रकाश पांडेय (Professor Ravi Prakash Pandey) का कहना है कि संघ स्थापना के बाद से ही सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए राजनीति में दखल रखता रहा है. पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक कार्यों के बल पर जनसंघ को मजबूती प्रदान करने का काम करता रहा.

अब भारतीय जनता पार्टी का यह आधार स्तंभ माना जाता है. यही वजह है कि जब भी बीजेपी या उसके बड़े नेता मुद्दे से भटकते हैं तो संघ उन्हें रास्ता दिखाने का काम भी करता है. जब भी चुनाव नजदीक आते हैं तो संघ अपने कार्यों से सामाजिक सरोकार के मामलों को जोड़कर जन-जन तक पहुंचते हुए गैर राजनीतिक तरीके से राजनीति में सीधी दखल देना शुरू कर देता है.

etv bharat
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत

वर्तमान में 70 से ज्यादा फ्रंटल संगठन के बल पर संघ अलग-अलग सामाजिक कार्यों को पूरा करने में जुटा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग और वनवासी क्षेत्रों के लिए अलग संघ के संगठन कार्य कर रहे हैं. परिवारों को एकजुट करने के लिए कुटुंब प्रबोधिनी के जरिए संघ घर-घर तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है.
इसे भी पढ़ेंः RSS प्रमुख मोहन भागवत पांच दिवसीय वाराणसी दौरे पर
यही वजह है कि काशी प्रवास के दौरान संघ प्रमुख सिर्फ स्वयं सेवकों के साथ ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हर फ्रंटल के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों के साथ बैठक कर रहे हैं. 5 दिन के इस प्रवास में संघ प्रमुख ने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा संघ के अलग-अलग संगठनों के प्रमुखों और स्वयंसेवकों के साथ संवाद किया है.

23 मार्च से शुरू हुए काशी प्रवास के क्रम में संघ प्रमुख लगातार बैठक करके राष्ट्रवाद के साथ सामाजिक कार्यों के बल पर संघ को मजबूती देने की सीख दे रहे हैं. आज सुबह से संघ प्रमुख ने संघ के अलग-अलग संगठन के प्रांत प्रमुखों के साथ बैठक करके बातचीत की है.

संघ के सूत्रों का कहना है कि अलग-अलग सत्र में राष्ट्र के हित और राष्ट्र को स्वाबलंबी बनाने के साथ ही जन-जन तक राष्ट्रहित की भावना पहुंचाने की बातें उन्होंने कहीं हैं. इस दौरान काशी प्रांत के प्रांत प्रमुख, संगठन श्रेणी के प्रांत संपर्क प्रमुख, प्रांत सेवा प्रमुख प्रांत प्रचार प्रमुख भी शामिल रहे हैं. पहले गोरखपुर और अब वाराणसी में प्रवास कर संघ प्रमुख ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी के लिए मजबूत किलाबंदी करनी शुरू कर दी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों 23 मार्च से 27 मार्च तक काशी प्रवास पर हैं. उनका यह प्रवास संगठन को मजबूती देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वहीं संघ के काम करने के तरीके और लोकसभा चुनावों से पहले संघ प्रमुख का सक्रिय होना यह साफ जाहिर करता है कि लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व संघ इस क्षेत्र में अपनी जड़ों को मजबूती से जमा लेना चाहता है.

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक ऐसा गैर राजनीतिक संगठन है जो लगातार सामाजिक कार्यों के साथ राष्ट्रवाद के मुद्दे पर सक्रिय रहता है. विशेषज्ञों की मानें तो 1925 में जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई, तब से संघ साल के 12 महीने लगातार सामाजिक कार्यों और राष्ट्रवाद के मुद्दों को लेकर देशभर में सक्रीय रहा है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग के एक्स डीन प्रो. रवि प्रकाश पांडेय (Professor Ravi Prakash Pandey) का कहना है कि संघ स्थापना के बाद से ही सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए राजनीति में दखल रखता रहा है. पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक कार्यों के बल पर जनसंघ को मजबूती प्रदान करने का काम करता रहा.

अब भारतीय जनता पार्टी का यह आधार स्तंभ माना जाता है. यही वजह है कि जब भी बीजेपी या उसके बड़े नेता मुद्दे से भटकते हैं तो संघ उन्हें रास्ता दिखाने का काम भी करता है. जब भी चुनाव नजदीक आते हैं तो संघ अपने कार्यों से सामाजिक सरोकार के मामलों को जोड़कर जन-जन तक पहुंचते हुए गैर राजनीतिक तरीके से राजनीति में सीधी दखल देना शुरू कर देता है.

etv bharat
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत

वर्तमान में 70 से ज्यादा फ्रंटल संगठन के बल पर संघ अलग-अलग सामाजिक कार्यों को पूरा करने में जुटा हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग और वनवासी क्षेत्रों के लिए अलग संघ के संगठन कार्य कर रहे हैं. परिवारों को एकजुट करने के लिए कुटुंब प्रबोधिनी के जरिए संघ घर-घर तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है.
इसे भी पढ़ेंः RSS प्रमुख मोहन भागवत पांच दिवसीय वाराणसी दौरे पर
यही वजह है कि काशी प्रवास के दौरान संघ प्रमुख सिर्फ स्वयं सेवकों के साथ ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हर फ्रंटल के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों के साथ बैठक कर रहे हैं. 5 दिन के इस प्रवास में संघ प्रमुख ने अब तक आधा दर्जन से ज्यादा संघ के अलग-अलग संगठनों के प्रमुखों और स्वयंसेवकों के साथ संवाद किया है.

23 मार्च से शुरू हुए काशी प्रवास के क्रम में संघ प्रमुख लगातार बैठक करके राष्ट्रवाद के साथ सामाजिक कार्यों के बल पर संघ को मजबूती देने की सीख दे रहे हैं. आज सुबह से संघ प्रमुख ने संघ के अलग-अलग संगठन के प्रांत प्रमुखों के साथ बैठक करके बातचीत की है.

संघ के सूत्रों का कहना है कि अलग-अलग सत्र में राष्ट्र के हित और राष्ट्र को स्वाबलंबी बनाने के साथ ही जन-जन तक राष्ट्रहित की भावना पहुंचाने की बातें उन्होंने कहीं हैं. इस दौरान काशी प्रांत के प्रांत प्रमुख, संगठन श्रेणी के प्रांत संपर्क प्रमुख, प्रांत सेवा प्रमुख प्रांत प्रचार प्रमुख भी शामिल रहे हैं. पहले गोरखपुर और अब वाराणसी में प्रवास कर संघ प्रमुख ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी के लिए मजबूत किलाबंदी करनी शुरू कर दी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.